देवसंसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कà¥à¤²à¤¾à¤§à¤¿à¤ªà¤¤à¤¿ डॉ पà¥à¤°à¤£à¤µ पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ ने कहा कि जो आचरण से शिकà¥à¤·à¤¾ दें वही आचारà¥à¤¯ है और à¤à¤¸à¥‡ आचारà¥à¤¯à¤—ण ही विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को चरितà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¨ बना सकते हैं।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° 11 जनवरी। कà¥à¤²à¤¾à¤§à¤¿à¤ªà¤¤à¤¿ डॉ पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ देसंविवि के 36वें जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¦à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ समारोह की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ करते हà¥à¤ नवपà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶à¥€ विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को संबोधित कर रहे थे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि यह समय अपने कठिन दौर में है, à¤à¤¸à¥‡ समय में यà¥à¤µà¤¾ शकà¥à¤¤à¤¿ को जागà¥à¤°à¤¤ करने के लिठउनके आंतरिक ऊरà¥à¤œà¤¾ को जगाना होगा। यà¥à¤µà¤¾à¤“ं में संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ व संसà¥à¤•à¤¾à¤° के बीज बोने होंगे। विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को चरितà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¨ बनाये जाने चाहिà¤, शिकà¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में राजनीति नहीं होनी चाहिà¤à¥¤ डॉ. पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ ने कहा कि जिस तरह चाणकà¥à¤¯ ने अपने जà¥à¤žà¤¾à¤¨ व चरितà¥à¤° से शिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ कर अपने शिषà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को विशà¥à¤µ के कोने-कोने में फैलाने के लिठà¤à¥‡à¤œà¤¾ था, उसी तरह देसंविवि के विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤‚ संसà¥à¤•à¤¾à¤° के लिठसमरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि 2020 à¤à¤• नई कà¥à¤°à¤¾à¤‚ति लेकर आया है। समारोह के मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि नगर विकास मंतà¥à¤°à¥€ मदन कौशिक ने कहा कि किसी समय तकà¥à¤·à¤¶à¤¿à¤²à¤¾ व नालंदा विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ का जो सà¥à¤µà¤°à¥‚प हà¥à¤† करता था, उसी तरह आज देवसंसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ का सà¥à¤µà¤°à¥‚प दिखाई देता है। यहाठजो संसà¥à¤•à¤¾à¤° मिलता है, उससे यà¥à¤µà¤¾à¤“ं में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ रà¥à¤à¤¾à¤¨ पैदा होता है। शà¥à¤°à¥€ कौशिक ने कहा कि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ हमेशा बदलाव का केनà¥à¤¦à¥à¤° रहा है। विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ के संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ ने देश को नई दिशा देने में महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤ˆ है। जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¦à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ समारोह यà¥à¤µà¤¾à¤“ं में à¤à¤¸à¥‡ ही सà¥à¤¸à¤‚सà¥à¤•à¤¾à¤° के बीज बोने का काम करता है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ में जब कà¤à¥€ कोई दैवीय या पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• आपदा आती है, वहाठशांतिकà¥à¤‚ज परिवार सबसे पहले सहयोग के लिठखड़ा मिलता है। विशिषà¥à¤Ÿ अतिथि उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¾ मंतà¥à¤°à¥€ डॉ. धनसिंह रावत ने कहा कि राजà¥à¤¯ में 502 डिगà¥à¤°à¥€ कॉलेज, 11 सरकारी विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ व 18 निजी विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ है, इन सबमें फिट इंडिया, गà¥à¤°à¥€à¤¨ व कà¥à¤²à¥€à¤¨ कैमà¥à¤ªà¤¸, नशामà¥à¤•à¥à¤¤, रकà¥à¤¤à¤¦à¤¾à¤¨ शिविर, à¤à¤• छातà¥à¤°-à¤à¤• वृकà¥à¤· जैैसे अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ चलाये जा रहे हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¦à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ जैसे कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® होने से उचà¥à¤š शैकà¥à¤·à¤£à¤¿à¤• संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में रैगिग की समसà¥à¤¯à¤¾ कम हà¥à¤ˆ है। उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¾ मंतà¥à¤°à¥€ ने कहा कि देसंविवि की तरह देश à¤à¤° के विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में à¤à¥€ जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¦à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® चलाये जाने चाहिà¤à¥¤ इससे पूरà¥à¤µ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ डॉ. चिनà¥à¤®à¤¯ पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ ने जà¥à¤žà¤¾à¤¨ दीकà¥à¤·à¤¾ समारोह की पृषà¥à¤ à¤à¥‚मि से अवगत कराया। कà¥à¤²à¤¾à¤§à¤¿à¤ªà¤¤à¤¿ ने नवपà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶à¥€ विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ आचारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को मिलकर शिकà¥à¤·à¤£ कारà¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ विकास के साथ आगे बà¥à¤¨à¥‡ का दीकà¥à¤·à¤¾ संकलà¥à¤ª दिलाये। समारोह के अतिथियों à¤à¤µà¤‚ कà¥à¤²à¤¾à¤§à¤¿à¤ªà¤¤à¤¿ डॉ. पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ ने नवपà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶à¥€ विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को देसंविवि का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• चिहà¥à¤¨ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया। इस अवसर पर कà¥à¤²à¤¾à¤§à¤¿à¤ªà¤¤à¤¿ ने मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि डॉ. धन सिंह रावत व नगर विकास मंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ कौशिक को सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ चिनà¥à¤¹, à¤à¤µà¤‚ यà¥à¤—साहितà¥à¤¯ à¤à¥‡à¤‚टकर समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया। समारोह के समापन अवसर पर मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि व कà¥à¤²à¤¾à¤§à¤¿à¤ªà¤¤à¤¿ ने ई-रेनासा, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ संचार, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ टà¥à¤°à¥‡à¤µà¤² सालà¥à¤¯à¥‚शन, à¤à¤²à¥à¤¯à¥à¤®à¤¿à¤¨à¥€ à¤à¤¶à¥‹à¤¸à¤¿à¤à¤¶à¤¨ का विमोचन किया| कà¥à¤²à¤¸à¤šà¤¿à¤µ बलदाऊ देवांगन ने बताया कि देसंविवि के 36वें जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¦à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ समारोह में छः मासीय पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®- योग विजà¥à¤žà¤¾à¤¨, धरà¥à¤® विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ समगà¥à¤° सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन के लिठलिथà¥à¤†à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ सहित उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡, बिहार, छग, दिलà¥à¤²à¥€, गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤, हरियाणा, राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨, हिमालच पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶, à¤à¤¾à¤°à¤–ंड, मपà¥à¤°, उपà¥à¤° तथा पशà¥à¤šà¤¿à¤® बंगाल से आये नवपà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶à¥€ छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं को जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¦à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ के सूतà¥à¤° से दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ किया गया। शà¥à¤°à¥€ उदय किशोर मिशà¥à¤° ने जà¥à¤žà¤¾à¤¨ दीकà¥à¤·à¤¾ का वैदिक करà¥à¤®à¤•à¤¾à¤£à¥à¤¡ तथा डॉ. गोपाल शरà¥à¤®à¤¾ ने मंच संचालन किया। इस अवसर पर ऋषिकेश की मेयर अनिता ममगई, शांतिकà¥à¤‚ंज व देसंविवि परिवार सहित विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से आये गणमानà¥à¤¯ लोग, à¤à¤¨à¤¸à¥€à¤¸à¥€ कैडेटà¥à¤¸ व अधिकारी, पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨à¤¿à¤• अधिकारी तथा पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤—ण उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे।