नवरातà¥à¤°à¤¿ के पांचवे दिन परमारà¥à¤¥ निकेतन में विशेष हवन का आयोजन किया गया जिसमें सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी के पावन सानà¥à¤¨à¤¿à¤§à¥à¤¯ में देश-विदेश से आये शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं ने सहà¤à¤¾à¤— किया। आज के इस पावन अवसर पर परमारà¥à¤¥ गà¥à¤°à¥‚कà¥à¤² के ऋषिकà¥à¤®à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ ने दà¥à¤°à¥à¤—ा चालीस और देवी सपà¥à¤¤à¤¶à¤¤à¥€ का पाठकिया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 6 अपà¥à¤°à¥ˆà¤²à¥¤ नवरातà¥à¤°à¤¿ के पांचवे दिन परमारà¥à¤¥ निकेतन में विशेष हवन का आयोजन किया गया जिसमें सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी के पावन सानà¥à¤¨à¤¿à¤§à¥à¤¯ में देश-विदेश से आये शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं ने सहà¤à¤¾à¤— किया। आज के इस पावन अवसर पर परमारà¥à¤¥ गà¥à¤°à¥‚कà¥à¤² के ऋषिकà¥à¤®à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ ने दà¥à¤°à¥à¤—ा चालीस और देवी सपà¥à¤¤à¤¶à¤¤à¥€ का पाठकिया। परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि नवरातà¥à¤°à¤¿ परà¥à¤µ उजà¥à¤µà¤²à¤¤à¤¾ और जीवंतता का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• है। नवरातà¥à¤°à¤¿ वह पावन अवसर है जब हमारे à¤à¥€à¤¤à¤° के तामसी और नकारातà¥à¤®à¤• विचारों का शमन होता है और सकारातà¥à¤®à¤• और कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ कारी गà¥à¤£à¥‹à¤‚ का विकास होता है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚, आसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं और परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤“ं का राषà¥à¤Ÿà¥à¤° है। हमारे राषà¥à¤Ÿà¥à¤° में संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ होने के बाद à¤à¥€ मेलों और तà¥à¤¯à¥‹à¤¹à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ ने सà¤à¥€ को à¤à¤• सूतà¥à¤° में बांध रखा हैं। तà¥à¤¯à¥‹à¤¹à¤¾à¤° आपस में मेलजोल तो बà¥à¤¾à¤¤à¥‡ है साथ ही आपसी संबंधों को à¤à¥€ मजबूत करते है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ का पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• परà¥à¤µ और तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° देवी -देवताओं के साथ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ को à¤à¥€ समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ है और नवरातà¥à¤°à¤¿ में माठदà¥à¤°à¥à¤—ा के नौ अलग अलग रूपों की आराधना कर सà¥à¤–-समृदà¥à¤§à¤¿ और शानà¥à¤¤à¤¿ की कामना की जाती है। माठदà¥à¤°à¥à¤—ा बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾à¤‚ड की ऊरà¥à¤œà¤¾ व दिवà¥à¤¯ ‘शकà¥à¤¤à¤¿â€™ का परम सà¥à¤°à¥‹à¤¤ है। नवरातà¥à¤°à¤¿ का परà¥à¤µ माठदà¥à¤°à¥à¤—ा की शाशà¥à¤µà¤¤ शकà¥à¤¤à¤¿, आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ और समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ का à¤à¥€ परà¥à¤µ है। साथ ही नवरातà¥à¤°à¤¿ बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ पर अचà¥à¤›à¤¾à¤ˆ की जीत; नकारातà¥à¤®à¤•à¤¤à¤¾ पर सकारातà¥à¤®à¤•à¤¤à¤¾ की विजय के जशà¥à¤¨ का परà¥à¤µ है। ये नौ दिन पूरी तरह से माठदà¥à¤°à¥à¤—ा के नौ अवतारों को समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ हैं। नवरातà¥à¤°à¤¿ का पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• दिन देवी के à¤à¤• नये अवतार से जà¥à¥œà¤¾ है। आज पांचवे दिन सà¥à¤•à¤‚दमाता की आराधना की जाती है। सà¥à¤•à¤‚दमाता कारà¥à¤¤à¤¿à¤•à¥‡à¤¯ की माता के रूप में जो कि परिवरà¥à¤¤à¤¨à¤•à¤¾à¤°à¥€ शकà¥à¤¤à¤¿ का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• है, जब बचà¥à¤šà¥‡ को खतरे का सामना करना पड़ता है तब शेर पर सवारी करते हà¥à¤, चार à¤à¥à¤œà¤¾à¤“ं वाली माता अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की रकà¥à¤·à¤¾ के लिये समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ अवतार है। नवरातà¥à¤°à¤¿ के पहले तीन दिन तामसिक गà¥à¤£à¥‹à¤‚ को दरà¥à¤¶à¤¾à¤¤à¥‡ हैं जहां माठदà¥à¤°à¥à¤—ा à¤à¤• आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• शकà¥à¤¤à¤¿ के रूप में सà¤à¥€ बà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को नषà¥à¤Ÿ करती हैं और आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ व वरदान देती हैं। आगामी तीन दिन राजसिक गà¥à¤£à¥‹à¤‚ का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• हैं, जहाठमाठआधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• शकà¥à¤¤à¤¿ की दाता है। अंतिम तीन दिन सातà¥à¤µà¤¿à¤• गà¥à¤£à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• है जो जहां जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की देवी का आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ किया जाता है। जीवन में सरà¥à¤µà¤¾à¤‚गीण विकास के लिà¤, हमारे अंदर सकारातà¥à¤®à¤•à¤¤à¤¾ का समरà¥à¤¥à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने और नकारातà¥à¤®à¤•à¤¤à¤¾ को दूर कर हमारे à¤à¥€à¤¤à¤° दिवà¥à¤¯à¤¤à¤¾ का आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ कराता है।