पंजाब के दयालपà¥à¤° के निरà¥à¤®à¤² à¤à¥ˆà¤– के जाने-माने पà¥à¤°à¤®à¥à¤– संत महंत संतोख सिंह महाराज के असà¥à¤¥à¤¿ अवशेष आज सती घाट कनखल में गंगा में वैदिक विधि विधान के साथ विसरà¥à¤œà¤¿à¤¤ किठगठउनके उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤§à¤¿à¤•à¤¾à¤°à¥€ शिषà¥à¤¯ महंत शà¥à¤°à¥€ अमरिंदर सिंह महाराज ने अपने गà¥à¤°à¥ की असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ गंगा में विसरà¥à¤œà¤¿à¤¤ की इससे पूरà¥à¤µ सती घाट कनखल में पीजी पातशाही गà¥à¤°à¥ अमरदास गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ में महंत संतोख सिंह महाराज की सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ में गà¥à¤°à¥ गà¥à¤°à¤‚थ साहिब के समकà¥à¤· अरदास की गई |
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° 14 मई पंजाब के दयालपà¥à¤° के निरà¥à¤®à¤² à¤à¥ˆà¤– के जाने-माने पà¥à¤°à¤®à¥à¤– संत महंत संतोख सिंह महाराज के असà¥à¤¥à¤¿ अवशेष आज सती घाट कनखल में गंगा में वैदिक विधि विधान के साथ विसरà¥à¤œà¤¿à¤¤ किठगठउनके उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤§à¤¿à¤•à¤¾à¤°à¥€ शिषà¥à¤¯ महंत शà¥à¤°à¥€ अमरिंदर सिंह महाराज ने अपने गà¥à¤°à¥ की असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ गंगा में विसरà¥à¤œà¤¿à¤¤ की इससे पूरà¥à¤µ सती घाट कनखल में पीजी पातशाही गà¥à¤°à¥ अमरदास गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ में महंत संतोख सिंह महाराज की सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ में गà¥à¤°à¥ गà¥à¤°à¤‚थ साहिब के समकà¥à¤· अरदास की गई इस अवसर पर निरà¥à¤®à¤² संत पà¥à¤°à¤¾ के मà¥à¤•à¤¾à¤®à¥€ महंत à¤à¤µà¤‚ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· महंत जगजीत सिंह महाराज ने कहा कि महंत शà¥à¤°à¥€ संतोख सिंह महाराज जी महाराज à¤à¤• दिवà¥à¤¯ और उचà¥à¤š कोटि के संत थे यà¥à¤µà¤¾à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने धरà¥à¤® के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° के लिठबहà¥à¤¤ अधिक कारà¥à¤¯ किया शà¥à¤°à¥€ महंत रेशम सिंह महाराज ने कहा कि महंत संतोख सिंह महाराज के विचार हर यà¥à¤— में पà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤‚गिक रहेंगे उनके धरà¥à¤® कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में किठगठकारà¥à¤¯ को à¤à¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ नहीं जा सकता है महंत शà¥à¤°à¥€ संतोख सिंह महाराज के उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤§à¤¿à¤•à¤¾à¤°à¥€ महंत अमरिंदर सिंह महाराज ने कहा कि वे अपने गà¥à¤°à¥ के बताठपद चिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ पर चलेंगे और उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ छोड़े गठअधूरे कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को पूरà¥à¤£ करेंगे इस अवसर पर महंत अनूप सिंह, महंत जगरूप सिंह, महंत गà¥à¤°à¤¸à¥‡à¤µà¤• सिंह, महंत जगराज सिंह, महंत जगतार सिंह, महंत पà¥à¤°à¥‡à¤® सिंह, महंत चमकौर गिरी à¤à¤¾à¤ˆ रूपा, यà¥à¤µà¤¾ à¤à¤¾à¤°à¤¤ साधॠसमाज के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शिवानंद महाराज, डॉकà¥à¤Ÿà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हरिहरानंद शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€,सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रवि देव, महंत केशवानंद, महंत दिनेश दास, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ आनंद शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, महंत कृषà¥à¤£à¤¾à¤—िरी, महंत सà¥à¤°à¥‡à¤¶ दास,महंत पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤¦à¤¾à¤¸, महंत रविंदà¥à¤°à¤¨à¤‚द, महंत बसंत मà¥à¤¨à¤¿, गà¥à¤°à¤‚थि देवेंदà¥à¤° सिंह ,इंदरजीत सिंह, लवपà¥à¤°à¥€à¤¤ सिंह, गà¥à¤°à¤šà¤°à¤£ सिंह, कà¥à¤²à¤µà¤‚त सिंह आदि ने शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि दी इस अवसर पर निरà¥à¤®à¤² संत पà¥à¤°à¤¾ आशà¥à¤°à¤® में महंत संतोख सिंह महाराज की याद में लंगर का आयोजन किया गया