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धरती मां का पूजन कर मनाया विश्व पृथ्वी दिवस


पूर्णानंद घाट में महिलाओं द्वारा की जा रही गंगा आरती में महिलाओं द्वारा धरती मां का पूजन कर अग्नि देव, वायु देव, वरुण देव, सूर्य देव तथा इंद्र देव की उपासना कर मनाया विश्व पृथ्वी दिवस। विश्व पृथ्वी दिवस पर गंगा के पावन तट पूर्णानंद घाट पर महिलाओं ने सभी जीवों की रक्षा करना तथा धरती माता को बचाना जरूरी एवं उत्तम स्वास्थ्य की प्रार्थना की गई। ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट ने पूर्णानंद घाट में महिलाओं ने किया हवन पूजन साथ ही विश्व पृथ्वी दिवस पर विशेष गंगा आरती की गई।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

आज ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट, पूर्णानंद घाट में महिलाओं द्वारा की जा रही गंगा आरती में महिलाओं द्वारा धरती मां का पूजन कर अग्नि देव, वायु देव, वरुण देव, सूर्य देव तथा इंद्र देव की उपासना कर मनाया विश्व पृथ्वी दिवस। विश्व पृथ्वी दिवस पर गंगा के पावन तट पूर्णानंद घाट पर महिलाओं ने सभी जीवों की रक्षा करना तथा धरती माता को बचाना जरूरी एवं उत्तम स्वास्थ्य की प्रार्थना की गई। ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट ने पूर्णानंद घाट में महिलाओं ने किया हवन पूजन साथ ही विश्व पृथ्वी दिवस पर विशेष गंगा आरती की गई। शान्ति सिहं ने कहा कि हमें सभी जीवों की रक्षा करना चाहिए तथा उन्हें संरक्षति रखने के लिए धरती माता को बचाना जरूरी है। डॉ. ज्योति शर्मा ने कहा कि कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण पिछले एक वर्ष में नदियों में बाढ़, जंगलों में आग और समुद्रों में तूफान ने पूरे विश्व में भीषण तबाही मचाई है। कोरोना महामारी भी इसका एक रूप है। सौर ऊर्जा और शाकाहार से ही पृथ्वी का अस्तित्व बचेगा। ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट के हरिओम षर्मा ज्ञानी जी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण पिछले एक वर्ष में नदियों में बाढ़, जंगलों में आग और समुद्रों में तूफान ने पूरे विश्व में भीषण तबाही मचाई है। कोरोना महामारी भी इसका एक रूप है। विश्व इकोनामिक फोरम का हवाला देते हुए ज्ञानी जी ने बताया कि साल 2030 तक विश्व भर में ढाई लाख से अधिक व्यक्तियों की मृत्यु होने की आशंका है। ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन के कारण श्वास संबंधी रोगों, हृदय रोगों, डायबिटीज और कैंसर सहित अन्य शारीरिक रोगों के मामलों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। ऐसे में मानसिक रोगों के रोगी भी लगातार बढ़ रहे हैं। इसलिए लोगों को पर्यावरण बचाव के लिए आगे आने की जरूरत है। पर्यावरण को बचाकर ही स्वस्थ जीवन की कल्पना कर सकते हैं। महिला गंगा आरती में मुख्य रूप आचार्य अभिनव पोखरियाल डायरेक्टर नमामि गंगे स्पिरिचुअल, सुनीता जी, अनीता जी, प्रमिला जी, सरिता जी आदि महिलाओं ने पर्यावरण बचाने में मदद की अपील की।

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