धीरे-धीरे और अचà¥à¤›à¥€ तरह से चबाकर खाने से à¤à¥‹à¤œà¤¨ में लार अचà¥à¤›à¥€ तरह मिल जाती है, जिससे à¤à¥‹à¤œà¤¨ को पचाना आसान हो जाता है। इससे आपका मेटाबॉलिजà¥à¤® à¤à¥€ सही रहता है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
1. धीरे-धीरे और अचà¥à¤›à¥€ तरह से चबाकर खाने से à¤à¥‹à¤œà¤¨ में लार अचà¥à¤›à¥€ तरह मिल जाती है, जिससे à¤à¥‹à¤œà¤¨ को पचाना आसान हो जाता है। इससे आपका मेटाबॉलिजà¥à¤® à¤à¥€ सही रहता है। 2. माना जाता है कि डायबिटीज के खतरे को कम करने के लिठà¤à¥€ à¤à¥‹à¤œà¤¨ को धीरे-धीरे चबाकर खाना चाहिà¤à¥¤ इससे खाना तो ठीक से पचता ही है साथ ही गà¥à¤²à¤•à¥‹à¤œ à¤à¥€ ठीक पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से टूट कर शरीर को ऊरà¥à¤œà¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करता है। 3. धीरे-धीरे और चबाकर खाने से पेट से जà¥à¤¡à¤¼à¥€ कई समसà¥à¤¯à¤¾à¤à¤‚ खतà¥à¤® हो जाती हैं, जैसे कबà¥à¤œ व गैस आदि। धीरे-धीरे खाने से मन à¤à¥€ शांत रहता है और छोटी-छोटी बातों पर चिड़चिड़ाना या गà¥à¤¸à¥à¤¸à¤¾ आना à¤à¥€ कम हो जाता है। 4. धीरे-धीरे, चबाकर खाने से à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने में समय लगता है और आप जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ खाने से बच जाते हैं, जिससे मोटापे जैसे परेशानी से à¤à¥€ बचाव होने में मदद मिलती है। Vaid Deepak Kumar Adarsh Ayurvedic Pharmacy Kankhal Hardwar aapdeepak.hdr@gmail.com 9897902760