आखिर, चà¥à¤¨à¤¾à¤µ आयोग को कैसे पता चला कि 300 लोगों की सà¤à¤¾ या मीटिंग करने पर संकà¥à¤°à¤®à¤£ नहीं फैलेगा ?
रिपोर्ट - सà¥à¤¶à¥€à¤² उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯
सवाल सीधा है और महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥€ है। आखिर, चà¥à¤¨à¤¾à¤µ आयोग को कैसे पता चला कि 300 लोगों की सà¤à¤¾ या मीटिंग करने पर संकà¥à¤°à¤®à¤£ नहीं फैलेगा ? यकीनन, इस सवाल का कोई तारà¥à¤•à¤¿à¤• जवाब नहीं हो सकता। यह अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ ही है। और आगे à¤à¥€ à¤à¤¸à¥‡ अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ दिखाई देंगे। फिलहाल यह तय है कि चà¥à¤¨à¤¾à¤µ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° के नठढंग ने à¤à¤• नई उमà¥à¤®à¥€à¤¦ जगाई है। जनवरी के तीसरे सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ में देश में कोरोना संकà¥à¤°à¤®à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ का दैनिक आंकड़ा दो लाख पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ से अधिक बना हà¥à¤† है। सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ मरीजों की संखà¥à¤¯à¤¾ 20 लाख तक पहà¥à¤‚चने को है। वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• बता रहे हैं कि अब à¤à¤¾à¤°à¤¤ तीसरी लहर के पीक की ओर बॠरहा है। à¤à¤¸à¥‡ में आयोग को ढील देनी चाहिठया पहले से जारी नियमों को सखà¥à¤¤à¥€ से लागू करना चाहिà¤! आम समठतो यही कहती है कि कड़ाई से नियमों को लागू करना चाहिà¤à¥¤ खासतौर से उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड जैसे राजà¥à¤¯ में जहां राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ औसत की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में दोगà¥à¤¨à¤¾ से अधिक केस सामने आ रहे हैं और राजधानी देहरादून तीसरी लहर की चपेट में है, वहां किसी à¤à¥€ चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥€ सà¤à¤¾ या बैठक की अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ नहीं दी जानी चाहिà¤à¥¤ चाहे वह बैठक 300 लोगों की हो या 500 लोगों की। निरà¥à¤µà¤¾à¤šà¤¨ के नियमों के दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤—त बीते सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ राजà¥à¤¯ सरकार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जो à¤à¤¸à¤“पी जारी की गई है, उसमें कई विरोधाà¤à¤¾à¤¸à¥€ बातों को à¤à¤• साथ देखा जा सकता है। à¤à¤• तरफ कहा जा रहा है कि शॉपिंग मॉल, सिनेमाघर, सैलून, सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¡à¤¿à¤¯à¤®, खेल संसà¥à¤¥à¤¾à¤à¤‚, थिà¤à¤Ÿà¤° और ऑडिटोरियम आदि 50 फीसद कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ के साथ खोले जाà¤à¤‚गे। ढाबों, होटलों आदि पर à¤à¥€ 50 फीसद का नियम लागू किया गया है। दूसरी तरफ सरकारी और निजी बसें पूरी कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ के साथ संचालित की जा रही हैं। à¤à¤¸à¥‡ में यह सवाल उठेगा कि ही सैलून की चार कà¥à¤°à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर दूरी के साथ बैठे लोगों से संकà¥à¤°à¤®à¤£ फैलेगा और बसों में à¤à¤•-दूसरे से सटकर बैठी सवारियों से नहीं फैलेगा ? यहां à¤à¤• और बात धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ देने वाली है कि सिनेमाघर और थिà¤à¤Ÿà¤° आधी कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ के साथ खà¥à¤²à¥‡à¤‚गे, लेकिन सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर होने वाले मनोरंजक और शैकà¥à¤·à¤¿à¤•/सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ पर रोक रहेगी। लेकिन, इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ को किसी ऑडिटोरियम में करेंगे तो ये 50 फीसद कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ के साथ आयोजित हो सकेंगे। अब कोई यह पूछे कि खà¥à¤²à¥‡ में होेने वाले कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ खतरा है या बंद जगह होेने में वाले कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ से! डॉकà¥à¤Ÿà¤° तो यही कह रहे हैं कि बंद जगहों पर जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ खतरा है। इसलिठनिमयों में à¤à¤•à¤°à¥‚पता की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ को अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ दी जानी चाहिठथी। और यह इसलिठà¤à¥€ दी जानी चाहिठथी कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि 300 लोगों की चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥€ सà¤à¤¾à¤“ं को अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ दी गई है। इसी à¤à¤¸à¤“पी में कहा गया है कि सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर लोगों के बीच 6 फीट की दूरी होना अनिवारà¥à¤¯ है। अब खà¥à¤¦ अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ लगाकर देखिठकि इस छह फीट के नियम के दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤—त 300 लोगों की सà¤à¤¾ के लिठकितनी बड़ी जगह की जरूरत पड़ेगी। यानि बहà¥à¤¤ सारी बातें विरोधाà¤à¤¾à¤¸à¥€ हैं, जिन पर नठसिरे से विचार करने की जरूरत है। यह बात ठीक है कि इस बार के चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में उतà¥à¤¸à¤µ का माहौल नहीं है। जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° गतिविधियां ऑनलाइन और मीडिया माधà¥à¤¯à¤®à¥‹à¤‚ के जरिये ही संचालित की जा रही हैं। इस बार के अà¤à¥€ तक के अनà¥à¤à¤µ के आधार पर देखें तो यह कोई खराब पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ नहीं है, बलà¥à¤•à¤¿ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° लोगों के लिठयह सà¥à¤•à¥‚नà¤à¤°à¤¾ बदलाव है। बेहतर तो यह होगा कि आयोग किसी à¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• बैठकों और सà¤à¤¾à¤“ं को रोक दे और सीमित संखà¥à¤¯à¤¾ में डोर-टू-डोर पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° को बà¥à¤¾à¤µà¤¾ दे। इससे पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¶à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का खरà¥à¤š à¤à¥€ घटेगा और बड़ी सà¤à¤¾à¤“ं के कारण पैदा होने वाला कोरोना का खतरा à¤à¥€ कम होगा। ऑनलाइन और मीडिया माधà¥à¤¯à¤®à¥‹à¤‚ पर पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— सफल रहा तो à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में à¤à¥€ इसी को दोहराया à¤à¥€ जा सकेगा। उससे à¤à¥€ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ बात यह कि कोरोना की चोट खाये हà¥à¤ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤§à¤¾à¤°à¤¾ के मीडिया को à¤à¥€ इस अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ से काफी मदद मिल सकेगी। यहां à¤à¤• अनà¥à¤¯ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ बात यह है कि इस वकà¥à¤¤ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड जैसे छोटे राजà¥à¤¯ में करीब दो लाख करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥€ मशà¥à¥€à¤¾à¤¨à¤°à¥€ का हिसà¥à¤¸à¤¾ हैं। यानि इतने लोगों को नियमित तौर पर डà¥à¤¯à¥‚टी के लिठबाहर निकलना पड़ रहा है और लोगों से सीधा संपरà¥à¤• बनाना पड़ रहा है। à¤à¤¸à¥‡ हालात में यदि हरेक पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¶à¥€ को 300 लोगों तक की सà¤à¤¾ करने की अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ दी जाà¤à¤—ी तो मतदान होने से पहले के शेष बचे 24-25 दिन में हरेक विधासà¤à¤¾ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में à¤à¤¸à¥€ कम से कम 50 या इससे à¤à¥€ अधिक सà¤à¤¾à¤à¤‚ हांेगी। पूरे पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤—त यह आंकड़ा बहà¥à¤¤ बड़ा हो जाà¤à¤—ा। यह à¤à¥€ कहा जा रहा है कि 21 जनवरी के बाद जारी होने वाली à¤à¤¸à¤“पी में आयोग कà¥à¤› और छूट दे सकता है। यदि à¤à¤¸à¤¾ हà¥à¤† तो यह संकà¥à¤°à¤®à¤£ के फैलाव के लिहाज से चिंताजनक होगा। चूंकि, इस समय जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° शिकà¥à¤·à¤• और करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ डà¥à¤¯à¥‚टी पर हैं इसलिठयह बेहतर होगा कि चà¥à¤¨à¤¾à¤µ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ संपनà¥à¤¨ होने तक डिगà¥à¤°à¥€ कॉलेजों और विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में à¤à¥€ या तो छà¥à¤Ÿà¥à¤Ÿà¥€ कर दी जाठया फिर ऑनलाइन पà¥à¤¾à¤ˆ कराई जाà¤à¤—ी। इससे करीब 4 लाख अपने घरों पर सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ रह सकेंगे।