यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ के खारà¥à¤•à¤¿à¤µ शहर में लगातार हो रही बमबारी से अब वहां à¤à¤®à¤¬à¥€à¤¬à¥€à¤à¤¸ करने गठलगà¤à¤— 25 सौ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के सामने खाने-पीने का संकट उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हो गया है। इसमें लगà¤à¤— डेढ़ सौ छातà¥à¤° उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के हैं। छातà¥à¤° बंकर में दिन काट रहे हैं। सोमवार को à¤à¤• घंटे के लिठबाजार खà¥à¤²à¤¾à¥¤
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ के खारà¥à¤•à¤¿à¤µ शहर में लगातार हो रही बमबारी से अब वहां à¤à¤®à¤¬à¥€à¤¬à¥€à¤à¤¸ करने गठलगà¤à¤— 25 सौ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के सामने खाने-पीने का संकट उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हो गया है। इसमें लगà¤à¤— डेढ़ सौ छातà¥à¤° उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के हैं। छातà¥à¤° बंकर में दिन काट रहे हैं। सोमवार को à¤à¤• घंटे के लिठबाजार खà¥à¤²à¤¾à¥¤ छातà¥à¤° दà¥à¤•à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ की तरफ à¤à¤¾à¤—े लेकिन वहां लंबी लाइन लगी थी। दà¥à¤•à¤¾à¤¨à¤¦à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ ने यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ दी। उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ ही सामान दिà¤à¥¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ छातà¥à¤° लाइन में खड़े होने के बाद à¤à¥€ निराश होकर खाली हाथ अपने बंकर में लौटे। उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ समठमें नहीं आ रहा कि इस सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में कà¥à¤¯à¤¾ किया जाà¤à¥¤ लगातार बमबारी होने से वहां से निकलने की वे हिमà¥à¤®à¤¤ नहीं जà¥à¤Ÿà¤¾ पा रहे हैं। रामजानकी नगर निवासी अजीत सिंह के पà¥à¤¤à¥à¤° आकाश सिंह यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ के खारà¥à¤µà¤¿à¤µ नेशनल मेडिकल इंसà¥à¤Ÿà¥€à¤Ÿà¥à¤¯à¥‚ट में à¤à¤®à¤¬à¥€à¤¬à¥€à¤à¤¸ चतà¥à¤°à¥à¤¥ वरà¥à¤· के छातà¥à¤° हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि राजधानी कीव में करà¥à¤«à¥à¤¯à¥‚ हटा लिया गया है। टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥‹à¤‚ का संचालन शà¥à¤°à¥‚ कर दिया गया है। दूतावास ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ छातà¥à¤° कीव पहà¥à¤‚चकर टà¥à¤°à¥‡à¤¨ से पोलैंड की तरफ निकलें। लेकिन खारà¥à¤•à¤¿à¤µ में लगातार हो रही बमबारी से छातà¥à¤° वहां से निकलने की हिमà¥à¤®à¤¤ नहीं जà¥à¤Ÿà¤¾ पा रहे हैं। छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ का कहना है कि यदि रसिया सीमा खोल दी जाठतो वहां से à¤à¤• घंटे का रासà¥à¤¤à¤¾ है।यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ पर रूस के हमले की वजह से वहां à¤à¤®à¤¬à¥€à¤¬à¥€à¤à¤¸ की पढ़ाई कर रहे छातà¥à¤° à¤à¤¾à¤—कर यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨-पोलैंड सीमा पर पहà¥à¤‚चे थे। लेकिन वहां से खदेड़ दिया गया। पà¥à¤²à¤¿à¤¸ की जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¤à¥€ की वजह से छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤à¤‚ आसपास के शहरों में लौट आà¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ दूतावास से मदद की गà¥à¤¹à¤¾à¤° लगाई है। दूतावास ने मदद का आशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¨ दिया है। गोरखपà¥à¤° की गà¥à¤°à¥€à¤¨ सिटी निवासी पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚शी गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ लवीव शहर में आ गईं। वह रविवार की रात को गरà¥à¤²à¥à¤¸ हासà¥à¤Ÿà¤² में रहीं। सोमवार को दोपहर बाद उनके सहित à¤à¤¾à¤°à¤¤ के आठछातà¥à¤° निजी बस रिजरà¥à¤µ कर हंगà¥à¤°à¥€ के लिठरवाना हो गठहैं। मंगलवार तक उन लोगों के हंगà¥à¤°à¥€ à¤à¤¯à¤°à¤ªà¥‹à¤°à¥à¤Ÿ पहà¥à¤‚चने की उमà¥à¤®à¥€à¤¦ है। पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚शी ने बताया कि खाने-पीने के सामान बहà¥à¤¤ मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² से मिल रहे हैं।