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प्राकृतिक और सात्विक जीवन पद्धति अपनाकर कैंसर जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है - स्वामी चिदानन्द सरस्वती


परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर संदेश देते हुये कहा कि इस समय पूरे विश्व में कैंसर प्रभाव बढ़ता हुआ दिखायी दे रहा है ऐसे में कैंसर मुक्त दुनिया की ओर बढ़ने के लिये हम सभी को प्रकृतिमय जीवन पद्धति अपनाना होगा।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

ऋषिकेश, 4 फरवरी। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर संदेश देते हुये कहा कि इस समय पूरे विश्व में कैंसर प्रभाव बढ़ता हुआ दिखायी दे रहा है ऐसे में कैंसर मुक्त दुनिया की ओर बढ़ने के लिये हम सभी को प्रकृतिमय जीवन पद्धति अपनाना होगा। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि कैंसर एक वृहद और व्यापक शब्द है। जब भी कभी कोई कैंसर का नाम सुनता है तो डर जाता है; भयभीत हो जाता है। जब पता चलता है कि किसी को कैंसर हुआ है तो यह सोच लिया जाता है कि अब जीवन समाप्त हो जायेगा परन्तु कैंसर से लड़ने के लिये दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ आगे बढ़ना होगा। जब एक बार कैंसर डायग्नोस हो जाये तो निर्भिक होकर कैंसर से लड़ना होगा और उस पर विजय प्राप्त करनी होगी। दृढ़ इच्छाशक्ति में ही कैंसर का समाधान निहित है। स्वामी जी ने कहा कि वर्तमान समय की भागदौड़ भरी जिन्दगी में स्वस्थ रहने के लिये जीवन शैली, चिंतन शैली और आहार शैली में परिवर्तन करना नितांत आवश्यक है। प्राकृतिक और सात्विक जीवन पद्धति के साथ योग, ध्यान और सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाकर कैंसर जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है और कैंसर हो जाने के बाद भी उससे लड़ा जा सकता है। कैंसर के मरीजों को एवं उनके घरवालों को चिकित्सा के साथ भावनात्मक सहयोग की भी जरूरत होती है ताकि वे खुद पर विश्वास कर अपने जीवन को सामान्य रूप से जी सके। स्वामी जी ने कहा कि ऐसे अनेक उदाहरण है जिन्होने जीवनशैली में परिवर्तन कर कैंसर को हराया और अब वे स्वस्थ और सामान्य जीवन जी रहे हैं। कैंसर जैसी अन्य बीमारियों के लड़ने के लिये शाकाहार एवं स्वच्छता को जीवन का अंग बनाना होगा तथा वर्तमान समय में चारों ओर फैंले प्लास्टिक को बाय-बाय करना होगा क्योंकि प्लास्टिक मानव और प्रकृति दोनों के लिये घातक है। साध्वी जी ने कहा कि कैंसर जानलेवा बीमारी हैं। इससे पीड़ित मरीज जल्दी ठीक नही हो पाते तथा इसके लक्षणों का पता भी देर से चलता है। देखा गया है कि अक्सर गर्म भोज्य पदार्थो को प्लास्टिक की थैली में बंद करके ले जाते हैं जो की स्वास्थ्य के लिये हानिकारक है। प्लास्टिक लगभग 52 प्रकार के कैंसर को जन्म देता है इसलिये प्लास्टिक का उपयोग बिल्कुल बंद करना होगा।

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