शहीद दिवस के अवसर पर शà¥à¤°à¥€ अखणà¥à¤¡ परशà¥à¤°à¤¾à¤® अखाड़े के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पंडित अधीर कौशिक के संयोजन में कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾à¤“ं ने à¤à¤—त सिंह चैक सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ शहीदे आजम à¤à¤—त सिंह की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ पर मालà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤ªà¤£ व पà¥à¤·à¥à¤ªà¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ की।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 23 मारà¥à¤šà¥¤ शहीद दिवस के अवसर पर शà¥à¤°à¥€ अखणà¥à¤¡ परशà¥à¤°à¤¾à¤® अखाड़े के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पंडित अधीर कौशिक के संयोजन में कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾à¤“ं ने à¤à¤—त सिंह चैक सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ शहीदे आजम à¤à¤—त सिंह की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ पर मालà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤ªà¤£ व पà¥à¤·à¥à¤ªà¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ की। पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि शौरà¥à¤¯, समरà¥à¤ªà¤£, बलिदान की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ संगà¥à¤°à¤¾à¤® के अमर सिपाही महान कà¥à¤°à¤¾à¤‚तिकारी सरदार à¤à¤—त सिंह, सà¥à¤–देव व राजगà¥à¤°à¥‚ सहित तमाम शहीदों को कोटि कोटि नमन। à¤à¤¾à¤°à¤¤ के सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ संघरà¥à¤· में देश के यà¥à¤µà¤¾à¤“ं ने अपने पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ को नà¥à¤¯à¥Œà¤›à¤¾à¤µà¤° कर à¤à¤¾à¤°à¤¤ को आजाद कराने में महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ योगदान दिया। शहीद दिवस पर उन वीर बलिदानियों के बलिदान और देशà¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ को नमन। ने कहा कि à¤à¤—त सिंह, सà¥à¤–देव à¤à¤µà¤‚ राजगà¥à¤°à¥‚ के विचार आज à¤à¥€ यà¥à¤µà¤¾à¤“ं को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ देते हैं। सरदार à¤à¤—त सिंह ने 23 वरà¥à¤· की आयॠमें हसंते-हसंते फांसी का फंदा चूम लिया। सरदार à¤à¤—त सिंह अदà¥à¤à¥‚त कà¥à¤°à¤¾à¤‚तिकारी विचारों के धनी थे। देष के पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वरà¥à¤— के मन में देशà¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ और कà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿ की मशाल जलाने वाले सरदार à¤à¤—त सिंह ने ही पहली बार ‘इंकलाब जिंदाबाद’ का नारा दिया था। शहीद à¤à¤—त सिंह का मानना था कि वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को मारा तो जा सकता है परनà¥à¤¤à¥ उसके विचारों को दबाया नहीं जा सकता। इस अवसर पर सà¥à¤¨à¥€à¤² पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤ªà¤¤à¤¿, पंडित पवन कृषà¥à¤£ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, शीतल उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯, आशीष गौड़, दीपक आदि मौजूद रहे।