परमारà¥à¤¥ निकेतन में गृहमंतà¥à¤°à¥€ गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤, खेल मंतà¥à¤°à¥€, यà¥à¤µà¤¾ मामले और सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• गतिविधियां, आबकारी à¤à¤µà¤‚ मदà¥à¤¯à¤¨à¤¿à¤·à¥‡à¤§ मंतà¥à¤°à¥€, सीमा सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ और जेल मंतà¥à¤°à¥€, गृह, पà¥à¤²à¤¿à¤¸ आवास और आपदा पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन हरà¥à¤· सांघवी पधारे, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी से à¤à¥‡à¤‚ट कर आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ लिया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 26 अपà¥à¤°à¥ˆà¤²à¥¤ परमारà¥à¤¥ निकेतन में गृहमंतà¥à¤°à¥€ गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤, खेल मंतà¥à¤°à¥€, यà¥à¤µà¤¾ मामले और सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• गतिविधियां, आबकारी à¤à¤µà¤‚ मदà¥à¤¯à¤¨à¤¿à¤·à¥‡à¤§ मंतà¥à¤°à¥€, सीमा सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ और जेल मंतà¥à¤°à¥€, गृह, पà¥à¤²à¤¿à¤¸ आवास और आपदा पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन हरà¥à¤· सांघवी पधारे, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी से à¤à¥‡à¤‚ट कर आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ लिया। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ और हरà¥à¤· सांघवी जी ने विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ सामाजिक, समसामयिक और जल व परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ के विषयों पर चरà¥à¤šà¤¾ की। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£, नदियों के संरकà¥à¤·à¤£ और वृकà¥à¤·à¤¾à¤°à¥‹à¤ªà¤£ के विषय में जन जागरूकता अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ चलाने हेतॠपà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ किया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यà¥à¤µà¤¾à¤“ं को विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ गतिविधियों के माधà¥à¤¯à¤® से परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ हेतॠजागरूक करने के लिये à¤à¥€ विचार विमरà¥à¤¶ किया। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ को जल की à¤à¤•-à¤à¤• बूà¤à¤¦ को संरकà¥à¤·à¤¿à¤¤ करने, जल अपवà¥à¤¯à¤¯ को रोकने, पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधनों के समान वितरण के साथ ही à¤à¥‚जल को बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ की जरूरत है। जल संरकà¥à¤·à¤£ के लिये सà¥à¤¥à¤¾à¤¯à¥€ और सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ समाधान की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। आज विशà¥à¤µ बौदà¥à¤§à¤¿à¤• संपदा दिवस के अवसर पर सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि मानव ने अपनी बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ से अनेक आविषà¥à¤•à¤¾à¤° और नई कृतियों को जनà¥à¤® दिया है बौदà¥à¤§à¤¿à¤• संपदा दिवस उसी के जशà¥à¤¨ का अवसर है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में बौदà¥à¤§à¤¿à¤• सृजन को पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के संवरà¥à¤¦à¥à¤§à¤¨ के लिये लगाये। शà¥à¤°à¥€ हरà¥à¤· सांघवी जी ने तापी नदी के तट पर आरती का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ करने हेतॠसà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी को आमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि परमारà¥à¤¥ गंगा आरती की वैशà¥à¤µà¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° पर अपनी à¤à¤• उतà¥à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤Ÿ पहचान है। यह केवल आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• आयोजन ही नहीं है बलà¥à¤•à¤¿ इस पावन तट से जल, नदियों और परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ का संदेश पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ किया जा रहा है। हम सà¤à¥€ मिलकर हमारी सà¤à¥€ नदियों के तट पर इस कà¥à¤°à¤® का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ करें तो निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ रूप से जीवनदायिनी नदियों को पà¥à¤¨à¤ƒ जागृत और जीवंत बनाया जा सकता है। हरà¥à¤· सांघवी जी ने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी के पावन सानà¥à¤¨à¤¿à¤§à¥à¤¯ में गंगा आरती में सहà¤à¤¾à¤— किया। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने रूदà¥à¤°à¤¾à¤•à¥à¤· का पौधा देकर उनका अà¤à¤¿à¤¨à¤¨à¥à¤¦à¤¨ किया।