परमारà¥à¤¥ निकेतन में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अà¤à¥à¤¯à¥à¤¦à¤¯ का अनवरत सà¥à¤°à¥‹à¤¤ विषय पर दो दिवसीय संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ शोध संगोषà¥à¤ ी का आयोजन परमारà¥à¤¥ निकेतन, वैशà¥à¤µà¤¿à¤• संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ मंच और डा शिवाननà¥à¤¦ नौटियाल राजकीय सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤•à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤° महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ करà¥à¤£à¤ªà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤— के संयà¥à¤•à¥à¤¤ ततà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¾à¤¨ में किया गया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 27 अपà¥à¤°à¥ˆà¤²à¥¤ परमारà¥à¤¥ निकेतन में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अà¤à¥à¤¯à¥à¤¦à¤¯ का अनवरत सà¥à¤°à¥‹à¤¤ विषय पर दो दिवसीय संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ शोध संगोषà¥à¤ ी का आयोजन परमारà¥à¤¥ निकेतन, वैशà¥à¤µà¤¿à¤• संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ मंच और डा शिवाननà¥à¤¦ नौटियाल राजकीय सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤•à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤° महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ करà¥à¤£à¤ªà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤— के संयà¥à¤•à¥à¤¤ ततà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¾à¤¨ में किया गया। परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी, महापौर ऋषिकेश शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ अनीता ममगाई जी, राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· वैशà¥à¤µà¤¿à¤• संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ मंच पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° विषà¥à¤£à¥à¤ªà¤¦ महापातà¥à¤° जी, लाल बहादà¥à¤° शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ दिलà¥à¤²à¥€ से शà¥à¤°à¥€ केदार पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ पà¥à¤°à¥‹à¤¹à¤¿à¤¤ जी, डा जोरावर सिंह जी और अनà¥à¤¯ विशिषà¥à¤Ÿ अतिथियों ने दीप पà¥à¤°à¤œà¥à¤µà¤²à¤¿à¤¤ कर संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ शोध संगोषà¥à¤ ी का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ किया। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ à¤à¤¾à¤·à¤¾ दिवà¥à¤¯à¤¤à¤¾ और à¤à¤µà¥à¤¯à¤¤à¤¾ का संगम है। संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ à¤à¤¾à¤·à¤¾ दिवà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ है; à¤à¤µà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ है; वेद à¤à¤¾à¤·à¤¾ है और देव à¤à¤¾à¤·à¤¾ है। संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ हमारी मातृ à¤à¤¾à¤·à¤¾ है और à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं का मूल à¤à¥€ है। वह वैकलà¥à¤ªà¤¿à¤• à¤à¤¾à¤·à¤¾ नहीं बलà¥à¤•à¤¿ वैशà¥à¤µà¤¿à¤• à¤à¤¾à¤·à¤¾ है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कई à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं की जनà¥à¤®à¤¦à¤¾à¤¤à¥à¤°à¥€ है संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¥¤ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ को हमारे पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ में à¤à¤• वैकलà¥à¤ªà¤¿à¤• à¤à¤¾à¤·à¤¾ के रूप में नहीं बलà¥à¤•à¤¿ वैशà¥à¤µà¤¿à¤• à¤à¤¾à¤·à¤¾ के रूप में सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करने की जरूरत है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह à¤à¤¾à¤·à¤¾ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और हिंदू संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤•, साहितà¥à¤¯à¤¿à¤• और दिवà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ है। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ à¤à¤¾à¤·à¤¾ को कंपà¥à¤¯à¥‚टर के लिये उपयà¥à¤•à¥à¤¤ à¤à¤¾à¤·à¤¾ माना गया है। यà¥à¤µà¤¾à¤“ं को संदेश देते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि आईये संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ को अपने जीवन और पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® दोनों में उपयà¥à¤•à¥à¤¤ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करें। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ में पाà¤à¤š हजार साल पहले संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ ही à¤à¤¾à¤·à¤¾ के रूप में थी सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§ जन संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ बोलते थे उनके उदà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨, संगीत और कविताओं में संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ ही थी तब से संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ à¤à¤¾à¤·à¤¾ के रूप में पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤®à¤¾à¤¨ है। हमें संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ à¤à¤¾à¤·à¤¾ को जीवंत बनायें रखना होगा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसमें हमारे संसà¥à¤•à¤¾à¤° ही नहीं बलà¥à¤•à¤¿ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ à¤à¥€ समाहित है। à¤à¤¾à¤·à¤¾ के बल पर हम अपनी à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤“ं को और अपनी संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को जीवंत बनाये रख सकते है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि जो खोया उसका गम नहीं, लेकिन जो बचा है वह किसी से कम नहीं इसलिये संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ के उतà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के लिये मिलकर कारà¥à¤¯ करना होगा। आने वाले 10 वरà¥à¤·à¥‹ में संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ अपने गौरव को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कर सकती है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ कमà¥à¤ªà¥à¤¯à¥‚टर के लिये à¤à¥€ उपयà¥à¤•à¥à¤¤ à¤à¤¾à¤·à¤¾ मानी जा रही है।