परमारà¥à¤¥ निकेतन में मानव तसà¥à¤•à¤°à¥€ से पीड़ित लड़कियों के लिये पांच दिवसीय रेसà¥à¤•à¥à¤¯à¥‚ रिटà¥à¤°à¥€à¤Ÿ का आयोजन परमारà¥à¤¥ निकेतन, डिवाइन शकà¥à¤¤à¤¿ फांउडेशन, हरिजन सेवक संघ और रेसà¥à¤•à¥à¤¯à¥‚ फाउंडेशन के संयà¥à¤•à¥à¤¤ ततà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¾à¤¨ में किया गया। मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ और दिलà¥à¤²à¥€ से आयी 50 से अधिक लड़कियों के लिये परमारà¥à¤¥ निकेतन के आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• वातावरण में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿, हवन, यजà¥à¤ž, योग, धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ और सतà¥à¤¸à¤‚ग आदि अनेक आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• गतिविधियों का आयोजन किया गया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 11 अपà¥à¤°à¥ˆà¤²à¥¤ परमारà¥à¤¥ निकेतन में मानव तसà¥à¤•à¤°à¥€ से पीड़ित लड़कियों के लिये पांच दिवसीय रेसà¥à¤•à¥à¤¯à¥‚ रिटà¥à¤°à¥€à¤Ÿ का आयोजन परमारà¥à¤¥ निकेतन, डिवाइन शकà¥à¤¤à¤¿ फांउडेशन, हरिजन सेवक संघ और रेसà¥à¤•à¥à¤¯à¥‚ फाउंडेशन के संयà¥à¤•à¥à¤¤ ततà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¾à¤¨ में किया गया। मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ और दिलà¥à¤²à¥€ से आयी 50 से अधिक लड़कियों के लिये परमारà¥à¤¥ निकेतन के आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• वातावरण में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿, हवन, यजà¥à¤ž, योग, धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ और सतà¥à¤¸à¤‚ग आदि अनेक आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• गतिविधियों का आयोजन किया गया। परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने रेसà¥à¤•à¥à¤¯à¥‚ की गयी लड़कियों को समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ कर ‘नारी ही नारायणी’ का संदेश देते हà¥à¤¯à¥‡ नारियों को अपनी शकà¥à¤¤à¤¿ को पहचानने और सही मारà¥à¤— पर चलने हेतॠपà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि आपने जीवन में जो à¤à¥€ करà¥à¤® किये हैं उसका फल हमें ही à¤à¥‹à¤—ना पड़ता है इसलिये करà¥à¤® à¤à¤¸à¥‡ करें जो हमें दिवà¥à¤¯à¤¤à¤¾ की ओर लेकर जायें। अकà¥à¤¸à¤° यà¥à¤µà¤¾ à¤à¤µà¥à¤¯à¤¤à¤¾ की ओर आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ होने लगते हैं परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤µà¥à¤¯à¤¤à¤¾ का आकरà¥à¤·à¤£ थोड़ी देर का होता है लेकिन दिवà¥à¤¯à¤¤à¤¾ और समरà¥à¤ªà¤£ सदैव साथ रहते हेठ। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ दिवà¥à¤¯à¤¤à¤¾ और समरà¥à¤ªà¤£ की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ है और नारी का शरीर देवालय है अतः उसे अपवितà¥à¤° नहीं होने देना है। नारी है तो सृषà¥à¤Ÿà¤¿ है। नारी जैसी होगी वैसे ही सृषà¥à¤Ÿà¤¿ होगी आप सब इसलिये पवितà¥à¤° पथ पर आगे बà¥à¤¤à¥‡ रहेà¤. सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि परमारà¥à¤¥ निकेतन आप सब का घर है, जब आप चाहे यहां आ कर रह सकती हैं। ये दर आपके लिये खà¥à¤²à¤¾ है और हमेशा खà¥à¤²à¤¾ ही रहेगा। परमारà¥à¤¥ निकेतन आप सब का परिवार है और हम सब आप के साथ हैं। जीवन के किसी à¤à¥€ मोड़ पर जब लगे कि किसी चीज की जरूरत है तो आप कà¤à¥€ à¤à¥€ परमारà¥à¤¥ निकेतन आ सकती हैं। