कà¤à¥€-कà¤à¥€ किसी को चकà¥à¤•à¤° आते हैं, बैठे रहने के बाद उठने पर आà¤à¤–ों के सामने अंधेरा छा जाता है और चकà¥à¤•à¤° आते हैं। इस सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में à¤à¤• सफल सिदà¥à¤§ नà¥à¤¸à¥à¤–ा पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ है।
रिपोर्ट - वैध दीपक कà¥à¤®à¤¾à¤°
कà¤à¥€-कà¤à¥€ किसी को चकà¥à¤•à¤° आते हैं, बैठे रहने के बाद उठने पर आà¤à¤–ों के सामने अंधेरा छा जाता है और चकà¥à¤•à¤° आते हैं। इस सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में à¤à¤• सफल सिदà¥à¤§ नà¥à¤¸à¥à¤–ा पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ है। à¤à¤• कड़वी, सूखी, लमà¥à¤¬à¥€ या गोल लौकी या तà¥à¤®à¥à¤¬à¥€ जो पकने के बाद अपने आप सूख चà¥à¤•à¥€ हो, लेकर इसे डणà¥à¤ ल की तरफ से काट दें, ताकि अनà¥à¤¦à¤° का पोला (खोखलापन) दिखाई दे। इसके अनà¥à¤¦à¤° बीज या सूखा गूदा हो तो हिला-हिलाकर गिरा दें। इसमें ऊपर तक पानी à¤à¤° कर 12 घणà¥à¤Ÿà¥‡ तक रखें फिर हिलाकर पानी निकाल कर साफ कपड़े से दो बार छान लें। इस पानी को à¤à¤¸à¥‡ बरà¥à¤¤à¤¨ में à¤à¤°à¥‡à¤‚, जिसमें अपनी नाक डà¥à¤¬à¥‹ सकें। नाक डà¥à¤¬à¥‹à¤•à¤° खूब जोर से साà¤à¤¸ खींचें, ताकि पानी नाक से अनà¥à¤¦à¤° चॠजाà¤à¥¤ दिनà¤à¤° नाक से पानी टपकता रहेगा। पानी खींचने के बाद नाक नीची करके आराम करें। इस उपाय से यह वà¥à¤¯à¤¾à¤§à¤¿ सदा के लिठनषà¥à¤Ÿ हो जाती है। Vaid Deepak Kumar Adarsh Ayurvedic Pharmacy Kankhal Hardwar aapdeepak.hdr@gmail.com 9897902760