दाà¤à¤¤ दरà¥à¤¦ में हमें बड़ी कठनाई का सामना करना पड़ता है । कई बार कà¥à¤› गलत खाने से तो कई बार दांतों की ठीक से सफाई न करने या कीड़े लगने के कारण दांतों में दरà¥à¤¦ होने लगता है. दांतों में दरà¥à¤¦ का कारण कोई à¤à¥€ हो, लेकिन इसकी पीड़ा हमारे लिठबेहद कषà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¥€ बन जाती है।
रिपोर्ट - वैध दीपक कà¥à¤®à¤¾à¤°
दाà¤à¤¤ दरà¥à¤¦ में हमें बड़ी कठनाई का सामना करना पड़ता है । कई बार कà¥à¤› गलत खाने से तो कई बार दांतों की ठीक से सफाई न करने या कीड़े लगने के कारण दांतों में दरà¥à¤¦ होने लगता है. दांतों में दरà¥à¤¦ का कारण कोई à¤à¥€ हो, लेकिन इसकी पीड़ा हमारे लिठबेहद कषà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¥€ बन जाती है। यहाठपर हम आपको दाà¤à¤¤ दरà¥à¤¦ में कà¥à¤› बहà¥à¤¤ ही आसान से उपचार बता रहे है। *पिसी हलà¥à¤¦à¥€, नमक व सरसो का तेल मिलाकर पेसà¥à¤Ÿ सा बना कर उसे डिबà¥à¤µà¥‡ में रख ले सà¥à¤¬à¤¹ इस पेसà¥à¤Ÿ को बà¥à¤°à¥à¤¶ अथवा उगली के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दाà¤à¤¤à¥‹à¤‚ व मसूड़ों पर लगा लें थोड़ी देर लगा कर रखे फिर बाद में कà¥à¤²à¥à¤²à¤¾ कर लें इस पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— से हिलते हà¥à¤ दाà¤à¤¤ जम जाते हैं दाà¤à¤¤à¥‹ से पीलापन दà¥à¤° होकर दाà¤à¤¤ विलà¥à¤•à¥à¤² सफेद हो जाते हैं।इस पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करते रहने से कà¤à¥€ à¤à¥€ पायरिया नही होगा। *नींबू के छिलकों पर थोड़ा-सा सरसों का तेल डालकर दाà¤à¤¤ à¤à¤µà¤‚ मसूढ़ों पर लगाने से दाà¤à¤¤ सफेद à¤à¤µà¤‚ चमकदार होते हैं, मसूढ़े मजबूत होते हैं, हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के जीवाणà¥à¤“ं तथा पायरिया आदि रोगों से बचाव होता है। *जामफल के पतà¥à¤¤à¥‹à¤‚ को अचà¥à¤›à¥€ तरह चबाकर उसका रस मà¥à¤à¤¹ में फैलाकर, थोड़ी देर तक रखकर थूक देने से अथवा जामफल की छाल को पानी में उबालकर उसके कà¥à¤²à¥à¤²à¥‡ करने से हर तरह के दाà¤à¤¤ के दरà¥à¤¦ में लाठहोता है। *हींग दांत में दरà¥à¤¦ से तà¥à¤°à¤‚त मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ दिलाता है । हींग को मौसमी के रस में डà¥à¤¬à¥‹à¤•à¤° दांतों में दरà¥à¤¦ की जगह पर रखें, मौसमी न होने पर हींग में नींबू à¤à¥€ मिलाया जा सकता है। इससे शीघà¥à¤° ही आपको दरà¥à¤¦ से छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ मिल जायेगा। *तिल के तेल में पीसा हà¥à¤† नमक मिलाकर उà¤à¤—ली से दाà¤à¤¤à¥‹à¤‚ को रोज घिसने से दाà¤à¤¤ की पीड़ा दूर होती है । *दांतों के दरà¥à¤¦ में लौंग दांतों के सà¤à¥€ बैकà¥à¤Ÿà¥€à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ को नषà¥à¤Ÿ कर सकता हैं। à¤à¤¸à¥‡ में लौंग को दांतों के दरà¥à¤¦ की जगह पर रखना चाहिà¤, कà¥à¤› ही देर में आपका दरà¥à¤¦ जाता रहेगा। लेकिन चूà¤à¤•à¤¿ इसमें दरà¥à¤¦ कम होने की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ थोड़ी धीमी होती है इसलिठइसमें धैरà¥à¤¯ रखना चाहिठ। *जामà¥à¤¨ के वृकà¥à¤· की छाल के काढ़े के कà¥à¤²à¥à¤²à¥‡ करने से दाà¤à¤¤à¥‹à¤‚ के मसूढ़ों की सूजन मिटती है व हिलते दाà¤à¤¤ à¤à¥€ मजबूत होते हैं। *पà¥à¤¯à¤¾à¤œ दांत दरà¥à¤¦ के लिठà¤à¤• उतà¥à¤¤à¤® घरेलू उपचार है। जो वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ रोजाना कचà¥à¤šà¤¾ पà¥à¤¯à¤¾à¤œ खाते हैं उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दांत