सतà¥à¤—à¥à¤°à¥‚ माता सà¥à¤¦à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ जी महाराज की असीम कृपा दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ 22वें निरंकारी बाबा गà¥à¤°à¤¬à¤šà¤¨ सिंह मेमोरियल कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ दà¥à¤¨à¤®à¤¿à¤Ÿ का सफलतापूरà¥à¤µà¤• समापन आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤² समालखा गà¥à¤°à¤¾à¤‰à¤‚ड में हà¥à¤†, जिसका शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ 19 मारà¥à¤š, 2022 को हà¥à¤† था। इस पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में देश के लगà¤à¤— सà¤à¥€ राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से 115 टीमों का रजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤¨ किया गया जिनमें से मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¤à¤ƒ 48 टीमें चयनित हà¥à¤ˆ और सà¤à¥€ ने खेलों के माधà¥à¤¯à¤® दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ अनà¥à¤à¤µà¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ शिकà¥à¤·à¤¾à¤“ं को गà¥à¤°à¤¹à¤£ किया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
सतà¥à¤—à¥à¤°à¥‚ माता सà¥à¤¦à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ जी महाराज की असीम कृपा दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ 22वें निरंकारी बाबा गà¥à¤°à¤¬à¤šà¤¨ सिंह मेमोरियल कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ दà¥à¤¨à¤®à¤¿à¤Ÿ का सफलतापूरà¥à¤µà¤• समापन आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤² समालखा गà¥à¤°à¤¾à¤‰à¤‚ड में हà¥à¤†, जिसका शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ 19 मारà¥à¤š, 2022 को हà¥à¤† था। इस पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में देश के लगà¤à¤— सà¤à¥€ राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से 115 टीमों का रजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤¨ किया गया जिनमें से मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¤à¤ƒ 48 टीमें चयनित हà¥à¤ˆ और सà¤à¥€ ने खेलों के माधà¥à¤¯à¤® दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ अनà¥à¤à¤µà¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ शिकà¥à¤·à¤¾à¤“ं को गà¥à¤°à¤¹à¤£ किया। बà¥à¤°à¤¾à¤‚च संयोजक सà¥à¤°à¥‡à¤¶ चावला ने बताया कि इस पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में सà¤à¥€ खिलाड़ियों ने अपनी यà¥à¤µà¤¾ ऊरà¥à¤œà¤¾ के साथ-साथ अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨, मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ à¤à¤µà¤‚ सहनशीलता का सà¥à¤‚दर परिचय दरà¥à¤¶à¤¾à¤¯à¤¾ जिसकी वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में अति आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। आज जहां हर मनà¥à¤·à¥à¤¯ à¤à¤• दूसरे को केवल पीड़ा ही पहà¥à¤‚चा रहा है और उसके अहित में ही लगा हà¥à¤† है, à¤à¤¸à¥‡ समय में सतà¥à¤—à¥à¤°à¥ माता सà¥à¤¦à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ जी महाराज दी गयी सिखलाईयों से पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ लेते हà¥à¤ पà¥à¤°à¤® à¤à¤µà¤‚ मिलवरà¥à¤¤à¤¨ का à¤à¤¸à¤¾ अदà¤à¥à¤¤ उदाहरण इस टà¥à¤°à¥à¤¨à¤¾à¤®à¥‡à¤‚ट में खिलाडियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¿à¤¤ किया गया जो निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ रूप में सराहनीय है। सà¤à¥€ खिलाड़ियों में किसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की कोई पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤ªà¤°à¥à¤§à¤¾, दà¥à¤µà¥‡à¤· à¤à¤µà¤‚ à¤à¤• दूसरे को हतोतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ करने की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ नहीं दिखी अपितॠउनमें केवल आपसी सौहारà¥à¤¦ à¤à¤µà¤‚ अमन ही देखने को मिला। सà¤à¥€ खिलाड़ियों ने खेलों में अपना शानदार पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ किया जिसके लिठउनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सरà¥à¤Ÿà¤¿à¤«à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ देकर समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया गया। इसके अतिरिकà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ होने वाले मैच में उतà¥à¤¤à¤® पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ करने वाले खिलाड़ी को मैन ऑफ द मैच का खिताब देकर à¤à¥€ समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया गया। सà¤à¥€ यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के लिठपà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ सायं सतà¥à¤¸à¤‚ग कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का आयोजन किया जाता रहा जिसका उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शारिरिक रूप में सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ रखने के साथ-साथ आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• जागृति à¤à¤µà¤‚ मानसिक शांति पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करना था।