माननीय राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤², उतà¥à¤¤à¤°à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ à¤à¤µà¤‚ कà¥à¤²à¤¾à¤§à¤¿à¤ªà¤¤à¤¿, डाॅ à¤à¥€à¤®à¤°à¤¾à¤µ आंबेडकर विशà¥à¤µ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, आगरा शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ आंनदी बेन पटेल, कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¥‹ विनय कà¥à¤®à¤¾à¤° पाठक, कà¥à¤²à¤¸à¤šà¤¿à¤µ संजीव कà¥à¤®à¤¾à¤° सिंह और अनà¥à¤¯ विशिषà¥à¤Ÿ अतिथियों ने दीप पà¥à¤°à¤œà¥à¤µà¤²à¤¿à¤¤ कर किया कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 29 मारà¥à¤šà¥¤ परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ और राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² उतà¥à¤¤à¤°à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ आंनदी बेन पटेल ने डाॅ à¤à¥€à¤®à¤°à¤¾à¤µ आंबेडकर विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ 87 वाठदीकà¥à¤·à¤¾à¤‚त समारोह दीकà¥à¤·à¤¾à¤‚त समारोह के मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि के रूप में सहà¤à¤¾à¤— किया। दीकà¥à¤·à¤¾à¤‚त समारोह का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ दीप पà¥à¤°à¤œà¥à¤µà¤²à¤¿à¤¤ कर वनà¥à¤¦à¥‡ मातरमॠऔर कà¥à¤²à¤—ीत के साथ हà¥à¤†à¥¤ जà¥à¤žà¤¾à¤¤ हो कि डाॅ à¤à¥€à¤®à¤°à¤¾à¤µ आंबेडकर विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ à¤à¤• पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¤¤à¤® और खà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में से à¤à¤• है, जिसने à¤à¤¾à¤°à¤¤ को अनेक शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ दिया हैं। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि नालंदा और तकà¥à¤·à¤¶à¤¿à¤²à¤¾ जैसे शिकà¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ ने à¤à¤¾à¤°à¤¤ को गौरवानà¥à¤µà¤¿à¤¤ किया है जिसकी आज तक à¤à¥€ खà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¤¿ है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ में शिकà¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ दà¥à¤µà¤¾à¤° पर लिखा जाता है ‘शिकà¥à¤·à¤¾à¤°à¥à¤¥ आइठसेवारà¥à¤¥ जाइà¤â€™ आप जब यहां से डिगà¥à¤°à¥€ लेकर जायंे तो इस सूतà¥à¤° को याद रखें। मेडल लो पर जीवन को माॅडल बनाओ और दीये की तरह जलते रहे। जैसे दीया सà¥à¤µà¤‚य जलकर दूसरों को पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ करता है वैसे ही समाज के लिये जियें। हमारी शिकà¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ शिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ समाज के निरà¥à¤®à¤¾à¤£ के साथ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ का चरितà¥à¤° का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ करना à¤à¥€ है और शिकà¥à¤·à¤¾ की इसी आदरà¥à¤¶ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ को डाॅ à¤à¥€à¤®à¤°à¤¾à¤µ आंबेडकर विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ आगे बà¥à¤¾ रहा है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को संदेश दिया कि à¤à¤• मंतà¥à¤° याद रखे मैं किसी से बेहतर करूं à¤à¤• बात लेकिन मैं बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ का बेहतर करू सकॠइससे बहà¥à¤¤ फरà¥à¤• पड़ता है इसलिये आज यहां से 3 मलà¥à¤Ÿà¥€ विटामिन मेडीटेशन, नो रिà¤à¤•à¥à¤¶à¤¨, इनà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‹à¤¸à¥à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤¶à¤¨ लेकर जायंे और इसका अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ रोज करंे। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि आज में माठगंगा के पावन तट से माठयमà¥à¤¨à¤¾ के तट पर आया हूà¤à¥¤ गंगा और यमà¥à¤¨à¤¾ कà¤à¥€ किसी के साथ à¤à¥‡à¤¦à¤à¤¾à¤µ नहीं करती और देती चली जाती है अपने जीवन को à¤à¥€ समाज सेवा और राषà¥à¤Ÿà¥à¤° सेवा में लगायें यही तो मानव जीवन की सारà¥à¤¥à¤•à¤¤à¤¾ है। माननीय राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤², उतà¥à¤¤à¤°à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ आंनदी बेन पटेल जी जी ने कहा कि मेरा सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ है कि मà¥à¤à¥‡ परमारà¥à¤¥ निकेतन आशà¥à¤°à¤®, ऋषिकेश जाने का सà¥à¤…वसर मिला। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की रकà¥à¤·à¤¾ के लिये अदà¥à¤à¥à¤¤ कारà¥à¤¯ किये। आशà¥à¤°à¤® में सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी के मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ में जो गतिविधियां चलती है उसे देखकर अतà¥à¤¯à¤‚त पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ हà¥à¤ˆ कि à¤à¤• आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• गà¥à¤°à¥‚ महाराज हैं जिनका सादा जीवन है तथा बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को आगे बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ और गंगा की तरह उनके जीवन का शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤•à¤°à¤£ करने का कारà¥à¤¯ वे वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से करते आ रहे हैं। परमारà¥à¤¥ निकेतन में पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒ हवन और सांयकालीन गंगा आरती अदà¥à¤à¥à¤¤ है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने गंगा के तटों पर गंगा आरती का पà¥à¤°à¤¬à¤‚ध à¤à¥€ कई सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर करवाया है।