महंत शà¥à¤°à¥€ लाल बाबा बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ हà¥à¤, हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में शोक की लहर छाई, सबसे लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ संतो में शामिल थे लाल बाबा जी महाराज, हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में गणेश उतà¥à¤¸à¤µ की परंपरा शà¥à¤°à¥‚ की थी शà¥à¤°à¥€ महंत लाल बाबा ने।
रिपोर्ट - ऑल नà¥à¤¯à¥‚ज़ बà¥à¤¯à¥‚रो
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°à¥¤ शà¥à¤°à¥€ पंचायती अखाड़ा महानिरà¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ के पूरà¥à¤µ सचिव महंत वासà¥à¤¦à¥‡à¤µ गिरि (लाल बाबा) के बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ हो जाने से संत समाज में शोक की लहर छा गई । वह लंबे समय तक अखाडे़ के कोठारी à¤à¤µà¤‚ सचिव पद पर आसीन रहे। बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤² महंत लाल बाबा का सोमवार की रात गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ में निधन हो गया था। महंत शà¥à¤°à¥€ लाल बाबा ने हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में शà¥à¤°à¥€ महानिरà¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ अखाड़ा पंचायती के सचिव रहते हà¥à¤ गणेश महोतà¥à¤¸à¤µ की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ की थी और तब से हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में गणेश महोतà¥à¤¸à¤µ अब तक धूमधाम के साथ मनाया जाता है उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° कनखल से बेहद लगाव था वे हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° कनखल में अखाड़े के महंत शà¥à¤°à¥€ गिरधर नारायण पà¥à¤°à¥€ जी महाराज की तरह ही लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ थे महंत लाल बाबा जी महाराज ने 1997 में जब हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में कांची काम कोठी पीठके शंकराचारà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤°à¥€ जयेंदà¥à¤° सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी महाराज ने चातà¥à¤°à¥à¤®à¤¾à¤¸ किया था तब उनका कनखल चौक बाजार में महंत शà¥à¤°à¥€ लाल बाबा की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ में जोरदार सà¥à¤µà¤¾à¤—त समारोह हà¥à¤† था महंत शà¥à¤°à¥€ लाल बाबा जी महाराज बेहद मधà¥à¤° à¤à¤¾à¤·à¥€ मिलनसार समाजसेवी और उदारमना थे उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ सà¥à¤®à¤¨ अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ शà¥à¤°à¥€ पंचायती महानिरà¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ अखाड़े कनखल के सचिव शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रविंदà¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¥€ महाराज ने कहा कि बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ महंत लाल बाबा महाराज à¤à¤• दिवà¥à¤¯ और महान संत थे। जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अखाड़े की परंपराओं का निरà¥à¤µà¤¹à¤¨ करते हà¥à¤ धरà¥à¤® और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° किया और अपने कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² में अखाड़े को निरंतर पà¥à¤°à¤—ति की ओर अगà¥à¤°à¤¸à¤° किया। उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ समाज को सेवा का संदेश दिया गया और धरà¥à¤® à¤à¤µà¤‚ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के उतà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के लिठसदैव ही उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤¾à¤µà¥€ पीढ़ी को संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¤µà¤¾à¤¨ बनाया। राषà¥à¤Ÿà¥à¤°Y निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में उनका अतà¥à¤²à¥à¤¯ योगदान सदैव अविसà¥à¤®à¤°à¤£à¥€à¤¯ रहेगा। शà¥à¤°à¥€ पंचायती अखाड़ा निरà¥à¤®à¤² के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¦à¥‡à¤µ सिंह महाराज ने कहा कि महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ का जीवन हमेशा ही समाज कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ के लिठसमरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ रहता है और बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ महंत लाल बाबा तो तà¥à¤¯à¤¾à¤— à¤à¤µà¤‚ तपसà¥à¤¯à¤¾ की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ थे। जो सदैव ही परमारà¥à¤¥ के कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठऔरों को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ देकर समाज में सदà¥à¤à¤¾à¤µ का वातावरण बनाते हैं। उनकी मधà¥à¤° वाणी और कà¥à¤¶à¤² वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° सदैव संतो को याद आता रहेगा। कोठारी महंत जसविंदर सिंह महाराज ने कहा कि परोपकार को जीवन समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करने वाले संत सदैव अपने à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ देकर उनके कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ का मारà¥à¤— पà¥à¤°à¤¶à¤¸à¥à¤¤ करते हैं। बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ महंत लाल बाबा महाराज à¤à¤• परोपकारी महापà¥à¤°à¥à¤· थे। जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने गंगा तट से अनेक सेवा पà¥à¤°à¤•à¤²à¥à¤ª पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठकर समाज कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ में अपना अहम योगदान दिया। à¤à¤¸à¥‡ महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ का जीवन सà¤à¥€ के लिठपà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾à¤¦à¤¾à¤¯à¤• है। अटल पीठाधीशà¥à¤µà¤° आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विशà¥à¤µà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤¨à¤‚द सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ महाराज ने कहा कि बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ महंत लाल बाबा महाराज का जीवन निरà¥à¤®à¤² जल के समान था और वह सेवा à¤à¤µà¤‚ करà¥à¤£à¤¾ की पराकाषà¥à¤ ा थे। जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सà¤à¥€ संतों को à¤à¤• मंच पर लाकर समरसता सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ की। शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त राजेंदà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¸ व शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त धरà¥à¤®à¤¦à¤¾à¤¸ महाराज ने कहा कि बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ महंत लालबाबा ने अपना पूरा जीवन à¤à¤—वान की à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ और संतों की सेवा में वà¥à¤¯à¤¤à¥€à¤¤ किया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सदा संत महापà¥à¤°à¥‚षों का बढ़चढ़ कर आदर सतà¥à¤•à¤¾à¤° किया। बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ महंत लाल बाबा को शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि देने वालों में सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हरिचेतनानंद, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कपिल मà¥à¤¨à¤¿, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ललितानंद गिरी, महंत गौरीशंकर दास, महंत रूपेंदà¥à¤° पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶, महंत सतà¥à¤¯à¤® गिरी, महंत विषà¥à¤£à¥à¤¦à¤¾à¤¸, बाबा बलराम दास हठयोगी, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रविदेव शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, महंत निरà¥à¤®à¤²à¤¦à¤¾à¤¸, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हरिवलà¥à¤²à¤à¤¦à¤¾à¤¸ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त अखिलेश à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€, महंत सà¥à¤à¤¾à¤· à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€, महंत सूरà¥à¤¯à¤®à¥‹à¤¹à¤¨ गिरी, महंत नवरतà¥à¤¨ किशोर गिरी, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ गिरधर गिरी, महंत गोविदंदास, महंत बिहारी शरण, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शरदपà¥à¤°à¥€ आदि सà¤à¥€ संत महंतों ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ महान संत बताया।