शà¥à¤°à¥€ à¤à¤—वानदास आदरà¥à¤¶ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में केनà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, नई दिलà¥à¤²à¥€ के सहयोग से à¤à¤• दिवसीय अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ शोध समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ का आयोजन किया गया। समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ का उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒ 10.00 बजे महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के सà¤à¤¾à¤—ार में किया गया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°à¥¤ शà¥à¤°à¥€ à¤à¤—वानदास आदरà¥à¤¶ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में केनà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, नई दिलà¥à¤²à¥€ के सहयोग से à¤à¤• दिवसीय अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ शोध समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ का आयोजन किया गया। समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ का उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒ 10.00 बजे महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के सà¤à¤¾à¤—ार में किया गया। उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ सतà¥à¤° की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² कांगडी विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ विà¤à¤¾à¤— के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पà¥à¤°à¥‹. सोमदेव शतांशॠने की। पà¥à¤°à¥‹. सोमदेव शतांशॠने कहा कि संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ à¤à¤¾à¤·à¤¾ के कारण ही हमारी à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ जीवित है। संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ à¤à¤¾à¤·à¤¾ के शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥Š में संसार के अनेक गूॠततà¥à¤µà¥‹à¤‚ का वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• विवेचन किया गया। पà¥à¤°à¥‹. शतांशॠने कहा कि संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ का साहितà¥à¤¯ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ से ओत-पà¥à¤°à¥‹à¤¤ है। वेद से लेकर आधà¥à¤¨à¤¿à¤• संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ महाकावà¥à¤¯ तक राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¿à¤¯ चेतना à¤à¤µà¤‚ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ का वरà¥à¤£à¤¨ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ साहितà¥à¤¯ में विसà¥à¤¤à¤¾à¤° से किया गया है। उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ सतà¥à¤° के विशिषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¤¿à¤¥à¤¿ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कà¥à¤²à¤¸à¤šà¤¿à¤µ शà¥à¤°à¥€ गिरीश कà¥à¤®à¤¾à¤° अवसà¥à¤¥à¥€ ने कहा कि संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ साहितà¥à¤¯ मानवीय गà¥à¤£à¥‹à¤‚ से à¤à¤°à¤¾ हà¥à¤† है। संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ à¤à¤¾à¤·à¤¾ में सदाचार à¤à¤µà¤‚ सतà¥à¤¯à¤¨à¤¿à¤·à¥à¤ ा की चरà¥à¤šà¤¾ सरà¥à¤µà¤¤à¥à¤° की गयी है। आनेवाले समय में संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ का à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ और अधिक उजà¥à¤œà¥à¤µà¤² है। ततà¥à¤ªà¤¶à¥à¤šà¤¾à¤¤à¥ शोधपतà¥à¤° वाचन के पà¥à¤°à¤¥à¤® सतà¥à¤° का पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ हà¥à¤†à¥¤ जिसकी अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² कॉगड़ी विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥à¤¯ विदà¥à¤¯à¤¾ के संकाय अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पà¥à¤°à¥‹. बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¦à¥‡à¤µ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤‚कार ने की। पà¥à¤°à¥‹. बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¦à¥‡à¤µ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤‚कार ने कहा कि अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ शोध समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ से निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ ही हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° जनपद के संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ पà¥à¤°à¥‡à¤®à¥€ उपकृत हà¥à¤ हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यहॉ जिन विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ ने अपने शोधपतà¥à¤° पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किये है, उनमें संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ के महनीय गà¥à¤£à¥Š को समाज के समकà¥à¤· उपसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ किया गया है। इस सतà¥à¤° के विशिषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¤¿à¤¥à¤¿ हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° जनपद के संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ सहायक निदेशक डॉ. वाजशà¥à¤°à¤µà¤¾ आरà¥à¤¯ ने कहा कि आदिकाल से लेकर आजतक संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ à¤à¤¾à¤·à¤¾ का पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹ निरनà¥à¤¤à¤° चल रहा है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ कि इस à¤à¤¾à¤·à¤¾ में à¤à¤¸à¥‡ गà¥à¤£ विदà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ हैं , जिसके कारण यह सदा पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ होती रहेगी। इस सतà¥à¤° के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– वकà¥à¤¤à¤¾ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² कॉगड़ी विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के वेदविà¤à¤¾à¤— के पà¥à¤°à¥‹. धरà¥à¤®à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° कà¥à¤®à¤¾à¤° शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने कहा कि गीता में करà¥à¤®à¥‹à¤‚ की कà¥à¤¶à¤²à¤¤à¤¾ को योग कहा है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि निषà¥à¤•à¤¾à¤® à¤à¤µà¤‚ धारà¥à¤®à¤¿à¤• करà¥à¤®à¥‹ के करने से ही वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ योग की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में पहà¥à¥•à¤šà¤¤à¤¾ है। शोध समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में अनेक पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤•à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ शोधारà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने à¤à¤¾à¤— गà¥à¤°à¤¹à¤£ किया। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का संचालन डॉ. रवीनà¥à¤¦à¥à¤° कà¥à¤®à¤¾à¤° के किया। सà¤à¥€ आगनà¥à¤¤à¥à¤•à¥‹à¤‚ का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ जà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ डॉ. बà¥à¤°à¤œà¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° कà¥à¤®à¤¾à¤° सिंहदेव ने किया। समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ के समापन सतà¥à¤° में उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कà¥à¤²à¤¸à¤šà¤¿à¤µ डॉ. राजेश कà¥à¤®à¤¾à¤° अधाना, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ के पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤ संगठन मनà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ योगेश विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे। सà¤à¥€ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ ने समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ की सफलता की à¤à¥‚रिशः पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा की। डॉ. राजेश कà¥à¤®à¤¾à¤° अधाना ने कहा कि आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ का ही à¤à¤¾à¤— है। संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ के बिना आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ को समà¤à¤¨à¤¾ कठिन है। शà¥à¤°à¥€ योगेश विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ ने कहा कि समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ के आयोजन से निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ ही संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°-पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° में गति आयेगी। समापन सतà¥à¤° में सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤—ियों को पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£à¤ªà¤¤à¥à¤°à¥‡à¤‚ का वितरण किया गया। समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ के 50 विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ ने पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤— किया। शोध समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ के विशिषà¥à¤Ÿ वकà¥à¤¤à¤¾ के रूप में डॉ. नौनिहाल गौतम, डॉ. रामविनय सिंह, डॉ. पà¥à¤°à¤®à¥‹à¤¦ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯, डॉ. दीपक कोठारी, डॉ. पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ पनà¥à¤¤, डॉ. सोहनलाल बलूनी, डॉ. अनà¥à¤¨à¤ªà¥‚रà¥à¤£à¤¾, डॉ. निरॕजन मिशà¥à¤°, डॉ. आलोक सेमवाल, डॉ. अजय परमार, डॉ. कंचन कà¥à¤®à¤¾à¤°, डॉ. अनिल तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¤¾à¤ ी, डॉ. सरà¥à¤µà¥‡à¤¶ कà¥à¤®à¤¾à¤° तिवारी, डॉ. आशिमा शà¥à¤°à¤µà¤£, डॉ. मॕजॠपटेल आदि उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे