जननायक पनà¥à¤¥à¥à¤¯à¤¾ दादा सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ महोतà¥à¤¸à¤µ चमराड़ा मेले के समापन समारोह के आनà¥à¤¤à¤¿à¤® दिन पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ समाजसेवी मोहन काला और देवपà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤— विधायक विनोद क0डारी महनà¥à¤¤ नितिन पà¥à¤°à¥€ ,पूरà¥à¤µ पालिका अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· कृषà¥à¤£à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ मैठाणी शामिल हà¥à¤ तीसरे दिन कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के बिशिषà¥à¤ अतिधि के सà¥à¤ª पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ साहितà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤° डा० ननà¥à¤¦à¤•à¤¿à¤¶à¥‹à¤° हटवाल जी का जननायक पनà¥à¤¥à¥à¤¯à¤¾ दादा सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ से समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया गया।बà¥à¤²à¤¾à¤• खिरà¥à¤¸à¥‚ पà¥à¤°à¤®à¥à¤– शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ à¤à¤µà¤¾à¤¨à¥€ देनी के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ के रà¥à¤ª मे मोहन पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ गायतà¥à¤°à¥€ उपासà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र के चमराडा गांव में जननायक पनà¥à¤¥à¥à¤¯à¤¾ दादा सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ महोतà¥à¤¸à¤µ चमराड़ा मेले के समापन समारोह के आनà¥à¤¤à¤¿à¤® दिन पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ समाजसेवी मोहन काला और देवपà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤— विधायक विनोद कणà¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ महनà¥à¤¤ नितिन पà¥à¤°à¥€ ,पूरà¥à¤µ पालिका अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· कृषà¥à¤£à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ मैठाणी शामिल हà¥à¤à¥¤à¤¤à¥€à¤¸à¤°à¥‡ दिन कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के बिशिषà¥à¤ अतिधि के सà¥à¤ª पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ साहितà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤° डा० ननà¥à¤¦à¤•à¤¿à¤¶à¥‹à¤° हटवाल जी का जननायक पनà¥à¤¥à¥à¤¯à¤¾ दादा सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ से समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया गया।बà¥à¤²à¤¾à¤• खिरà¥à¤¸à¥‚ पà¥à¤°à¤®à¥à¤– शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ à¤à¤µà¤¾à¤¨à¥€ देनी के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ के रà¥à¤ª मे मोहन पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ गायतà¥à¤°à¥€ उपासà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे। सà¤à¥€ अतिथियों को संयोजक डा० सà¥à¤à¤¾à¤· पाणà¥à¤¡à¥‡ ,जà¥à¤¯à¥‡à¤·à¥à¤ पà¥à¤°à¤®à¥à¤°à¤µ à¤à¤—वान सिंह, सà¥à¤°à¤œà¥€à¤¤ बिषà¥à¤Ÿ,मà¥à¤•à¥‡à¤¶ काला, पà¥à¤°à¤à¤¾à¤•à¤° बाबà¥à¤²à¤•à¤° ,मà¥à¤•à¥‡à¤¶ à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मालà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤ªà¤£ , शॉल व सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ चिहà¥à¤® के रà¥à¤ª पनà¥à¤¥à¥à¤¯à¤¾ दादा की फोटो फà¥à¤°à¥‡à¤® à¤à¥‡à¤‚ट कर समà¥à¤®à¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया गया। सà¥à¤µà¤¾à¤—त समारोह में सà¥à¤®à¤¾à¤¡à¥€ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ सतà¥à¤¯à¤¦à¥‡à¤µ बहà¥à¤—à¥à¤£à¤¾, जितेनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह चमराड़ा ,पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ बलोड़ी बृगमोहन बहà¥à¤—à¥à¤£à¤¾ ,खालू पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ कविता देवी,कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° पंचायत सà¥à¤®à¤¾à¤¡à¥€ मनोज à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ,कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° पंचायत चडीगांव मनोज विषà¥à¤Ÿ ,शà¥à¤°à¥€à¤•à¥‹à¤Ÿ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤² सिंह,गà¥à¤°à¤¾à¤® पà¥à¤°à¤˜à¤¾à¤¨ जारव,गà¥à¤°à¤¾à¤® पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ नयालगढ पूरà¥à¤µ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ खालू और चमराड़ा सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया गया। मेले मे पशà¥à¤ªà¤¾à¤²à¤¨ ,बाल विकास,कृषि विà¤à¤¾à¤— ,उदà¥à¤¯à¤¾à¤¨ विà¤à¤¾à¤— और शिकà¥à¤·à¤• अरविनà¥à¤¦ नेगी स०अ० गणित दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वूड कà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤Ÿ पर आधारित बनाई गई आकृतियों का सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² à¤à¥€ मेले को आकरà¥à¤·à¤• बना रहे थे।समिति रारा आà¤à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किया गया। अतिथियों के सà¥à¤µà¤¾à¤—त में चमराड़ा की छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं à¤à¤µà¤‚ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ कलाकारों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हासà¥à¤¯ नाटक और लोकनृतà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किये गये। सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• सनà¥à¤§à¥à¤¯à¤¾ में पमà¥à¤®à¥€ नवलके गीतों ने समां बाà¤à¤§ विया। कà¥à¤°à¤® में समाधि में 17 वीं शताबà¥à¤¦à¥€ से निरंतर चलती आ रही पंथà¥à¤¯à¤¾ दादाजी à¤à¤µà¤‚ अनà¥à¤¯ पितरों की पूजा का आयोजन à¤à¥‚त पà¥à¤œà¤¾à¤ˆ के रूप में घडेलà¥à¤¯à¥‡ à¤à¤µà¤‚ पितà¥à¤° सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर पितà¥à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ के रूप में सामूहिक à¤à¥‹à¤œà¤¨ के रूप में मनाया गया। इस कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में 11:00 बजे पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒ घडेलà¥à¤¯à¥‡ के साथ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का आयोजन किया गया। विमल चंदà¥à¤° काला जी (गोपी जी) पर पंथà¥à¤¯à¤¾ दादा जी अवतरित हà¥à¤ à¤à¤µà¤‚ समसà¥à¤¤ à¤à¤•à¥à¤¤ जनों को आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया। साथ ही साथ पंथà¥à¤¯à¤¾ दादा जी के घडेलà¥à¤¯à¥‡ में कीरà¥à¤¤à¤¿, à¤à¤¦à¥à¤°à¤¾ चाची à¤à¤µà¤‚ मां गौरा ने अवतरित होकर à¤à¤•à¥à¤¤à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ को आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ दिया à¤à¤µà¤‚ उस मारà¥à¤®à¤¿à¤• à¤à¤µà¤‚ à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• कथा की सà¤à¥€ को à¤à¤• बार पà¥à¤¨à¤ƒ याद दिला दी। उकà¥à¤¤ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में समसà¥à¤¤ गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£à¥‹à¤‚ के साथ मोहन काला, गà¥à¤°à¤¾à¤® पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ सतà¥à¤¯à¤¦à¥‡à¤µ बहà¥à¤—à¥à¤£à¤¾, इनà¥à¤¦à¥à¤° मोहन काला , दिनेश रà¥à¤¡à¥‹à¤²à¤¾, नेतà¥à¤°à¤®à¤£à¤¿ मलासी, महिला मंगल दल अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¾ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ दà¥à¤°à¥à¤—ा देवी काला, नवयà¥à¤µà¤• मंगल दल अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· राकेश घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤² à¤à¤µà¤‚ समसà¥à¤¤ गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे। यह कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® 17 वीं शताबà¥à¤¦à¥€ से निरंतर à¤à¤¸à¥‡ ही चलते आ रहा है समसà¥à¤¤ गà¥à¤°à¤¾à¤® का à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ à¤à¤¾à¤µ देखते ही बनता है।