देवसंसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ विशà¥à¤µ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ डॉ. चिनà¥à¤®à¤¯ पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ ने कहा कि खगोलीय à¤à¤µà¤‚ आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से जिस तरह सनॠ४५९ में राजयोग बना था, उसकी इस वरà¥à¤· पà¥à¤¨à¤°à¤¾à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿ हà¥à¤ˆ है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° ॠमारà¥à¤šà¥¤ देवसंसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ विशà¥à¤µ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ डॉ. चिनà¥à¤®à¤¯ पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ ने कहा कि खगोलीय à¤à¤µà¤‚ आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से जिस तरह सनॠ४५९ में राजयोग बना था, उसकी इस वरà¥à¤· पà¥à¤¨à¤°à¤¾à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿ हà¥à¤ˆ है। यानि यह वरà¥à¤· à¤à¤¾à¤°à¤¤ के लिठकई मायने में महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है। उस समय जिस तरह à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ राजाओं का पराकà¥à¤°à¤® और सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• विरासत अपने विकास की सीà¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ चढ रहा था, उसी तरह पà¥à¤¨à¤ƒ à¤à¤¾à¤°à¤¤ की ओजसà¥à¤µà¤¿à¤¤à¤¾, पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ बà¥à¤¨à¥‡ वाला है। कहा कि यह समय सामूहिक पà¥à¤°à¥à¤·à¤¾à¤°à¥à¤¥ यानि सामूहिक आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• साधना में जà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ का है। राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ à¤à¤µà¤‚ अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° पर अनेक पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ानों में महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¨à¥‡ वाले डॉ. चिनà¥à¤®à¤¯ पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ देश विदेश से सामूहिक नवरातà¥à¤° साधना करने अपने गà¥à¤°à¥à¤§à¤¾à¤® शांतिकà¥à¤‚ज आये साधकों को संबोधित कर रहे थे। अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सामाजिक आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• मंच के निदेशक डॉ. चिनà¥à¤®à¤¯ पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ ने कहा कि इन दिनों सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• परिवरà¥à¤¤à¤¨ की नई गाथा लिखी जा रही है। इसमें à¤à¤¾à¤°à¤¤ का सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ आदि को नये सिरे से लिखा जाना है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤°, अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ जैसे अंधकार को मिटाने के लिठसहकारिता, ईमानदारी जैसे सदà¥à¤—à¥à¤£ रूपी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ फैलाना का कारà¥à¤¯ इन दिनों किया जाना है। समाज में वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ बà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ पर कà¥à¤ ाराघात करते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि केवल और केवल मैं की दौड़ समाज को खोखला कर रहा है। आतà¥à¤®à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤—ति के साथ मैं के à¤à¤¾à¤µ से उबरने के लिठसाधना करने का यह सरà¥à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® अवसर है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि नवरातà¥à¤° साधना से वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ का विकास à¤à¤µà¤‚ आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• उतà¥à¤¥à¤¾à¤¨ होने लगता है। इंटरडिसिपà¥à¤²à¤¿à¤¨à¤°à¥€ इंटरनेशनल जरà¥à¤¨à¤² के संपादक डॉ. चिनà¥à¤®à¤¯ जी ने यà¥à¤—धरà¥à¤® का सà¥à¤®à¤°à¤£ कराते हà¥à¤ विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ कथानकों का उलà¥à¤²à¥‡à¤– किया। इससे पूरà¥à¤µ संगीत विà¤à¤¾à¤— के कलाकारों ने साधकों को साधनातà¥à¤®à¤• मनोà¤à¥‚मि को ऊà¤à¤šà¤¾ उठाने वाला पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤• गीत पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किये। यहाठआपको बताते चलें कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के अलावा रसिया, यूके, यूà¤à¤¸, कनाडा, सà¥à¤•à¤¾à¤Ÿà¤²à¥ˆà¤£à¥à¤¡ आदि देशों से अनेक साधक गायतà¥à¤°à¥€ साधना के लिठशांतिकà¥à¤‚ज पहà¥à¤‚चे हैं और वे अपने आतà¥à¤®à¤¿à¤• विकास के लिठसामूहिक साधना में जà¥à¤Ÿà¥‡ हैं। नियमित तà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾à¤² संधà¥à¤¯à¤¾ के दौरान सामूहिक जप à¤à¤µà¤‚ विशेष सतà¥à¤¸à¤‚ग का कà¥à¤°à¤® चलाया जा रहा है।