हर साल पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में 3 मारà¥à¤š को ‘विशà¥à¤µ वनà¥à¤¯à¤œà¥€à¤µ दिवस’ मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥â€à¤¯ दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤à¤° में तेजी से विलà¥à¤ªà¥à¤¤ हो रही वनसà¥à¤ªà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और जीव जनà¥à¤¤à¥à¤“ं की पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ के लिठलोगों में जागरूकता पैदा करना है ।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
हर साल पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में 3 मारà¥à¤š को ‘विशà¥à¤µ वनà¥à¤¯à¤œà¥€à¤µ दिवस’ मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥â€à¤¯ दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤à¤° में तेजी से विलà¥à¤ªà¥à¤¤ हो रही वनसà¥à¤ªà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और जीव जनà¥à¤¤à¥à¤“ं की पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ के लिठलोगों में जागरूकता पैदा करना है । जैव विविधता की समृदà¥à¤§à¤¿ के परिणामसà¥à¤µà¤°à¥‚प ही धरती रहने व जीवनयापन के योगà¥à¤¯ बनती है। लेकिन लगातार बढ़ता पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण, व मानवीय कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤•à¤²à¤¾à¤ªà¥‹à¤‚ के चलते वातावरण पर इतना खतरनाक पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ पड़ रहा है कि जीव-जंतà¥à¤“ं और वनसà¥à¤ªà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की अनेक पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ धीरे-धीरे लà¥à¤ªà¥à¤¤ होती जा रही हैं. à¤à¤¾à¤°à¤¤ में इस समय 900 से à¤à¥€ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ दà¥à¤°à¥à¤²à¤ पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ खतरे में हैं। विशà¥à¤µ वनà¥à¤¯à¤œà¥€à¤µ दिवस के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ लोगों को जागरूक करने लिठसंयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° महासà¤à¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हर साल à¤à¤• थीम जारी की जाती है, जिससे कि विलà¥à¤ªà¥à¤¤ हो रहे वनसà¥à¤ªà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और जीव-जनà¥à¤¤à¥à¤“ं की पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ के लिठलोगों में जागरूकता पैदा की जा सके. विशà¥à¤µ वनà¥à¤¯à¤œà¥€à¤µ दिवस 2022 की थीम है- पारिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤•à¥€ तंतà¥à¤° की बहाली के लिठपà¥à¤°à¤®à¥à¤– पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को पà¥à¤¨à¤°à¥à¤ªà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करना। इस अवसर पर बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किये गये। साथ ही सà¥à¤•à¥‚ल हेलà¥à¤¥ पà¥à¤°à¥‹à¤—à¥à¤°à¤¾à¤® के अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤—त बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ संबंधी जानकारियां पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की गयी। जिसके अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤—त पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• ककà¥à¤·à¤¾ से वेलनेस à¤à¤®à¥à¤¬à¥‡à¤¸à¤¡à¤° बनाठगये। जिनमें ककà¥à¤·à¤¾ 6 से किशन सिंह व सपना, ककà¥à¤·à¤¾ 7 से अà¤à¤¿à¤¨à¤µ व दीकà¥à¤·à¤¾, ककà¥à¤·à¤¾ 8 से सिमरन व सेजल ककà¥à¤·à¤¾ 9 से पà¥à¤°à¤à¤¾à¤•à¤° à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ व आरती , ककà¥à¤·à¤¾ 10 से आशीष जोशी व सनà¥à¤§à¥à¤¯à¤¾, ककà¥à¤·à¤¾ 11 से शिवानी व नीरज व दो शिकà¥à¤·à¤• सà¥à¤à¤¾à¤· मलासी व पà¥à¤·à¥à¤ªà¤¾ चौहान वेलनेस à¤à¤®à¥à¤¬à¥‡à¤¸à¤¡à¤° बनाठगये। इस अवसर पर कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का संचालन डॉ0 अशोक कà¥à¤®à¤¾à¤° बडोनी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया गया। डॉ0 बडोनी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वनà¥à¤¯ जीव संरकà¥à¤·à¤£ व सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ पर विचार वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किये गये। à¤à¥‚गोल पà¥à¤°à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ मदन मोहन रावत दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वनà¥à¤¯ जीव संरकà¥à¤·à¤£ हेतॠबचà¥à¤šà¥‹à¤‚ से आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ किया गया कि हमें पृथà¥à¤µà¥€ के असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ को बनाठरखने हेतॠवनà¥à¤¯ जीवों को बचाठरखना होगा। विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ कलम सिंह रावत ने वनà¥à¤¯ जीवों के महतà¥à¤µ व सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ के महतà¥à¤µ पर बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को संबोधित किया। इस अवसर पर देवेनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह रमोला, मà¥à¤¨à¥à¤¨à¥€ रावत , मनीष चमोली, मनोज उनियाल, धीरेनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह à¤à¤‚डारी, विरेंदà¥à¤° सिंह à¤à¤‚डारी, पà¥à¤°à¤®à¥‹à¤¦ तिवाडी आदि उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे।