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पौड़ी में 56 शिक्षको का शिक्षण कार्य करते हुए वीडियो तैयार की गई


प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने आज प्रेक्षागृह पौड़ी में आयोजित जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ पौड़ी के छठवें त्रैमासिक जनपदीय अधिवेशन में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। उन्होंने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न विद्यालयों का निरीक्षण किया गया, जिसमें कई शिक्षकों द्वारा बेहतर कार्य किया गया है।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

पौड़ी/दिनांक 13 मई, 2022, प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने आज प्रेक्षागृह पौड़ी में आयोजित जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ पौड़ी के छठवें त्रैमासिक जनपदीय अधिवेशन में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। उन्होंने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न विद्यालयों का निरीक्षण किया गया, जिसमें कई शिक्षकों द्वारा बेहतर कार्य किया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि 56 शिक्षको का शिक्षण कार्य करते हुए वीडियो तैयार की गई है, प्रदेश में बेहतर कार्य करने वाले प्राथमिक से लेकर माध्यमिक के शिक्षकों को जल्द ही समारोह आयोजित कर प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रवक्ता के पदों पर आयोग से नियुक्तियों होने तक अतिथि शिक्षको को तैनाती दी जाएगी। सहायक अध्यापको की कमी को दूर करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। मा0 मंत्री डा. रावत ने कहा कि प्रदेश में 34 प्रतिशत महिला शिक्षिकाएं हैं, जिन्हें मातृत्व अवकाश के लिए जाना पड़ता है। इस दौरान छात्रों के पठन-पाठन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। कहा प्रदेश में प्राथमिक से लेकर माध्यमिक स्तर तक प्रत्येक विद्यालय में खेल व पुस्तकालय के लिए अलग से धनराशि प्रदान की जा रही है। कहा बच्चों को इच्छानुसार के तहत गढ़वाली, कुमाऊंनी व जौनसारी जैसी लोकभाषा के अध्ययन की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में 01 जुलाई से राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य होगा। कहा नीति के तहत प्राथमिक से लेकर माध्यमिक कक्षाओं में पाठ्यक्रम तैयार किया जा रहा है। कहा कि उत्तराखंड सरकार 12 हजार विद्यालयों में स्मार्ट क्लास बनाने जा रही है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के संदर्भ में भारत सरकार ने कहा है कि शिक्षा भारतीय ज्ञान परम्परा पद्धति पर आधारित होनी चाहिए ओर उसी का अनुसरण करके उत्तराखण्ड के पाठ्यक्रमों का निर्धारण किया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि शिक्षक संघ द्वारा जो भी मांगें रखी गयी है उन पर गहन चर्चा कर सकारात्मक निर्णय लिया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार निरंतर रूप से शिक्षा के क्षेर में बेहतर कार्य कर रही है। साथ छात्र-छात्राओं को पठन-पाठन के लिए मोबाइल टेबलेट भी वितरित कर रही है, जिससे छात्र-छात्राएं मोबाइल टेबलेट के माध्यम से भी अध्यन कर सकेंगे।

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