दरà¥à¤¦ की शिकायत होने की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ कम रहती है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤¯à¤¾à¤œ में कà¥à¤› à¤à¤¸à¥‡ औषधीय गà¥à¤£ होते हैं जो बैकटीरिया को नषà¥à¤Ÿ कर देते हैं। अगर आपके दांत में दरà¥à¤¦ है तो पà¥à¤¯à¤¾à¤œ के टà¥à¤•à¥œà¥‡ को दांत के पास रखें अथवा पà¥à¤¯à¤¾à¤œ चबाà¤à¤‚। आपको आराम महसूस होने लगेगा। *10 गà¥à¤°à¤¾à¤® बायविडंग और 10 गà¥à¤°à¤¾à¤® सफेद फिटकरी थोड़ी कूटकर तीन किलो पानी में उबालें। à¤à¤• किलो बचा रहने पर छानकर बोतल में à¤à¤°à¤•à¤° रख लें। तेज दरà¥à¤¦ में दिन में 2-3 बार इस पानी से कà¥à¤²à¥à¤²à¤¾ करने से दो दिन में ही आराम आ जाता है। कà¥à¤› अधिक दिन कà¥à¤²à¥à¤²à¤¾ करने से दाà¤à¤¤ पतà¥à¤¥à¤° की तरह मजबूत हो जाते हैं। *पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤ƒ दाॠमें कीड़ा लगने पर असहय दरà¥à¤¦ उठता है। तब अमरूद के पतà¥à¤¤à¥‡ के काà¥à¥‡ से कà¥à¤²à¥à¤²à¤¾ करने से दाà¤à¤¤ और दाॠकी à¤à¤¯à¤¾à¤¨à¤• टीस और दरà¥à¤¦ दूर हो जाता है। पतीले में पानी में अमरूद के पतà¥à¤¤à¥‡ डालकर इतना उबालें कि वह पानी उबाले हà¥à¤ दूध की तरह गाà¥à¤¾ हो जाà¤à¥¤ *नमक के पानी के कà¥à¤²à¥à¤²à¥‡ करने à¤à¤µà¤‚ कतà¥à¤¥à¥‡ अथवा हलà¥à¤¦à¥€ का चूरà¥à¤£ लगाने से गिरे हà¥à¤ दाà¤à¤¤ का रकà¥à¤¤à¤¸à¥à¤°à¤¾à¤µ जलà¥à¤¦à¥€ ही बंद हो जाता है। *लहसà¥à¤¨ में à¤à¤‚टीबायोटिक गà¥à¤£ पाठजाते हैं जो अनेकों पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के संकà¥à¤°à¤®à¤£ से लड़ने की कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ रखते हैं।लहसà¥à¤¨ में à¤à¤²à¥€à¤¸à¤¿à¤¨ होता है जो दांत के पास के बैकटीरिया, जरà¥à¤®à¥à¤¸, जीवाणॠइतà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¿ को नषà¥à¤Ÿ कर देता है।इसलिठà¤à¤• फांक लहसà¥à¤¨ को सेंधा नमक के साथ पीसकर यदि आप दांतों में दरà¥à¤¦ की जगह पर लगायेंगे तो आपको दरà¥à¤¦ में आराम मिलेगा। *दाà¤à¤¤-दाॠदरà¥à¤¦ में अदरक का टà¥à¤•à¥œà¤¾ कà¥à¤šà¤²à¤•à¤° दरà¥à¤¦ वाले दाà¤à¤¤ में रखकर मà¥à¤à¤¹ बंद कर लें और धीरे-धीरे रस चूसते रहें। फौरन राहत महसूस होगी। *नीम के पतà¥à¤¤à¥‹à¤‚ की राख में कोयले का चूरा तथा कपूर मिलाकर रोज रात को सोने से पहले लगाकर पायरिया में लाठहोता है। *सरसों के तेल में सेंधा नमक मिलाकर दाà¤à¤¤à¥‹à¤‚ पर लगाने से दाà¤à¤¤à¥‹à¤‚ से निकलती दà¥à¤°à¥à¤—नà¥à¤§ à¤à¤µà¤‚ रकà¥à¤¤ बंद होकर दाà¤à¤¤ मजबूत होते हैं तथा पायरिया à¤à¥€ जड़ से ख़तà¥à¤® हो जाता है। *फिटकरी को तवे या लोहे की कड़ाही में पानी के साथ आग पर रखें। जब पानी जल जाठऔर फिटकरी फूल जाठतो तवे को आग पर से उतारकर फिटकरी को पीसकर बारीक चूरà¥à¤£ बना लें। जितना फिटकरी का पावडर बने उसका 1/4 à¤à¤¾à¤— पिसी हलà¥à¤¦à¥€ उसमें मिला कर लकड़ी की सींख की नोक से दाà¤à¤¤ के दरà¥à¤¦ वाले सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर या सà¥à¤°à¤¾à¤– के à¤à¥€à¤¤à¤° यह मिशà¥à¤°à¤£ à¤à¤° दें।यह बहà¥à¤¤ ही लाà¤à¤•à¤¾à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— है । *à¤à¥‹à¤œà¤¨ अथवा अनà¥à¤¯ किसी à¤à¥€ पदारà¥à¤¥ को खाने के बाद अचà¥à¤›à¥€ तरह से कà¥à¤²à¥à¤²à¤¾ जरूर करें तथा गरà¥à¤® वसà¥à¤¤à¥ के तà¥à¤°à¤‚त पशà¥à¤šà¤¾à¤¤à¥ ठणà¥à¤¡à¥€ वसà¥à¤¤à¥ का सेवन न करें। Vaid Deepak Kumar Adarsh Ayurvedic Pharmacy Kankhal Hardwar aapdeepak.hdr@gmail.com 9897902760