हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° 03 अगसà¥à¤¤à¥¤ गायतà¥à¤°à¥€ तीरà¥à¤¥ शांतिकà¥à¤‚ज की इकाई के रूप में देश à¤à¤° में सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤œà¥à¤žà¤¾ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ं का विशेष पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ व समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ का शृंखलाबदà¥à¤§ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का आज समापन हो गया।
रिपोर्ट -
शकà¥à¤¤à¤¿ का केनà¥à¤¦à¥à¤° बनें गायतà¥à¤°à¥€ शकà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥€à¤ ःडॉ. पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤, ओडिशा व दकà¥à¤·à¤¿à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पà¥à¤°à¤œà¥à¤žà¤¾ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का विशेष समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ का समापन गायतà¥à¤°à¥€ तीरà¥à¤¥ शांतिकà¥à¤‚ज की इकाई के रूप में देश à¤à¤° में सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤œà¥à¤žà¤¾ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ं का विशेष पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ व समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ का शृंखलाबदà¥à¤§ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का आज समापन हो गया। इस शृंखला के अंतिम शिविर में गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤, ओडिशा व दकà¥à¤·à¤¿à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के गायतà¥à¤°à¥€ शकà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥€à¤ व पà¥à¤°à¤œà¥à¤žà¤¾ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के वरिषà¥à¤ कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¾à¤—ण शामिल रहे। इससे पूरà¥à¤µ छतà¥à¤¤à¥€à¤¸à¤—à¥, मपà¥à¤°, दिलà¥à¤²à¥€, पंजाब, महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤°, à¤à¤¾à¤°à¤–णà¥à¤¡, बिहार, पं. बंगाल सहित देश à¤à¤° के पà¥à¤°à¤œà¥à¤žà¤¾ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ व पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ शिविर आयोजित हà¥à¤ˆà¥¤ शिविर में शकà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥€à¤ संचालकों की कारà¥à¤¯à¤¶à¥ˆà¤²à¥€ व दायितà¥à¤µ विषय पर संबोधित करते हà¥à¤ अखिल विशà¥à¤µ गायतà¥à¤°à¥€ परिवार पà¥à¤°à¤®à¥à¤– शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¥‡à¤¯ डॉ. पà¥à¤°à¤£à¤µ पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ ने कहा कि पूजà¥à¤¯ गà¥à¤°à¥à¤¦à¥‡à¤µ पं.शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® शरà¥à¤®à¤¾ आचारà¥à¤¯à¤œà¥€ ने देश-विदेश में गायतà¥à¤°à¥€ शकà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥€à¤ ों की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ शकà¥à¤¤à¤¿ केनà¥à¤¦à¥à¤° के रूप में की है। यहाठआने वाले पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को उस शकà¥à¤¤à¤¿ का अनà¥à¤à¤µ हों। इसके लिठशकà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥€à¤ ों को आशà¥à¤°à¤®, देवालय, आरणà¥à¤¯à¤•, गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² और इन सबका समनà¥à¤µà¤¿à¤¤ संसà¥à¤•à¤°à¤£-तीरà¥à¤¥ के रूप में विकसित करना है। हमारे बहà¥à¤¤ से पà¥à¤°à¤œà¥à¤žà¤¾ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ इस दिशा में कारà¥à¤¯ कर रहे हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿà¥€ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ सबसे विनमà¥à¤°, विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤ªà¤¾à¤¤à¥à¤° व करà¥à¤¤à¥à¤¤à¤µà¥à¤¯à¤¶à¥€à¤² कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾à¥¤ पावन गà¥à¤°à¥à¤¸à¤¤à¥à¤¤à¤¾ हम सà¤à¥€ से यही अपेकà¥à¤·à¤¾ रखते हैं और वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय की à¤à¥€ यही माà¤à¤— है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि शकà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥€à¤ ों सहित सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤œà¥à¤žà¤¾ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ रचनातà¥à¤®à¤• व सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• कारà¥à¤¯ समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हों, इसके लिठआवशà¥à¤¯à¤• है कि परिवà¥à¤°à¤¾à¤œà¤•à¥‹à¤‚ का चयन à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ का कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® समय-समय पर होते रहें। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि नियमित साधना से आतà¥à¤® शकà¥à¤¤à¤¿ का जागरण होता है। शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ साहितà¥à¤¯ के सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤¯ से वैचारिक शकà¥à¤¤à¤¿ बà¥à¤¤à¥€ है। निःसà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥ à¤à¤¾à¤µ से की गयी सेवा से जन जागृति फैलती है। वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• शà¥à¤°à¥€ शिवपà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ मिशà¥à¤° ने कहा कि शकà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥€à¤ ों से साधनातà¥à¤®à¤• व रचनातà¥à¤®à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ के साथ-साथ à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ शिविर का à¤à¥€ आयोजन हों, जहाठसे यà¥à¤µà¤¾ पीà¥à¥€ अपनी कौशल का विकास कर सकें। पà¥à¤°à¤œà¥à¤žà¤¾ अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ के संपादक शà¥à¤°à¥€ वीरेशà¥à¤µà¤° उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ ने कहा कि यà¥à¤—ऋषि ने नवसृजन के लिठउपासना, साधना आराधना का सूतà¥à¤° दिया है, उसका सà¥à¤µà¤¯à¤‚ पालन करें और जन-जन को इससे अवगत करायें। शांतिकà¥à¤‚ज विधि पà¥à¤°à¤•à¥‹à¤·à¥à¤ के वरिषà¥à¤ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ शà¥à¤°à¥€ à¤à¤šà¤ªà¥€ सिंह ने आयकर से संबंधित विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पहलà¥à¤“ं पर जानकारी देते हà¥à¤ इसमें पारदरà¥à¤¶à¤¿à¤¤à¤¾ के साथ कारà¥à¤¯ करने की बात कही। शà¥à¤°à¥€ सिंह ने कहा कि गायतà¥à¤°à¥€ परिवार à¤à¤• आदरà¥à¤¶ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करने का काम करता है, इसलिठदान आदि के हिसाब में à¤à¥€ पूरी तरह पारदरà¥à¤¶à¤¿à¤¤à¤¾ होनी चाहिà¤à¥¤ इस अवसर पर गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤, ओडिशा व दकà¥à¤·à¤¿à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के आये पà¥à¤°à¤œà¥à¤žà¤¾ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿà¥€à¤—ण, वरिषà¥à¤ परिजन à¤à¤µà¤‚ शांतिकà¥à¤‚ज के अनेक वरिषà¥à¤ परिजन उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे।