आपको सà¥à¤¨à¤•à¤° अचरज होगा की हमारे उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड मे à¤à¤¸à¤¾ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ à¤à¥€ है जहा सà¥à¤¬à¤¹ की वनà¥à¤¦à¤¨à¤¾ और समूह गान राजà¥à¤¯ के पारमà¥à¤ªà¤°à¤¿à¤• वादà¥à¤¯à¤¯à¤‚तà¥à¤°à¥‹à¤‚ की थाप पर होती ।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
पौड़ी। जी हां,आपको सà¥à¤¨à¤•à¤° अचरज होगा की हमारे उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड मे à¤à¤¸à¤¾ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ à¤à¥€ है जहा सà¥à¤¬à¤¹ की वनà¥à¤¦à¤¨à¤¾ और समूह गान राजà¥à¤¯ के पारमà¥à¤ªà¤°à¤¿à¤• वादà¥à¤¯à¤¯à¤‚तà¥à¤°à¥‹à¤‚ की थाप पर होती । गà¥à¤µà¤¾à¤² मंडल के पौड़ी जिले में सà¥à¤¤à¤¿à¤¥ सतपà¥à¤²à¥€ के राजकीय इंटरमीडिà¤à¤Ÿ कॉलेज में यह अनोखी पहल की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ विगत सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ की गयी है। जहां आज यà¥à¤µà¤¾ पीढ़ी पहाड़ की परंपराओं से विमà¥à¤– होती जा रही है वही इस पहल से अपनी संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ वा लोक वादà¥à¤¯à¤¯à¤‚तà¥à¤°à¥‹à¤‚ को बचाने की कोशिश के साथ यà¥à¤µà¤¾à¤“ं को इनके पà¥à¤°à¤¤à¥€ आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ करने की अनूठी कोशिश à¤à¥€ की गयी है। पहाड़ की परंपराओं से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ पारंपरिक वादà¥à¤¯ यंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ से आज की पीढ़ी को जोड़ने के लिठराजकीय इंटर कॉलेज सतपà¥à¤²à¥€ ने नई पहल शà¥à¤°à¥‚ की है। इसमें विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की पà¥à¤°à¤¾à¤¤: वंदना और समूह गान राजà¥à¤¯ के पारंपरिक वादà¥à¤¯ यंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ के साथ हो रही है। दिलचसà¥à¤ª बात यह à¤à¥€ है कि इन वादà¥à¤¯ यंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ को बजाने का जिमà¥à¤®à¤¾ à¤à¥€ विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹ को ही दिया जा रहा है। सरà¥à¤¦ मौसम व सूरज की किरणो के बीच सतपà¥à¤²à¥€ बाजार की आबोहावा इन दिनों ढोल-दमाऊं, डौंर-थाली, हà¥à¤¡à¤¼à¤•à¤¾, रणसिंघा, à¤à¤‚कोरा और मशकबीन की मधà¥à¤° लहरों से सराबोर रहती है। सतपà¥à¤²à¥€ के बाजार से सटे राजकीय इंटर कॉलेज में पारंपरिक वादà¥à¤¯ यंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ के साथ पà¥à¤°à¤¾à¤¤: वंदना व समूह गान किया जा रहा है। इसका उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ यही है कि बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को अपने पारंपरिक वादà¥à¤¯ यंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ के बारे में रà¥à¤à¤¾à¤¨ पैदा हो साथ ही इनके बारे में महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ जानकारी मिल सके। बकौल विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ शिकà¥à¤·à¤• पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ª सिंह अकादमिक शोध और पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के निदेशक और जिलाधिकारी की संयà¥à¤•à¥à¤¤ पहल पर जिले में पारंपरिक वादà¥à¤¯ यंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ के साथ ही à¤à¤¾à¤·à¤¾-बोली के संरकà¥à¤·à¤£ की मà¥à¤¹à¤¿à¤® शà¥à¤°à¥ की गयी है। जिला शिकà¥à¤·à¤¾ और पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ और समूह गान की रचना कर उनका सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ वादà¥à¤¯ यंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ के धà¥à¤¨ पर गायन करने का à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ दिया जा रहा है। अधà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ª सिंह के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° वे सà¥à¤µà¤¯à¤‚ के खरà¥à¤šà¥‡ से à¤à¥€ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के लिठपारंपरिक वादà¥à¤¯ यंतà¥à¤° लाठहै।विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹ को अवकाश व खाली समय में इन वादà¥à¤¯ यंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ को बजाने का पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ दिया गया है। अब विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹ मे इन लोक वाद यनà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹ के बारे मे गहन जानकारी व रà¥à¤à¤¾à¤¨ साफ नज़र आने लगा है।