Latest News

स्वामी मुक्तानंद पंचतत्व में विलीन, अंतिम संस्कार में उमड़ा जनसैलाब


पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष और संस्थापक सदस्य स्वामी मुक्तानंद महाराज का आज कनखल श्मशान घाट में शाम 4:30 बजे वैदिक विधि विधान के साथ अंतिम संस्कार किया गया उनकी चिता को योग गुरु स्वामी रामदेव आचार्य बालकृष्ण और अन्य साधु संतों ने मुखाग्नि दी|

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार 14 मई पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष और संस्थापक सदस्य स्वामी मुक्तानंद महाराज का आज कनखल श्मशान घाट में शाम 4:30 बजे वैदिक विधि विधान के साथ अंतिम संस्कार किया गया उनकी चिता को योग गुरु स्वामी रामदेव आचार्य बालकृष्ण और अन्य साधु संतों ने मुखाग्नि दी उनकी अंतिम यात्रा आज दिव्य योग मंदिर कनखल से शाम 4:बजे कनखल श्मशान घाट के लिए शुरू हुई जगह-जगह लोगों ने अपने जनप्रिय संत की अंतिम यात्रा में पुष्प वर्षा कर श्रद्धांजलि अर्पित की आज सुबह उनकी पार्थिव देह दिव्य योग मंदिर कनखल के सभागार में दर्शनार्थ रखी गई लोगों ने उन्हें अश्रुपूरित नेत्रों से श्रद्धांजलि अर्पित की उनके अंतिम संस्कार में जन सैलाब उमड़ पड़ा वे अत्यंत लोकप्रिय संत थे स्वामी मुक्तानंद जी का कल शुक्रवार की देर रात 9:30 बजे के करीब ह्रदय गति रुकने से निधन हो गया था श्मशान घाट कनखल में उनके अंतिम संस्कार में आचार्य प्रदुम्न जी महाराज, श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी, परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद मुनि, गुरुकुल चोटीपुरा मुरादाबाद की आचार्य बहन सुमेधा, श्री पंचायती उदासीन अखाड़ा के प्रमुख महंत श्री रघु मुनि महाराज ,महंत दामोदर दास महाराज, महानिर्वाणी पंचायती अखाड़ा के सचिव महंत रवींद्र पुरी, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिस्वरानंद, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, वरिष्ठ भाजपा नेता विमल कुमार, निर्मल पंचायती अखाड़ा के कोठारी महंत जसविंदर सिंह शास्त्री ,श्री निर्मल संत पुरा के अध्यक्ष महंत जगजीत सिंह शास्त्री, स्वामी संपूर्णानंद महाराज, महंत राजेंद्र दास, अखिल भारतीय युवा भारत साधु समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवानंद महाराज, डॉक्टर स्वामी हरिहरानंद शास्त्री,स्वामी रवि देव, महंत अखाड़ों की केशवानंद, महंत दिनेश दास, स्वामी आनंद शास्त्री, महंत कृष्णागिरी, महंत सुरेश दास,महंत प्रेमदास, महंत रविंद्रनंद, महंत बसंत मुनि, बाबा हठयोगी महंत दुर्गादास, पतंजलि मेगा फूड पार्क के सीएमडी राम भरत ,डॉक्टर जयदेव शास्त्री, उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति महावीर अग्रवाल, प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्रवण झा, महामंत्री अश्विनी अरोड़ा ,पतंजलि योगपीठ के उपाध्यक्ष ललित मोहन ,तरुण राजपूत,मेगा फूड पार्क पतंजलि के महाप्रबंधक वाय डी आर्य आदि ने श्रद्धांजलि अर्पित की उनको याद करते हुए स्वामी रामदेव भावुक हो गए और कहा कि मेरा जीवन उनके उपचारों से भरा हुआ था और उनके इतनी जल्दी चले जाने का उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है कि वे हमारे बीच में नहीं है उन्होंने हमें जो प्रेम और आशीष दिया वह कभी नहीं भुला सकते वह हमारे संरक्षक थे वे सच्चे अर्थों में सन्यासी जीवन को व्यतीत कर रहे थे स्वामी रामदेव ने कहा कि पतंजलि उन्हें सबसे बड़ा मानती है परंतु वे व्यक्तिगत रूप से सबसे बड़ा स्वामी मुक्तानंद को मानते थे उनका आशीष प्यार कभी भुलाया नहीं जा सकता उनका सपना पतंजलि को शीर्ष पर पहुंचाने का था जो उनके सामने पूरा हुआ

Related Post