जूना पीठाधीशà¥à¤µà¤° आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ की गौरवशाली संत परंपरा आज पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ का मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ कर रही है। महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ का तपोबल यà¥à¤µà¤¾ पीà¥à¥€ के साथ समसà¥à¤¤ समाज को जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ दे रहा है। जयराम संसà¥à¤¥à¤¾ समाज सेवा के साथ शिकà¥à¤·à¤¾ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में à¤à¥€ अपनी महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾ रही है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 30 मारà¥à¤šà¥¤ जूना पीठाधीशà¥à¤µà¤° आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ की गौरवशाली संत परंपरा आज पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ का मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ कर रही है। महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ का तपोबल यà¥à¤µà¤¾ पीà¥à¥€ के साथ समसà¥à¤¤ समाज को जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ दे रहा है। जयराम संसà¥à¤¥à¤¾ समाज सेवा के साथ शिकà¥à¤·à¤¾ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में à¤à¥€ अपनी महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾ रही है। जोकि बेहद सराहनीय है। à¤à¥€à¤®à¤—ोड़ा सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ जयराम आशà¥à¤°à¤® में सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¸à¥à¤µà¤°à¥‚प बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ महाराज के अवतरण दिवस पर आयोजित संत समागम को संबोधित करते हà¥à¤ आचारà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा कि सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¸à¥à¤µà¤°à¥‚प बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ महाराज ऊरà¥à¤œà¤¾à¤µà¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ करà¥à¤® योगी संत हैं। जो अपने गà¥à¤°à¥ के आदरà¥à¤¶à¥‹ को अपनाकर राषà¥à¤Ÿà¥à¤° निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में अपनी à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾ रहे हैं। संत समाज उनके उजà¥à¤œà¤µà¤² à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ की कामना करता है। कारà¥à¤·à¥à¤£à¤¿ पीठाधीशà¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ गà¥à¤°à¥à¤¶à¤°à¤£à¤¾à¤¨à¤‚द महाराज ने कहा कि महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ का अवतरण समाज के उदà¥à¤§à¤¾à¤° के लिठहोता है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¸à¥à¤µà¤°à¥‚प बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ महाराज ने संत परंपरा का निरà¥à¤µà¤¹à¤¨ करते हà¥à¤ जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° अपने गà¥à¤°à¥ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठकिठगठसेवा पà¥à¤°à¤•à¤²à¥à¤ªà¥‹à¤‚ को आगे बà¥à¤¾à¤•à¤° संसà¥à¤¥à¤¾ के कारà¥à¤¯ में उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ की है। वह यà¥à¤µà¤¾ संतो के लिठपà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ का केंदà¥à¤° है। अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अखाड़ा परिषद के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· à¤à¤µà¤‚ शà¥à¤°à¥€ पंचायती अखाड़ा महानिरà¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ के सचिव शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रविंदà¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¥€ महाराज ने कहा कि संतों का जीवन निरà¥à¤®à¤² जल के समान होता है और à¤à¤• सचà¥à¤šà¥‡ महापà¥à¤°à¥à¤· के रूप में संत ही अपने à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ देकर उनके कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ का मारà¥à¤— पà¥à¤°à¤¶à¤¸à¥à¤¤ करते हैं। सà¥à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ शिषà¥à¤¯ के रूप में बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ देवेंदà¥à¤° सà¥à¤µà¤°à¥‚प बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ महाराज को सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¸à¥à¤µà¤°à¥‚प बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ महाराज की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ हà¥à¤ˆ और उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ के आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ से आज वह अपने कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ का निरà¥à¤µà¤¹à¤¨ करते हà¥à¤ देश दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और सनातन धरà¥à¤® का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° कर रहे हैं। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में पधारे सà¤à¥€ संत महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ का आà¤à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करते हà¥à¤ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¸à¥à¤µà¤°à¥‚प बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ महाराज ने कहा कि वह सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¥€ हैं कि पूजà¥à¤¯ गà¥à¤°à¥‚देव बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ देवेंदà¥à¤° सà¥à¤µà¤°à¥‚प बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ महाराज ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ देवà¤à¥‚मि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड की पावन धरा हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° के गंगा तट पर जो आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ दिया था। वह फलीà¤à¥‚त हो रहा है। पूजà¥à¤¯ गà¥à¤°à¥‚देव दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दिखायी गयी सतà¥à¤¯ की राह पर चलते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ संत समाज के बीच रहकर सेवा और धारà¥à¤®à¤¿à¤• कारà¥à¤¯ करने का अवसर पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ समाज के गरीब, असहाय, जरूरतमंद परिवारों और संत समाज की सेवा करना ही उनके जीवन का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि आज यà¥à¤µà¤¾ संतो के कंधों पर धरà¥à¤® और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के संरकà¥à¤·à¤£ संवरà¥à¤§à¤¨ का à¤à¤¾à¤° टिका हà¥à¤† है। यà¥à¤µà¤¾ संतो को नौजवान पीà¥à¥€ को जागरूक करना चाहिठकि वह पशà¥à¤šà¤¿à¤®à¥€ सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ का तà¥à¤¯à¤¾à¤— कर नशे से दूर रहे और अपने धरà¥à¤® à¤à¤µà¤‚ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ सà¤à¥€ को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हो। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि अपने गà¥à¤°à¥ के जीवन से पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ लेते हà¥à¤ संतों की सेवा करते रहना और समाज कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ में अपना सहयोग पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करना ही उनका उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ रहेगा। महामंडलेशà¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ उमाकांतानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ à¤à¤µà¤‚ महंत जसविंदर सिंह महाराज ने कहा कि संत परंपरा से पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में à¤à¤¾à¤°à¤¤ की à¤à¤• अलग पहचान है। जयराम आशà¥à¤°à¤® संसà¥à¤¥à¤¾ ना केवल धारà¥à¤®à¤¿à¤• कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤•à¤²à¤¾à¤ªà¥‹à¤‚ के लिठबलà¥à¤•à¤¿ शिकà¥à¤·à¤¾ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में अतà¥à¤²à¥à¤¯ योगदान के लिठà¤à¥€ विशà¥à¤µ विखà¥à¤¯à¤¾à¤¤ है। जिसके लिठसà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¸à¥à¤µà¤°à¥‚प बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ महाराज बधाई के पातà¥à¤° हैं। संत समाज ईशà¥à¤µà¤° से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करता है कि वह सदैव अपने जीवन में उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ की ओर अगà¥à¤°à¤¸à¤° रहें। à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· मदन कौशिक ने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¸à¥à¤µà¤°à¥‚प बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ महाराज को अवतरण दिवस की बधाई देते हà¥à¤ कहा कि जयराम आशà¥à¤°à¤® दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ चलाठजा रहे विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ सेवा पà¥à¤°à¤•à¤²à¥à¤ª सà¤à¥€ को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ देते हैं। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के दौरान à¤à¤œà¤¨ गायक अजय याजà¥à¤žà¤¨à¤¿à¤• ने à¤à¤¸à¥€ लागी लगन मीरा हो गयी मगन आदि à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—ीत पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ कर उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ अतिथीयों को à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤°à¤¸ मे सराबोर कर दिया। डीà¤à¤¸à¤¬à¥€ इनà¥à¤Ÿà¤°à¤¨à¥‡à¤¶à¤¨à¤² पबà¥à¤²à¤¿à¤• सà¥à¤•à¥‚ल ऋषिकेश के छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं ने सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किà¤à¥¤ इस अवसर पर महामंडलेशà¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ललितानंद गिरि, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¾à¤¨à¤‚द शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, महंत जमà¥à¤¨à¤¾ दास, महंत दामोदर दास, महामंडलेशà¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रूपेंदà¥à¤° पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ऋषि रामकृषà¥à¤£, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त विषà¥à¤£à¥ दास, महंत रघà¥à¤µà¥€à¤° दास, महंत सूरज दास, महंत अरà¥à¤£ दास, महंत पà¥à¤°à¤¹à¥à¤²à¤¾à¤¦ दास, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ राजेंदà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤‚द, राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ की कैबिनेट मंतà¥à¤°à¥€ ममता à¤à¥‚पेश, हरियाणा के पूरà¥à¤µ सà¥à¤ªà¥€à¤•à¤° कà¥à¤²à¤¦à¥€à¤ª शरà¥à¤®à¤¾, à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· मदन कौशिक, पूरà¥à¤µ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· गणेश गोदियाल, मकबूल कà¥à¤°à¥ˆà¤¶à¥€, रिजवान कà¥à¤°à¥ˆà¤¶à¥€, आदि उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे। समाजसेवी रामलाल गोयल, सà¥à¤®à¤¿à¤¤ गोयल, विजेंदà¥à¤° गोयल, मंगतराम सिंघल, राजेंदà¥à¤° गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, अनिल सोà¥à¤¾à¤¨à¥€, कà¥à¤²à¤¦à¥€à¤ª शरà¥à¤®à¤¾, राजेंदà¥à¤° गरà¥à¤—, संजय सिंघल, ओमपà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ बागला, गोवरà¥à¤§à¤¨ अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², खरेड़ी दास, राजेश शिवपà¥à¤°à¥€, सोनी मिशà¥à¤°à¤¾, जयपाल सिंह, सà¥à¤¨à¥€à¤² कà¥à¤®à¤¾à¤° आदि ने कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में पधारे सà¤à¥€ संत महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ का फूल माला पहनाकर सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया।