परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने रामनवमी के पावन अवसर पर अवध विशà¥à¤µ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, विवेकाननà¥à¤¦ सà¤à¤¾à¤—ार, शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® जनà¥à¤®à¤à¥‚मि अयोधà¥à¤¯à¤¾ में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤‹à¤·à¤¿ शà¥à¤°à¥€ अशोक सिंहल जी को समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ कवि संगम में सहà¤à¤¾à¤— कर à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ राम जी के आदरà¥à¤¶à¥‹à¤‚ और à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को आतà¥à¤®à¤¸à¤¾à¤¤ करने का संदेश देते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि सà¤à¥€ के हृदय में पà¥à¤°à¤à¥ शà¥à¤°à¥€ रामचनà¥à¤¦à¥à¤° जी की à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ और राषà¥à¤Ÿà¥à¤° à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ का दीप जलता रहे।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
10 अपà¥à¤°à¥ˆà¤², ऋषिकेश। परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने रामनवमी के पावन अवसर पर अवध विशà¥à¤µ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, विवेकाननà¥à¤¦ सà¤à¤¾à¤—ार, शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® जनà¥à¤®à¤à¥‚मि अयोधà¥à¤¯à¤¾ में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤‹à¤·à¤¿ शà¥à¤°à¥€ अशोक सिंहल जी को समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ कवि संगम में सहà¤à¤¾à¤— कर à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ राम जी के आदरà¥à¤¶à¥‹à¤‚ और à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को आतà¥à¤®à¤¸à¤¾à¤¤ करने का संदेश देते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि सà¤à¥€ के हृदय में पà¥à¤°à¤à¥ शà¥à¤°à¥€ रामचनà¥à¤¦à¥à¤° जी की à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ और राषà¥à¤Ÿà¥à¤° à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ का दीप जलता रहे। शà¥à¤°à¥€ राम वनगमन पथ कावà¥à¤¯à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ शà¥à¤°à¥€à¤²à¤‚का से अयोधà¥à¤¯à¤¾ तक की दिवà¥à¤¯ यातà¥à¤°à¤¾ है, जो कि महाशिवरातà¥à¤°à¤¿ से शà¥à¤°à¥‚ की गयी तथा आज रामनवमी के पावन अवसर पर 41 दिवसीय यातà¥à¤°à¤¾ में 232 सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ और 6500 किलोमीटर à¤à¥à¤°à¤®à¤£ के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ आज अयोधà¥à¤¯à¤¾ में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ कवि समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ के माधà¥à¤¯à¤® से समापन हà¥à¤†à¥¤ यह यातà¥à¤°à¤¾ शà¥à¤°à¥€ लंका से पà¥à¤°à¤à¥ शà¥à¤°à¥€ राम जी के पद चिनà¥à¤¹ और उनके संदेशों के साथ तमिलनाडà¥, करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤•, महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤°, उड़ीसा, छतà¥à¤¤à¥€à¤¸à¤—à¥, à¤à¤¾à¤°à¤–ंड, मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ और फिर उतà¥à¤¤à¤°à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के अयोधà¥à¤¯à¤¾ पहंà¥à¤šà¥€à¥¤ इस समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ यातà¥à¤°à¤¾ में शà¥à¤°à¥€ राम जनà¥à¤®à¤à¥‚मि की रज और रामेशà¥à¤µà¤°à¤® का पवितà¥à¤° जल पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ सà¥à¤µà¤°à¥‚प वितरित किया गया। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने देशवासियों को राम नवमी की शà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤à¤‚ देते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® का अदà¥à¤à¥à¤¤ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ, करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯à¤ªà¤°à¤¾à¤¯à¤£à¤¤à¤¾ और शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ आदरà¥à¤¶ समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ मानवता के लिठकेवल इस यà¥à¤— में ही नहीं बलà¥à¤•à¤¿ हर यà¥à¤— के लिये पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ के सà¥à¤°à¥‹à¤¤ हैं। आज की यà¥à¤µà¤¾ पीà¥à¥€ à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ राम के आदरà¥à¤¶à¥‹à¤‚ को आतà¥à¤®à¤¸à¤¾à¤¤ कर सà¥à¤µ निरà¥à¤®à¤¾à¤£ से राषà¥à¤Ÿà¥à¤° निरà¥à¤®à¤¾à¤£ की ओर बà¥à¤¤à¥€ रहे। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾, शौरà¥à¤¯ और आसà¥à¤¥à¤¾ का महासंगम है राम नवमी का परà¥à¤µà¥¤ à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® à¤à¤• आदरà¥à¤¶ चरितà¥à¤° हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पद-पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा से परे जीवन जिया, उनका समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ जीवन मानवीय आदरà¥à¤¶à¥‡à¤‚ से यà¥à¤•à¥à¤¤ हैं। शà¥à¤°à¥€ राम जी का नैतिकता से यà¥à¤•à¥à¤¤ अलौकिक वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ उनके जीवन को और उदातà¥à¤¤ बनाता है। शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® जी का संपूरà¥à¤£ जीवन ही लोक कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ को समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ रहा है। उनके जीवन का लकà¥à¤·à¥à¤¯ था समाज में सतà¥à¤¯ और नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ को सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करना और इसके लिठउनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जो मूलà¥à¤¯ चà¥à¤¨à¥‡ और जो आदरà¥à¤¶ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ किये वे अदà¥à¤à¥à¤¤ हैं।