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चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं के रिकॉर्ड तोड़ भीड से सरकारी व्यवस्था चरमराई हरिद्वार व ऋषिकेश नगरी जाम से बेहाल।


उत्तराखंड के चार धाम यात्रा के आरंभ होने पर यात्रियों को भारी परेशानी से जूझना पड़ रहा है। चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं के रिकॉर्ड तोड़ आगमन से सरकारी व्यवस्थाएं पूर्ण तरह चरमरा गई है। जिसका खामियाजा चारधाम यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। यात्रा का रजिस्ट्रेशनसलाट बुक करने के लिए भी यात्रियों को भारी परेशानी और दिक्कत का सामना कर रहा करना पड़ रहा है।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार 16 मई (विकास शर्मा) उत्तराखंड के चार धाम यात्रा के आरंभ होने पर यात्रियों को भारी परेशानी से जूझना पड़ रहा है। चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं के रिकॉर्ड तोड़ आगमन से सरकारी व्यवस्थाएं पूर्ण तरह चरमरा गई है। जिसका खामियाजा चारधाम यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। यात्रा का रजिस्ट्रेशनसलाट बुक करने के लिए भी यात्रियों को भारी परेशानी और दिक्कत का सामना कर रहा करना पड़ रहा है। यात्रियों को बिना रजिस्ट्रेशन के यात्रा से वापस भेजा जा रहा है।राज्य सरकार चार धाम यात्रा की पुख्ता तैयारियों का लगातार ढोल पीट रही है, लेकिन यात्रा के शुरुआती दिनों में सरकारी मशीनरी की पोल खुल गई है। आधी-अधूरी तैयारियों की वजह से तीर्थ यात्रियों को जहां अव्यवस्थाओं से जूझना पड़ रहा है, वहीं बार-बार पुलिस के रोके जाने से परेशान हैं। हरिद्वार में रविवार को जिला पर्यटन कार्यालय में चारधाम यात्रा के रजिस्ट्रेशन काउंटर पर श्रद्धालुओं की लम्बी कतार लगी रही। पर्यटन कार्यालय के काउंटरों पर यात्री लंबी-लंबी कतारों में खड़े हुए हैं।श्रद्धालुओं को रजिस्ट्रेशन स्लॉट जून के प्रथम सप्ताह तक बुक होने पता चला उनमें निराशा छा गई। श्रद्धालुओं का कहना है कि सरकार को पर्याप्त व्यवस्थाएं करनी चाहिए थी। जब दूर-दराज से श्रद्धालु यहां पहुंच चुके हैं तो पता चला रहा है कि रजिस्ट्रेशन फुल हो गए हैं। सरकार की आधी अधूरी व्यवस्थाओं से पर्यटन व्यवसाई भी परेशान है क्योंकि जिनकी हेलीकॉप्टर शॉट में बुकिंग हो चुकी है उनका रजिस्टर ना होने से भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है टेबल व्यवसायियों का कहना है कि जिन की बुकिंग हो चुकी है हेलीकॉप्टर में उन यात्रियों को यात्रा करने की सरकार को अनुमति स्वता ही भेजनी चाहिए ऐसी स्थिति में यात्री और पर्यटन व्यवसायियों को भारी परेशानी से जूझना पड़ रहा है।

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