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व्याकरण के विद्वान युवा कवि डॉ शैलेश तिवारी का सम्मान


उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के व्याकरण विभागाध्यक्ष डॉ शैलेश तिवारी को केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली का कुलगीत लिखने के लिए देश के पूर्व मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ मुरली मनोहर जोशी ने एक भव्य समारोह में 25 हजार रुपये की राशि और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया है।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार। उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के व्याकरण विभागाध्यक्ष डॉ शैलेश तिवारी को केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली का कुलगीत लिखने के लिए देश के पूर्व मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ मुरली मनोहर जोशी ने एक भव्य समारोह में 25 हजार रुपये की राशि और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया है। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली के शैक्षणिक मामलों के निदेशक प्रोफेसर बनमाली बिश्वाल ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलगीत लिखने के लिए देशभर के संस्कृत विद्वानों से रचनाएं आमंत्रित कीं गयी थीं,जिनमें उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के व्याकरण के मूर्धन्य विद्वान डॉ शैलेश कुमार तिवारी की रचना को सर्वोच्च स्थान मिला है।प्रोफेसर बनमाली ने यह भी बताया कि डॉ तिवारी को तीन केंद्रीय विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित संस्कृत उत्कर्ष महोत्सव में पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ मुरली मनोहर जोशी के हाथों पच्चीस हजार रुपये की राशि तथा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया है। उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर देवीप्रसाद त्रिपाठी ने डॉ तिवारी की इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ शैलेश तिवारी छात्र जीवन से ही अत्यंत मेधावी रहे हैं, देश के चुनिन्दा युवा विद्वानों में वह शीर्ष पर हैं। कुलपति ने कहा कि हमें डॉ शैलेश तिवारी जैसे ख्यातिलब्ध युवा विद्वान पर गर्व है,छोटी सी आयु में डॉ तिवारी के नाम अनेक उल्लेखनीय उपलब्धियां दर्ज हैं। इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव गिरीश कुमार अवस्थी,वित्त नियंत्रक लखेन्द्र गौंथियाल, उपकुलसचिव दिनेश कुमार,निजी सचिव मनोज गहतोड़ी, सहायक आचार्य डॉ अरुण कुमार मिश्र, डॉ दामोदर परगाईं, डॉ कंचन तिवारी, डॉ राकेश कुमार सिंह,सह आचार्य डॉ हरीश तिवाड़ी सहित अनेक शिक्षकों ने डॉ शैलेश कुमार तिवारी को सम्मानित किए जाने पर अपनी शुभकामनाएं दी हैं।

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