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि आप यहां से दिवà¥à¤¯à¤¤à¤¾ के साथ à¤à¤• दिवà¥à¤¯ सोच लेकर जायंे ये सोच ही तो है जो पूरा जीवन बदल देती है; नज़र ही तो है जिससे नजारे बदल जाते हैं इसलिये हमें सोच को बदलना है, अपनी नज़र को बदलना है और अपनी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ को बदलना है। डा साधà¥à¤µà¥€ à¤à¤—वती सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने रेसà¥à¤•à¥à¤¯à¥‚ टीम को समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि आप सà¤à¥€ दिवà¥à¤¯à¤¤à¤¾ से यà¥à¤•à¥à¤¤ हंै। शरीर और मन के माधà¥à¤¯à¤® से à¤à¤¸à¤¾ कोई कारà¥à¤¯ न करें जिससे बाद में पछताना पड़े कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि शरीर देवालय है तथा à¤à¤Ÿà¤•à¥‡ हà¥à¤¯à¥‡ मन को साधने का सबसे उतà¥à¤¤à¤® मारà¥à¤— है आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• जीवन। रेसà¥à¤•à¥à¤¯à¥‚ की गयी कई बचà¥à¤šà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने कहा कि परमारà¥à¤¥ निकेतन ऋषिकेश आकर हमारा तो जीवन ही बदल गया। जीवन के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ हमारी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ ही बदल गयी। पूजà¥à¤¯ महाराज जी का सानà¥à¤¨à¤¿à¤§à¥à¤¯ पाकर और उदà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ सà¥à¤¨à¤•à¤° तो हमारा जीवन जीने का तरीका ही बदल गया। साधà¥à¤µà¥€ जी और पूजà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ के साथ हमें पांच दिनों तक सतà¥à¤¸à¤‚ग करने का अवसर पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤† जिससे हमारे आनà¥à¤¤à¤°à¤¿à¤• चकà¥à¤·à¥ खà¥à¤² गये और हमें अपने जीवन का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ मिल गया। रेसà¥à¤•à¥à¤¯à¥‚ की गयीं कई बचà¥à¤šà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने कहा कि परमारà¥à¤¥ निकेतन आकर हमने हिनà¥à¤¦à¥‚ धरà¥à¤®, योग, आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• जीवन और à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के बारे में जाना। यहां आकर हमें लगा कि हमें अपना जीवन समाज की सेवा में समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करना चाहिये। अब à¤à¥‚ल कर à¤à¥€ हमें उस गलत मारà¥à¤— पर नहीं जाना है, जहां से हम वापस आये हैं. रेसà¥à¤•à¥à¤¯à¥‚ की गयी लड़कियों ने कहा कि हम परमारà¥à¤¥ निकेतन से जाना नहीं चाहते, हम यहीं पर रहना चाहते हैं। यहां आकर पहली बार हमें समà¥à¤®à¤¾à¤¨, अपनी गरिमा और आतà¥à¤®à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ का अहसास हà¥à¤†à¥¤ रेसà¥à¤•à¥à¤¯à¥‚ की गयी लड़कियों को योग, सिलाई, बैग बनाना, कला और शिलà¥à¤ª, बà¥à¤¯à¥‚टीशियन पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£, कंपà¥à¤¯à¥‚टर पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£, मारà¥à¤¶à¤² आरà¥à¤Ÿ आदि की औपचारिक और अनौपचारिक शिकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने की योजना बनायी गयी है। रेसà¥à¤•à¥à¤¯à¥‚ फाउंडेशन की पà¥à¤°à¤®à¥à¤– शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤£à¥€ आचारà¥à¤¯ जी ने कहा कि परमारà¥à¤¥ निकेतन में पूजà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी और साधà¥à¤µà¥€ ने पीड़ितों लड़कियों को पà¥à¤°à¥‡à¤® और करà¥à¤£à¤¾ के साथ सशकà¥à¤¤ बनने का जो संदेश दिया सचमà¥à¤š उससे इन लड़कियों का जीवन ही बदल गया। परमारà¥à¤¥ निकेतन परिवार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जो सहयोग पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤† उसके लिये उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आà¤à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किया।