Latest News

आप ने खाद्य सुरक्षा विभाग की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए जिला अधिकारी से उच्चस्तरीय जांच की मांग की


खाद्य सुरक्षा विभाग की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए जिला अधिकारी से उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए दोषी अधिकारियों पर शख्त कार्यवाही की मांग की । आम आदमी पार्टी ने पार्टी कार्यालय पर एक प्रेस रिलीज जारी कर प्रदेश प्रवक्ता हेमा भण्डारी ने कहां की नवरात्रि के पावन पर्व पर लगभग 125 लोग कुट्टू के आटे से बने पकवान खाकर बीमार|

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

आम आदमी पार्टी हरिद्वार ने खाद्य सुरक्षा विभाग की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए जिला अधिकारी से उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए दोषी अधिकारियों पर शख्त कार्यवाही की मांग की । आम आदमी पार्टी ने पार्टी कार्यालय पर एक प्रेस रिलीज जारी कर प्रदेश प्रवक्ता हेमा भण्डारी ने कहां की नवरात्रि के पावन पर्व पर लगभग 125 लोग कुट्टू के आटे से बने पकवान खाकर बीमार होकर जिला अस्तपाल सहित अन्य अस्पतालों में भर्ती पड़े है । ये पहला मामला नही है जब कुट्टू के आटे से बने पकवान खाकर लोग बीमार पड़े हो ।इससे पूर्व भी हर बार नवरात्रों और अन्य तीज त्योहारों होली , दिवाली में ऐसी घटनाएं होती है। खाद्य सुरक्षा विभाग हर बार खाना पूर्ति कर अपनी जिम्मेदारी से बचता है और जिम्मेदार दुकानदारों का मात्र चालान काटकर उन्हें छोड़ देता है। जिससे हर बार दुर्घटना की पुनवर्ति होती है। खाद्य सुरक्षा विभाग केवल कागजो में पूर्ति के लिए बना हैं। कुछ दुकानदार चंद मुनाफे के लिए ग्राहकों की जान से खिलवाड़ करता है । कई उत्पाद खुले बेचे जा रहे है । मिलावटी और जमाखोरों की चांदी कट रही है। अब जब घटना सामने आई है तब स्वास्थ्य विभाग कुम्भकर्णी नींद से जागकर दुकानों में जाकर निरक्षण कर कार्यवाही की बात कर रहा है । आम आदमी पार्टी जिला प्रशासन से मांग करती है कि जो भी ग्राहकों की सेहत और जान से खिलवाड़ करता है ऐसे दुकानदारों का लाइसेंस निरस्त कर दुकान सीज करने का कार्य करते हुए संलिप्त अधिकारियों पर भी कार्यवाही की जाए। जिला मीडिया प्रभारी अनिल सती ने कहाँ की स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का ही नतीजा है कि इतनी बडी घटना घटित हुई । हर बार तीज त्योहारों में नकली मावा और कुट्टू के आटे से बने पकवान खाने से ऐसी घटनाएं होती है । स्वास्थ्य विभाग घटना बाद सड़क पर उतरकर चालान काटकर महज खानापूर्ति करता है। गर्मियों में सड़को पर खुले में पेय पदार्थों की दुकानें ओर खाने की सामग्री से फ़ूड पोइसजनिंग होने से बीमारी होती है। उनके रखरखाव और मानक को ताक पर रखकर उत्पाद बेचे जाते है। परंतु स्वास्थ्य विभाग इस और कोई ध्यान नही देता बल्कि उगाई कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेता है। जिला अधिकारी द्वारा जांच के आदेश दिए है । जो कि स्वागतयोग्य है परंतु जांच से कुछ नही होने वाला जांच में दोषी पाए जाने वाले दुकानदारों और संलिप्त अधिकारियों पर नियम अनुसार कार्यवाही हो ताकि निकट भविष्य में ऐसी घटना की पुनवर्ति न हो और मिलावट का धंधा करने वाले भविष्य में ऐसी गलती करने से बचे। बैठक में आशीष गौड़, पवन धीमान, मयंक गुप्ता, शाह अब्बास, बॉबी कश्यप, दिनेश धीमान और अर्जुन सिंह मोजुद रहे।

Related Post