रूस और यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ के बीच जारी संघरà¥à¤· तेज हो चà¥à¤•à¤¾ है और इसके साथ ही कचà¥à¤šà¥‡ तेल के दाम में à¤à¥€ आग लग गई है। बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को बà¥à¤°à¥‡à¤‚ट कà¥à¤°à¥‚ड की कीमत में पांच डॉलर पà¥à¤°à¤¤à¤¿ बैरल का इजाफा हà¥à¤† और यह अपने ऑल टाइम हाई पर पहà¥à¤‚च गया। इस जोरदार तेजी के बाद अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ बाजार में कचà¥à¤šà¥‡ तेल की कीमत 110 डॉलर पà¥à¤°à¤¤à¤¿ बैरल के पार पहà¥à¤‚च चà¥à¤•à¥€ है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
रूस और यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ के बीच जारी संघरà¥à¤· तेज हो चà¥à¤•à¤¾ है और इसके साथ ही कचà¥à¤šà¥‡ तेल के दाम में à¤à¥€ आग लग गई है। बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को बà¥à¤°à¥‡à¤‚ट कà¥à¤°à¥‚ड की कीमत में पांच डॉलर पà¥à¤°à¤¤à¤¿ बैरल का इजाफा हà¥à¤† और यह अपने ऑल टाइम हाई पर पहà¥à¤‚च गया। इस जोरदार तेजी के बाद अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ बाजार में कचà¥à¤šà¥‡ तेल की कीमत 110 डॉलर पà¥à¤°à¤¤à¤¿ बैरल के पार पहà¥à¤‚च चà¥à¤•à¥€ है। इसका à¤à¤¾à¤°à¤¤ समेत दूसरे देशों पर बà¥à¤°à¤¾ असर होने वाला है।विशेषजà¥à¤žà¥‹à¤‚ की मानें तो अगर रूस और यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ के बीच जंग और आगे बढ़ती है तो कचà¥à¤šà¥‡ तेल का दाम और आगे बढ़ सकता है। इससे à¤à¤¾à¤°à¤¤ में पेटà¥à¤°à¥‹à¤² और डीजल की कीमतों पर बà¥à¤°à¤¾ असर पड़ेगा और ये 10 से 15 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ तक महंगे हो सकते हैं। गौरतलब है कि पेटà¥à¤°à¥‹à¤²-डीजल के दाम बढ़ने के अनà¥à¤°à¥‚प देश में खाने-पीने की चीजों पर महंगाई à¤à¥€ बढ़ेगी, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि माल ढà¥à¤²à¤¾à¤ˆ का खरà¥à¤š बढ़ जाà¤à¤—ा। à¤à¤¸à¥‡ में à¤à¤¾à¤°à¤¤ के सामने खà¥à¤¦à¤°à¤¾ महंगाई बढ़ने का खतरा à¤à¥€ बढ़ जाà¤à¤—ा। यानी साफ शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में कहें तो कचà¥à¤šà¥‡ तेल में लगी ये आग à¤à¤¾à¤°à¤¤ को à¤à¥à¤²à¤¸à¤¾à¤¨à¥‡ वाली है। रेटिंग à¤à¤œà¥‡à¤‚सी इंडिया रेटिंगà¥à¤¸ की ओर से जारी की गई रिपोरà¥à¤Ÿ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ में जारी संकट के चलते चालू वितà¥à¤¤ वरà¥à¤· में देश का आयात बिल बढ़कर 600 अरब अमेरिकी डॉलर होने की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ है। इसका कारण यह है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ कचà¥à¤šà¥‡ तेल, पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• गैस, रतà¥à¤¨ और आà¤à¥‚षण, खादà¥à¤¯ तेल और उरà¥à¤µà¤°à¤• के आयात पर पà¥à¤°à¥€ तरह से निरà¥à¤à¤° है, जबकि रूस-यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ यà¥à¤¦à¥à¤§ का असर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ मà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾ पर पड़ रहा है जो लगातार गिर रही है। रिपोरà¥à¤Ÿ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, इन सब कारणों के चलते देश में महंगाई और चालू खाता घाटा बढ़ने की आशंका है। चालू वितà¥à¤¤ वरà¥à¤· के पहले 10 महीनों में आयात बिल 492.9 अरब अमेरिकी डॉलर था। दरअसल, à¤à¤¾à¤°à¤¤ जरूरत का 85 फीसदी कचà¥à¤šà¤¾ तेल और जरूरत का 50 फीसदी नैचà¥à¤°à¤² गैस आयात करता है। अगर इन दोनों की कीमत इंटरनेशनल मारà¥à¤•à¥‡à¤Ÿ में बढ़ती है तो जाहिर है à¤à¤¾à¤°à¤¤ का आयात बिल बढ़ जाà¤à¤—ा। रूस का यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ पर आकà¥à¤°à¤®à¤£ के बाद इंटरनेशनल मारà¥à¤•à¥‡à¤Ÿ में कचà¥à¤šà¤¾ तेल आसमान पर पहà¥à¤‚च गया है तो दूसरी ओर गैस के दाम à¤à¥€ बढ़ गठहै। यही वजह है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ का आयात बिल 600 अरब डॉलर पार पहà¥à¤‚चने की आशंका जताई जा रही है।