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सफल क्रियान्वयन बिना जनसहभागिता के संभव नही है - मुख्य चिकित्सा अधिकारी


राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अर्न्तगत विश्व टीवी दिवस पर स्वास्थ्य विभाग के तत्वाधान में जनजागरुकता हेतु रैली तथा राष्ट्रीय का आयोजन किया गया। जिला क्षय रोग अधिकारी डा0 रमेश कुवंर ने जानकारी देते हुये बताया गया कि जनपद के लिए गौरव का क्षण है कि उत्तराखण्ड के पौड़ी जनपद से कोटद्वार निवासी काजल बिष्ट का चयन राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टीबी चैंपियन के रुप में किया गया।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

पौड़ी /दिनांक 24 मार्च, 2022 राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अर्न्तगत विश्व टीवी दिवस पर स्वास्थ्य विभाग के तत्वाधान में जनजागरुकता हेतु रैली तथा राष्ट्रीय का आयोजन किया गया। जिला क्षय रोग अधिकारी डा0 रमेश कुवंर ने जानकारी देते हुये बताया गया कि जनपद के लिए गौरव का क्षण है कि उत्तराखण्ड के पौड़ी जनपद से कोटद्वार निवासी काजल बिष्ट का चयन राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टीबी चैंपियन के रुप में किया गया। काजल द्वारा माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के साथ ही दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में विश्व क्षय रोग दिवस पर अपने विचार साझा किये गये। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 प्रवीण कुमार ने आयोजित गोष्ठी में कहा कि किसी भी कार्यक्रम का सफल क्रियान्वयन बिना जनसहभागिता के संभव नही है। कहा कि देश को टीवी मुक्त करने हेतु जनसहयोग एवं जन जागरूकता अति आवश्यक है। जिला क्षय रोग अधिकारी डा0 रमेश कुवंर ने क्षय रोग के लक्षण व उपचार के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि टीबी एक संक्रामक रोग है, जो अधिकतर फेफड़ों को प्रभावित करता है। साथ ही उन्होंने कहा कि टीबी के लक्षणों को लेकर यदि दो सप्ताह से अधिक खांसी, लम्बे समय से भूख न लगना, छाती में दर्द, निरन्तर बुखार ,शरीर का वजन घटना, बलगम में खून आने की शिकायत हो तो यह टीवी के लक्षण हो सकते हैं जिसके लिए सम्बन्धित व्यक्ति अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर अपनी जांच निःशुल्क करा सकता है। कहा कि टी0बी0 का संपूर्ण उपचार डा्टस पद्धति से संभव है सामान्यतः क्षय रोगी का उपचार 6 माह तक चलता है। कहा कि मरीज बीच में दवा छोड दे तो बीमारी गंभीर हो जाती है इसलिए टीबी के रोगियों को अपनी दवायें निरन्तर से लेना जरूरी है। कहा कि वर्तमान में जनपद में टी.बी. के कुल 1127 एक्टिव केस हैं जिनका डाट्स के माध्यम से उपचार चल रहा है। इसके अर्न्तगत टीबी. रोगी को प्रतिमाह 500रु0 पोषण भत्ता दिया जाता है इसके अलावा टीवी रोगी के प्रथम सूचनादाता को सम्बन्धित रोगी के पंजीकृत होने पर 500 रु0 की धनराशि प्रदान की जाती है तथा पंजीकृत रोगी को पूर्ण कोर्स की दवा खिलाने पर 500 से 1000 रु0 की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।

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