पतंजलि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं ने अपने कई सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ के माधà¥à¤¯à¤® से अपनी पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ दी जिसमें छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं ने आज के दौर की नारी को जो किस तरह काम-काजी मां है कैसे वह जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ आने पर अपने परिवार की संरकà¥à¤·à¤• बन खड़ी होती है कैसे वह आज घर से लेकर अंतरिकà¥à¤· तक को संà¤à¤¾à¤²à¤¨à¥‡ का हौंसला रखती है। वैसे तो आज की नारी हर कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का सामना कर रही है साथ ही हर कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ à¤à¥€ दें रही हैं।
रिपोर्ट -
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°à¥¤ पतंजलि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में आज अंतराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ महिला दिवस मनाया जिसकी थीम थी ‘‘सशकà¥à¤¤ नारी सशकà¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° यतà¥à¤°à¥ नारà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤à¥ पूजà¥à¤¯à¤‚ते रमते ततà¥à¤°à¥ देवताः’’ जैसा कि आज का दिन महिलाओं को समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ है उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ रोचक अंदाज से पतंजलि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं ने अपने कई सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ के माधà¥à¤¯à¤® से अपनी पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ दी जिसमें छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं ने आज के दौर की नारी को जो किस तरह काम-काजी मां है कैसे वह जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ आने पर अपने परिवार की संरकà¥à¤·à¤• बन खड़ी होती है कैसे वह आज घर से लेकर अंतरिकà¥à¤· तक को संà¤à¤¾à¤²à¤¨à¥‡ का हौंसला रखती है। वैसे तो आज की नारी हर कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का सामना कर रही है साथ ही हर कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ à¤à¥€ दें रही हैं। पतंजलि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं ने सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• नाटà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के माधà¥à¤¯à¤® से समाज मे फैल रही महिलाओं के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ दà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤° की घटनाओं को पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ करने का कारà¥à¤¯ किया। आज की नारी जब घर से बाहर निकलती है तो समाज में फैले कई à¤à¥‡à¥œà¤¿à¤¯à¥‡ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बà¥à¤°à¥€ नजर से तो देखते ही हैं साथ ही कई दà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥€ मासूम लडकियों पर à¤à¤¸à¤¿à¤¡ फेंकर उनकी हंसती-खेलती जिंदगी को बरà¥à¤¬à¤¾à¤¦ कर देते हैं और जिसके कारण से वह शारीरिक व मानसिक तनाव का शिकार बन जाती है। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का संचालन डॉ वैशाली गौड़ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया गया जहाठपर उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡à¤‚ अपने संबोधन में कहा कि आज की महिलाओं को सशकà¥à¤¤ होने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है तà¤à¥€ वह अपना संरकà¥à¤·à¤£ व अपना बचाव कर सकती हैं इसलिठपतंजलि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ है जहाठपर छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं को सशकà¥à¤¤ करने के साथ ही वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• जà¥à¤žà¤¾à¤¨ à¤à¥€ दिया जाता है जिससे उनका आगे का à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ सà¥à¤–मय और सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾à¤ªà¥‚रà¥à¤£ बन सके। पतंजलि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¥‹. महावीर अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² ने महिला दिवस पर बोलते हà¥à¤ कहा कि आज का दिन विशà¥à¤µ तब मना रहा है जब दो देश आपस में लड़ रहे हैैं यह सà¤à¥€ जानते हैं कि रà¥à¤¸ यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ से काफी शकà¥à¤¤à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ है उसके बावजूद à¤à¥€ यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ के लोग रà¥à¤¸ का डट कर सामना कर रहे हैं उसके पीछे उनका राषà¥à¤Ÿà¥à¤° पà¥à¤°à¥‡à¤® है जिस कारण आज यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ की महिलाओं ने अपने राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की रकà¥à¤·à¤¾ के लिठहथियारों को उठा लिया है और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने संकलà¥à¤ª लिया है कि वह मरते दम तक राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की रकà¥à¤·à¤¾ के लिठलडते रहेगें जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° रानी लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€à¤¬à¤¾à¤ˆ ने अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥‹à¥‡à¤‚ के आगे सिर नहीं à¤à¥à¤•à¤¾à¤¯à¤¾ था और अपने जीवन की आखरी सांस तक वह लडीं, यही जजà¥à¤¬à¤¾ आज की हमारी महिलाओं में विकसित हो रहा है जो कि किसी à¤à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के लिठशौरà¥à¤¯ का विषय है। आज के महिला दिवस के कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में डॉ बीना अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² को मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि के रà¥à¤ª में समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया गया जहाठपर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इस कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ सà¤à¥€ छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं व शिकà¥à¤·à¤•, शिकà¥à¤·à¤¿à¤•à¤¾à¤“ं का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ किया।