उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने 11वीं सदी के à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ संत à¤à¤µà¤‚ समाज सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤• शà¥à¤°à¥€ रामानà¥à¤œ की शाशà¥à¤µà¤¤ शिकà¥à¤·à¤¾à¤“ं से पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ करने के लिठवैशà¥à¤µà¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° का आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ करने वाली इस à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• पहल को सराहा
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
देहरादून, 6 फरवरी 2022- माननीय पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° मोदी जी ने आज 216 फीट ऊंची सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤šà¥à¤¯à¥‚ ऑफ इकà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ को दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के लिठसमरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ किया, जो हर आसà¥à¤¥à¤¾, जाति और नसà¥à¤² के लोगों के बीच समानता को बà¥à¤¾à¤µà¤¾ देने वाली शà¥à¤°à¥€ रामानà¥à¤œà¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ की शिकà¥à¤·à¤¾à¤“ं का सà¥à¤®à¤°à¤£ कराती है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हैदराबाद सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ शमशाबाद के मधà¥à¤¯ में बने 45 à¤à¤•à¥œ वाले इस मंदिर परिसर का दौरा किया, जिसमें यह पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ और 108 दिवà¥à¤¯à¤¦à¥‡à¤¸à¤®à¥‹à¤‚ की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ खड़ी की गई हैं। सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤šà¥à¤¯à¥‚ ऑफ इकà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ का अनावरण शà¥à¤°à¥€ रामानà¥à¤œ की 1000वीं जयंती वाले समारोह के 12-दिवसीय शà¥à¤°à¥€ रामानà¥à¤œ सहसà¥à¤°à¤¾à¤¬à¥à¤¦à¥€ ’समारोहम’ का à¤à¤• अंग है, जो 2 फरवरी, 2022 को शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤† था। à¤à¤šà¤à¤š चिनà¥à¤¨à¤¾ जीयार सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने इस कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ की, जिसमें दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¤° के राजनेताओं, मशहूर हसà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और हजारों à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने à¤à¤¾à¤—ीदारी की। सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤šà¥à¤¯à¥‚ ऑफ इकà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ ’पंचलोहा’ से निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ है, जो पांच धातà¥à¤“ंः सोना, चांदी, तांबा, पीतल और जसà¥à¤¤à¤¾ का मिशà¥à¤°à¤£ है। ’à¤à¤¦à¥à¤° वेदी’ नामक 54 फà¥à¤Ÿ ऊंची इमारत में à¤à¤• वैदिक डिजिटल पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¤¾à¤²à¤¯ à¤à¤µà¤‚ अनà¥à¤¸à¤‚धान केंदà¥à¤°, पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ गà¥à¤°à¤‚थों, à¤à¤• थिà¤à¤Ÿà¤°, à¤à¤• शैकà¥à¤·à¤¿à¤• गैलरी के लिठसमरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ मंजिलें बनाई गई हैं, जिसमें शà¥à¤°à¥€ रामानà¥à¤œà¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ के साहितà¥à¤¯ का विवरण पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया गया है। अपने à¤à¤¾à¤·à¤£ में शà¥à¤°à¥€ मोदी जी ने कहा, “मैं सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤šà¥à¤¯à¥‚ ऑफ इकà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ के उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ के कà¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ का साकà¥à¤·à¥€ बन कर बहà¥à¤¤ गरà¥à¤µ महसूस कर रहा हूं। यह वासà¥à¤¤à¤µ में पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ के लिठबड़े गरà¥à¤µ के कà¥à¤·à¤£ हैं। à¤à¤¾à¤°à¤¤ में कई महान मेधाà¤à¤‚ हà¥à¤ˆ हैं और शà¥à¤°à¥€ रामानà¥à¤œà¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ उनमें