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शांतिकुुंज में हजारों लोगों ने हवन के साथ किया वर्ष 2020 की प्रथम किरण का स्वागत


गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में देश-विदेश के कोने-कोने से आये हजारों परिजनों ने बुधवार को पवित्र यज्ञशाला में हवन कर वर्ष-2020 का स्वागत किया। वर्ष के प्रथम दिन गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या व संस्था की अधिष्ठात्री शैलदीदी ने कहा कि इस वर्ष सद्बुद्धि की अधिष्ठात्री देवी माँ गायत्री की आराधना हेतु गृहे-गृहे गायत्री उपासना एवं सत्कर्म की ओर प्रेरित करने वाला गायत्री महायज्ञ|

रिपोर्ट  - à¤°à¤¾à¤®à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° गौड़

हरिद्वार 1 जनवरी। गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में देश-विदेश के कोने-कोने से आये हजारों परिजनों ने बुधवार को पवित्र यज्ञशाला में हवन कर वर्ष-2020 का स्वागत किया। वर्ष के प्रथम दिन गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या व संस्था की अधिष्ठात्री शैलदीदी ने कहा कि इस वर्ष सद्बुद्धि की अधिष्ठात्री देवी माँ गायत्री की आराधना हेतु गृहे-गृहे गायत्री उपासना एवं सत्कर्म की ओर प्रेरित करने वाला गायत्री महायज्ञ को और अधिक गति देने का क्रम चलेगा। इसमें भागीदारी करने के लिए सभी वर्गों को जोड़ा जायेगा। गायत्री परिवार प्रमुखद्वय ने सद्ज्ञान, सत्कर्म एवं सत्संग की गंगोत्री में स्नान करने के लिए सभी का आवाहन किया। डॉ. पण्ड्या ने कहा कि वर्ष 2020 में देश-विदेश के लाखों युवाओं को रचनात्मक कार्यक्रमों से जोड़ा जायेगा। ये युवा राष्ट्र को उन्नत बनाने की दिशा में कार्य करेंगे। डॉ. पण्ड्या ने इस अभियान में समाज के प्रत्येक वर्ग की भागीदारी का आवाहन किया। इस वर्ष नई पीढ़ी को सुसंस्कृत बनाने के उद्देश्य से ‘आओ गढ़े संस्कारवान पीढ़ी’ कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न प्रशिक्षण शिविर चलाये जायेंगे। गायत्री परिवार प्रमुख ने भारत के लिए वर्ष 2020 को शुभ बताते हुए नववर्ष की शुभकामनाएँ दीं। अधिष्ठात्री शैलदीदी ने कहा कि नया उत्साह, नई उमंग व उल्लास लिए कई शुभ संयोग लेकर वर्ष 2020 आ रहा है। यह वर्ष अच्छे विचारों को क्रियान्वित करने और अधूरे सपनों को पूरा करने हेतु दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने आया है। वहीं नववर्ष के प्रथम किरण का स्वागत के अवसर पर वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना के साथ गायत्री महायज्ञ का आयोजन हुआ, जिसमें नौ पारियों में देश के कोने-कोने से आये साधकों ने गायत्री महामंत्र व महामृत्युंजय मंत्र से विशेष आाहुतियाँ डाली। देवसंस्कृति विश्वविद्यालय परिवार, ब्रह्मवर्चस शोध संस्थान एवं शांतिकुंज परिवार ने गायत्री परिवार प्रमुखद्वय से भेंटकर नववर्ष के लिए विशेष मार्गदर्शन प्राप्त किया। साथ ही विभिन्न संस्कार बड़ी संख्या में सम्पन्न कराये गये।

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