Latest News

हरिद्वार जिलाधिकारी ने 73वें गणतन्त्र दिवस के अवसर पर कैम्प कार्यालय में झण्डारोहण किया


जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने 73वें गणतन्त्र दिवस के अवसर पर सर्वप्रथम कैम्प कार्यालय में तत्पष्चात कलक्ट्रेट में झण्डारोहण किया गया। उन्होंने गणतंत्र दिवस के अवसर पर सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें दी।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने 73वें गणतन्त्र दिवस के अवसर पर सर्वप्रथम कैम्प कार्यालय में तत्पष्चात कलक्ट्रेट में झण्डारोहण किया गया। उन्होंने गणतंत्र दिवस के अवसर पर सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें दी। कलक्ट्रेट में झण्डारोहण के पश्चात राष्ट्रगान- ’’जन गण मन...’’ तथा राष्ट्रगीत-’’वन्दे मातरम!’’ गाया गया। इसके बाद जिलाधिकारी ने सभी कार्मिकों को भारतीय गणतंत्र का संकल्प-’’हम, भारत के लोग, भारत को एक’( सम्पूर्ण प्रभुत्व-सम्पन्न समाजवादी पंथ निरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य) बनाने के लिये, तथा उसके समस्त नागरिकों को: सामाजिक, आर्थिक.......आत्मार्पित करते हैं।’’ दिलाया। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में जिलाधिकारी ने कहा कि 26 जनवरी,1950 को हमारा देश गणतंत्र घोषित हुआ था। उसी दिन से हमारा भारतीय संविधान लागू हुआ था। संविधान की प्रस्तावना का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि इसमें उल्लिखित शब्द केवल चन्द शब्द नहीं हैं, इनके बहुत गूढ़ अर्थ हैं। उन्होंने कहा कि अगर आप ध्यान से देखें, तो हमारा भविष्य का भारत कैसा होगा, किन किन विषयों को लेकर हमें आगे बढ़ना है, किस तरह की आजादी हमें चाहिये, किस तरह के न्याय की बात उसमें कहीं गयी है, शासन व्यवस्था कैसी हो, ये सब पूरे संविधान का सार प्रस्तावना में है। इसीलिये इसे संविधान की आत्मा कहा जाता है। श्री विनय शंकर पाण्डेय ने कहा कि गणतंत्र दिवस मनाने के पीछे एक निहितार्थ होता है। उन्होंने कहा कि 100 से 150 वर्ष तक आजादी का जो संघर्ष चला उसमें, हमारे शहीदों का, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का, जो योगदान रहा है, उस पल को हम इस दिन याद करते हैं। साथ ही साथ यह भी सुनिश्चित करते हैं कि उनकी इस देष को संवारने की, इस देश के भविष्य को लेकर उनके मन में क्या था, उस संकल्प को भी पूरा करने के लिये याद करने का एक क्षण होता है।

Related Post