से à¤à¤• थे, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सà¤à¥€ जातियों, नसà¥à¤²à¥‹à¤‚ और लिंगों के बीच हमें समानता का पाठपà¥à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤šà¥à¤¯à¥‚ ऑफ इकà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ पूरे विशà¥à¤µ में सरà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¿à¤• विविधतापूरà¥à¤£ जनसंखà¥à¤¯à¤¾ वाले हमारे देश को समानता में दृॠविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ रखने वाले राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के रूप में सरà¥à¤µà¥‹à¤ªà¤°à¤¿ रखती है। इस अवसर पर मैं à¤à¤šà¤à¤š तà¥à¤°à¤¿à¤¦à¤‚डी चिनà¥à¤¨à¤¾ जीयार सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी को à¤à¥€ धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ देना चाहता हूं, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हमारे राषà¥à¤Ÿà¥à¤° को समानता और à¤à¤•à¤¤à¤¾ का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने की पहल की, जो à¤à¤¾à¤°à¤¤ का मूल सारततà¥à¤µ है।“ सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤šà¥à¤¯à¥‚ ऑफ इकà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ के à¤à¤µà¥à¤¯ उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ पर सà¤à¥€ का सà¥à¤µà¤¾à¤—त करते हà¥à¤ à¤à¤šà¤à¤š चिनà¥à¤¨à¤¾ जीयार सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा, “à¤à¤—वदॠरामानà¥à¤œà¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ 1000 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ तक समानता के सचà¥à¤šà¥‡ पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• बने रहे हैं और यह परियोजना सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ करेगी कि उनकी शिकà¥à¤·à¤¾à¤“ं को आगे कम से कम 1000 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ तक अमल में लाया जाà¤à¥¤ हमारा मिशन यह है कि सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤šà¥à¤¯à¥‚ ऑफ इकà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ को समूचे विशà¥à¤µ के लोगों के लिठसांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• रूप से सरà¥à¤µà¥‹à¤ªà¤°à¤¿ गंतवà¥à¤¯ बनाया जाठऔर दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को अधिक समानतापूरà¥à¤£ ढंग से रहने लायक सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ बनाने हेतॠसà¤à¥€ को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ किया जाà¤à¥¤â€œ पवितà¥à¤° अगà¥à¤¨à¤¿ में आहà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ अरà¥à¤ªà¤£ करने वाले à¤à¤• वैदिक अनà¥à¤·à¥à¤ ान ‘शà¥à¤°à¥€ लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ नारायण महायजà¥à¤žâ€™ के साथ इस ’समारोहम’ का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठहà¥à¤†à¥¤ यह महायजà¥à¤ž 5000 वैदिक विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ की à¤à¤¾à¤—ीदारी के साथ 2 फरवरी, 2022 को संपनà¥à¤¨ किया गया। इसके लिठ144 होमशालाओं में 1035 ‘यजà¥à¤žà¤•à¥à¤‚डों’ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ किया गया था, जिसके कारण यह आधà¥à¤¨à¤¿à¤• इतिहास में अपनी तरह का दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ का सबसे बड़ा यजà¥à¤ž बन गया। महामहिम राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ शà¥à¤°à¥€ रामनाथ कोविंद जी 13 फरवरी, 2022 को आंतरिक ककà¥à¤· रामानà¥à¤œ का अनावरण करेंगे। शà¥à¤°à¥€ रामानà¥à¤œ सहसà¥à¤°à¤¾à¤¬à¥à¤¦à¥€ ’समारोहम’ में कई आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• गतिविधियाठशामिल हैं, जैसे कि चार वेदों की नौ शाखाओं का जाप, अषà¥à¤Ÿà¤¾à¤•à¥à¤·à¤°à¥€ महामंतà¥à¤° (जिसे मंतà¥à¤° राजम, सà¤à¥€ मंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ का राजा, à¤à¥€ कहा जाता है) का जाप, इतिहास-पà¥à¤°à¤¾à¤£-आगम का पाठकरना आदि। ‘समारोहम’ के अंत तक अषà¥à¤Ÿà¤¾à¤•à¥à¤·à¤°à¥€ महामंतà¥à¤° के चल रहे जाप की गणना à¤à¤• करोड़ तक पहà¥à¤‚च जाने की अपेकà¥à¤·à¤¾ है। इस परियोजना की आधारशिला वरà¥à¤· 2014 में रखी गई थी।