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उत्तराखंड की जनता ने तीनों मुख्यमंत्री दावेदारों को नकारा, राज्य का कोई मुख्यमंत्री नही रोक पाया पलायन.


राज्य स्थापना से ही उत्तराखंड में लगे प्रत्येक उद्योगों में 70% युवाओं को रोजगार देने का प्रावधान लागू किया गया था लेकिन यहां के नेताओं एवं सरकार इन उद्योगों पर रोक नाहीं लगा पाई और ना ही आवाज उठा पाई जिसकी वजह से उत्तराखंड राज्य के युवा अन्य राज्यों में रोजगार तलाश रहे हैं| उत्तराखंड राज्य के युवाओं का पलायन आज भी जारी है इसी वजह से राज्य में तीनों पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत से जिन मुख्यमंत्रियों के नाम पर चुनाव लड़ा उन तीनों मुख्यमंत्रियों को अपने ही क्षेत्र की जनता ने हरा दिया|

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

उत्तराखंड एक छोटा सा राज्य है राज्य जहां हर 5 वर्ष में बदलाव होता रहा है| लेकिन इस बार तीन मुख्यमंत्री बदलने के बावजूद भी भाजपा सरकार उत्तराखंड में अपनी सरकार बनाने जा रही है| आपको बता दें कि देवभूमि उत्तराखंड राज्य का गठन रोजगार दिलाने पलायन रोकने एवं उत्तराखंड राज्य के विकास के लिए हुआ था लेकिन यह राजनीतिक पार्टियां के नेता राज्य हित छोड़ अपने हित के कार्य के लिए लग गए न तो उत्तराखंड के युवाओं को रोजगार दिला पाए और ना ही रोजगार न मिलने की वजह से पलायन को रोक पाए| आज भी उत्तराखंड राज्य के 75 प्रतिशत युवा अन्य राज्यों में रोजगार तलाश रहे हैं जबकि अन्य राज्यों के बेरोजगार गड़वाल एवं कुमाऊं में लगे सिडकुल में लगी फैक्ट्रियों में काम कर रहे हैं जबकि राज्य स्थापना से ही उत्तराखंड में लगे प्रत्येक उद्योगों में 70% युवाओं को रोजगार देने का प्रावधान लागू किया गया था लेकिन यहां के नेताओं एवं सरकार इन उद्योगों पर रोक नाहीं लगा पाई और ना ही आवाज उठा पाई जिसकी वजह से उत्तराखंड राज्य के युवा अन्य राज्यों में रोजगार तलाश रहे हैं| उत्तराखंड राज्य के युवाओं का पलायन आज भी जारी है इसी वजह से राज्य में तीनों पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत से जिन मुख्यमंत्रियों के नाम पर चुनाव लड़ा उन तीनों मुख्यमंत्रियों को अपने ही क्षेत्र की जनता ने हरा दिया| जो मुख्यमंत्री राज्य के जरूरी थे उन्हीं तीनों पार्टियों के मुख्यमंत्री अपने अपने क्षेत्र में बुरी तरह पराजित हुए| क्योंकि उन्हीं के क्षेत्र की जनता अच्छी तरह उन्हें जानती है कि यह नेता राज्य का भला नहीं कर सकते जिसकी वजह से इन तीनों पार्टियों के नेताओं की पराजय हुई क्योंकि इस राज्य का एक मुख्यमंत्री को छोड़कर एक भी मुख्यमंत्री उत्तराखंड के युवाओं को रोजगार एवं राज्य का विकास नहीं कर पाया जिसकी वजह से हर बार उत्तराखंड राज्य की जनता बदलाव कर देती है| लेकिन इस बार भी यह राजनीतिज्ञ पार्टियां उत्तराखंड की जनता का संकेत नहीं समझ पाई और राज्य को एक अच्छा मुख्यमंत्री भी नहीं दे पाई तो आगे परिणाम भुगतने को तैयार रहें ।

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