तीरà¥à¤¥ नगरी में 1 मारà¥à¤š को महाशिवरातà¥à¤°à¤¿ परà¥à¤µ पर शिव à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ का हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° कांवड़ यातà¥à¤°à¤¾ हेतॠआवागमन आरंठहो गया है। शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° से कांवड़ उठानी आरंठकर दी है। शिवरातà¥à¤°à¤¿ परà¥à¤µ पर शिव à¤à¤•à¥à¤¤ अपने-अपने मंदिरों में à¤à¤—वान शिव का जलाà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• महाशिवरातà¥à¤°à¤¿ पर करेंगे।शिव à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने महाशिवरातà¥à¤°à¤¿ की तैयारी करनी शà¥à¤°à¥‚ कर दी है।
रिपोर्ट - विकास शरà¥à¤®à¤¾
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° 20 फरवरी (विकास शरà¥à¤®à¤¾) तीरà¥à¤¥ नगरी में 1 मारà¥à¤š को महाशिवरातà¥à¤°à¤¿ परà¥à¤µ पर शिव à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ का हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° कांवड़ यातà¥à¤°à¤¾ हेतॠआवागमन आरंठहो गया है। शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° से कांवड़ उठानी आरंठकर दी है। शिवरातà¥à¤°à¤¿ परà¥à¤µ पर शिव à¤à¤•à¥à¤¤ अपने-अपने मंदिरों में à¤à¤—वान शिव का जलाà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• महाशिवरातà¥à¤°à¤¿ पर करेंगे।शिव à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने महाशिवरातà¥à¤°à¤¿ की तैयारी करनी शà¥à¤°à¥‚ कर दी है। 1 मारà¥à¤š को महाशिवरातà¥à¤°à¤¿ परà¥à¤µ पर शिवालयों में शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤—वान शिव का आसà¥à¤¥à¤¾ के जल से अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• किया जाà¤à¤—ा। इसको लेकर शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं में अà¤à¥€ से उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ दिखने को मिल रहा है। अलग अलग राजà¥à¤¯à¥‹ से शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° पहà¥à¤‚चकर कांवड़ में गंगाजल लेकर रवाना होने लगे हैं। पौराणिक मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤“ं के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° फालà¥à¤—à¥à¤¨ मास की शिवरातà¥à¤°à¤¿ का विशेष महतà¥à¤µ है। गà¥à¤°à¤‚थों के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, इस दिन à¤à¤—वान शिव और शकà¥à¤¤à¤¿ का मिलन हà¥à¤† था। शिवपà¥à¤°à¤¾à¤£ में उलà¥à¤²à¥‡à¤–ित à¤à¤• कथा के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, इस दिन à¤à¤—वान शिव और माता पारà¥à¤µà¤¤à¥€ का विवाह हà¥à¤† था और à¤à¥‹à¤²à¥‡à¤¨à¤¾à¤¥ ने वैरागà¥à¤¯ जीवन तà¥à¤¯à¤¾à¤— कर गृहसà¥à¤¥ जीवन अपनाया था।माना जाता है कि इस दिन विधिवत आदिदेव महादेव की पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ करने से सà¤à¥€ मनोकामनाà¤à¤‚ पूरà¥à¤£ होती है व कषà¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ का निवारण होता है। महाशिवरातà¥à¤°à¤¿ को लेकर शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ à¤à¥€ हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° से जल लेकर अपने गंतवà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की ओर बॠरहे है।