लगातार हो रही बमबारी से यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ के खारà¥à¤•à¤¿à¤µ में छातà¥à¤° फंसे हà¥à¤ थे। वे बंकरों के अंदर दिन काट रहे थे और बमबारी रà¥à¤•à¤¨à¥‡ का इंतजार कर रहे थे। जब à¤à¥‹à¤œà¤¨ का संकट खड़ा हो गया और बमबारी रà¥à¤•à¤¨à¥‡ की कोई संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ नजर नहीं आ रही थी तो वे जान हथेली पर लेकर खारà¥à¤•à¤¿à¤µ से निकले।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
लगातार हो रही बमबारी से यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ के खारà¥à¤•à¤¿à¤µ में छातà¥à¤° फंसे हà¥à¤ थे। वे बंकरों के अंदर दिन काट रहे थे और बमबारी रà¥à¤•à¤¨à¥‡ का इंतजार कर रहे थे। जब à¤à¥‹à¤œà¤¨ का संकट खड़ा हो गया और बमबारी रà¥à¤•à¤¨à¥‡ की कोई संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ नजर नहीं आ रही थी तो वे जान हथेली पर लेकर खारà¥à¤•à¤¿à¤µ से निकले। पैदल ही रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पहà¥à¤‚चे। गोरखपà¥à¤° के आकाश सिंह ने बताया कि अब खाने-पीने के सामान à¤à¥€ नहीं मिल रहे हैं। हम लोग खारà¥à¤•à¤¿à¤µ रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पर आ गठहैं। अà¤à¥€ टà¥à¤°à¥‡à¤¨ नहीं मिली है।बमबारी के बीच खारà¥à¤•à¤¿à¤µ से निकले à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ छातà¥à¤°, बीस किमी पैदल चलकर पहà¥à¤‚चे रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨,वही आकाश ने बताया कि खारà¥à¤•à¤¿à¤µ में लगातार बमबारी हो रही है। बचà¥à¤šà¥‡ बंकरों में छिपे हà¥à¤ थे। शहर में à¤à¤• घंटे के लिठबाजार खà¥à¤²à¤¾ था लेकिन यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ के लोगों को ही दà¥à¤•à¤¾à¤¨à¤¦à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ ने सामान दिया। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ को नहीं दे रहे हैं। दूतावास ने छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ से कहा है कि टà¥à¤°à¥‡à¤¨ पकड़कर पोलैंड की तरफ निकलें। इसके बाद सà¤à¥€ छातà¥à¤° बंकरों से निकलकर गोलाबारी से बचते हà¥à¤ किसी तरह पैदल रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पहà¥à¤‚चे। सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ की दूरी खारà¥à¤•à¤¿à¤µ शहर से लगà¤à¤— 20 किमी है। पूरे खारà¥à¤•à¤¿à¤µ में लगà¤à¤— 2500 à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ बचà¥à¤šà¥‡ à¤à¤®à¤¬à¥€à¤¬à¥€à¤à¤¸ की पढ़ाई करते हैं। वे सà¤à¥€ रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पहà¥à¤‚च गठहैं। वहां से लवीव जाà¤à¤‚गी, टà¥à¤°à¥‡à¤¨ वहीं तक जाती है। उसके बाद बस से पोलैंड या हंगà¥à¤°à¥€ के लिठरवाना होंगे।