पौड़ी (यà¥à¤µà¤¾ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® à¤à¤µà¤‚ खेल मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार) दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ विकासखà¥à¤°à¤£à¥à¤¡ कोट के गà¥à¤°à¤¾à¤® बालमणा में जल जागरण पर यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के मधà¥à¤¯ à¤à¤• दिवसीय पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ का आयोजन किया गया। पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में मतदाता जागरà¥à¤•à¤¤à¤¾ पर शपथ à¤à¥€ दिलवायी गई।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
पौड़ी/दिनांक 10 फरवरी, 2022, नेहरॠयà¥à¤µà¤¾ केनà¥à¤¦à¥à¤°, पौड़ी (यà¥à¤µà¤¾ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® à¤à¤µà¤‚ खेल मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार) दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ विकासखà¥à¤°à¤£à¥à¤¡ कोट के गà¥à¤°à¤¾à¤® बालमणा में जल जागरण पर यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के मधà¥à¤¯ à¤à¤• दिवसीय पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ का आयोजन किया गया। पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में मतदाता जागरà¥à¤•à¤¤à¤¾ पर शपथ à¤à¥€ दिलवायी गई। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि सामाजिक कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ गà¥à¤£à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ कोठारी ने जल संरकà¥à¤·à¤£ के संबनà¥à¤§ में जानकारी दी। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि जल मनà¥à¤·à¥à¤¯ के लिये आवशà¥à¤¯à¤• है। पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधनों के संरकà¥à¤·à¤£ के लिठइस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ चलाने के साथ जल सà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥‹à¤‚ के आसपास नियमित सà¥à¤µà¤šà¥à¤›à¤¤à¤¾ बनाठरखने की à¤à¥€ आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। नेहरॠयà¥à¤µà¤¾ केनà¥à¤¦à¥à¤°, पौड़ी के ततà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¾à¤¨ में आयोजित कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में जिला यà¥à¤µà¤¾ अधिकारी शैलेश à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ ने कहा कि पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की ओर से मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को मिलने वाली बहà¥à¤®à¥à¤²à¥à¤¯ सौगात जल है। जल को संरकà¥à¤·à¤¿à¤¤ कर उसका समà¥à¤šà¤¿à¤¤ उपयोग करने के लिठजन जागरà¥à¤•à¤¤à¤¾ पैदा करने आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है, कà¥à¤¯à¥‹à¤•à¤¿ धरती पर à¤à¥‚जल का सà¥à¤¤à¤° लगातार कम होता जा रहा है। कहा कि यà¥à¤µà¤¾ मणà¥à¤¡à¤² को गà¥à¤°à¤¾à¤® पंचायत के साथ मिल कर à¤à¤• रणनीति तैयार करनी चाहिà¤, जिससे गांव के पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• परिवार को उपयोग के लिठसमà¥à¤šà¤¿à¤¤ जल की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ की जा सके। बी०à¤à¤²à¥¦à¤“, गिनà¥à¤¨à¥€ डंगवाल दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ यà¥à¤µà¤¾à¤“ं को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ करने हेतॠकहा कि वोट देना हमारा à¤à¤• मातà¥à¤° अधिकार है, जिसका हमें उपयोग करना चाहिà¤à¥¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ यà¥à¤µà¤¾ सà¥à¤µà¤¯à¤‚सेवी हरिओम धà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¥€ ने चारà¥à¤Ÿ के माधà¥à¤¯à¤® से यà¥à¤µà¤¾à¤“ं से जल संरकà¥à¤·à¤£ की विधि अपनाने हेतॠपà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ किया। यà¥à¤µà¤¾à¤“ं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¥€ पीने का पानी, दैनिक उपयोग तथा सिंचाई हेतॠपानी की अलग-अलग वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ अपनाने के लिठचारà¥à¤Ÿ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ कर उसका पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤•à¤°à¤£ किया। पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ में कोट बà¥à¤²à¥‰à¤• के बलमणा, दालà¥à¤®à¥€, जामला, आरà¥à¤¯à¤¨à¤—र, चिवालू, धà¥à¤¯à¤¾à¤£à¥€ तथा रणाकोट के यà¥à¤µà¤¾à¤“ं में पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤— किया। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में पूरà¥à¤µ रा०यà¥à¥¦ सà¥à¤µà¤¯à¤‚सेवी पंकज नेगी, अमित बड़थà¥à¤µà¤¾à¤², शिवोम धà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¥€ तथा यà¥à¤µà¤¾ मणà¥à¤¡à¤²à¥‹à¤‚ के सदसà¥à¤¯ अंकà¥à¤¶, ईशा, रौनक, विवेक मेहरा, निखिल, पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚शॠकोठारी, अखिल, à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€, आजाद, सृषà¥à¤Ÿà¤¿ सहित अनà¥à¤¯ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे।