परमारà¥à¤¥ निकेतन के पावन गंगा तट पर सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी के पावन सानà¥à¤¨à¤¿à¤§à¥à¤¯ में मानस कथाकार शà¥à¤°à¥€ मà¥à¤°à¤²à¥€à¤§à¤° जी के शà¥à¤°à¥€à¤®à¥à¤– से हो रही मासिक मानस कथा के तीसरे दिन शà¥à¤°à¥€ राम कथा की महिमा का गà¥à¤£à¤—ान किया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 18 मई। परमारà¥à¤¥ निकेतन के पावन गंगा तट पर सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी के पावन सानà¥à¤¨à¤¿à¤§à¥à¤¯ में मानस कथाकार शà¥à¤°à¥€ मà¥à¤°à¤²à¥€à¤§à¤° जी के शà¥à¤°à¥€à¤®à¥à¤– से हो रही मासिक मानस कथा के तीसरे दिन शà¥à¤°à¥€ राम कथा की महिमा का गà¥à¤£à¤—ान किया। मानस कथा के माधà¥à¤¯à¤® से देश के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से आये शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं को परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£, जल, नदियों के संरकà¥à¤·à¤£ और पौधारोपण का महतà¥à¤µ के साथ विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ विशिषà¥à¤Ÿ विà¤à¥‚तियों के विचारों को शà¥à¤°à¤µà¤£ करने का अवसर à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हो रहा हैं। मानस पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के माननीय मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ पà¥à¤·à¥à¤•à¤° सिंह धामी जी, संसदीय कारà¥à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€, वितà¥à¤¤ मंतà¥à¤°à¥€ और शहरी विकास मंतà¥à¤°à¥€ à¤à¤µà¤‚ अनà¥à¤¯ कई विà¤à¤¾à¤—ों के मंतà¥à¤°à¥€ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड सरकार शà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤šà¤‚द अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² जी और उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड सरकार के कैबिनेट मंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤¬à¥‹à¤§ उनियाल जी का सानà¥à¤¨à¤¿à¤§à¥à¤¯ और विचार सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ का अवसर पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ राम à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के उनà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤• हैं। माता कैकेयी उनके राजà¥à¤¯à¤¾à¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• की पूरà¥à¤µ संधà¥à¤¯à¤¾ पर ही उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ 14 साल के वनवास पर à¤à¥‡à¤œ देती है और अयोधà¥à¤¯à¤¾ की गदà¥à¤¦à¥€ अपने पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤°à¤¤ के लिठआरकà¥à¤·à¤¿à¤¤ कर लेती है परनà¥à¤¤à¥ माता के इस आदेश को à¤à¥€ à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ राम सहरà¥à¤· सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° कर लेते हैं। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ राम के विविध चरितà¥à¤° हैं तथा उनके सà¤à¥€ चरितà¥à¤° मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ को सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करने वाले हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बीच समरसता सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करने का कारà¥à¤¯ किया हैं और समाज में फैली विविधता में à¤à¤•à¤¤à¤¾ लाने, सतà¥à¤¯ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ करने और दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ का नाश करने हेतॠसà¥à¤µà¤¯à¤‚ को समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ कर दिया। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ राम अलौकिक गà¥à¤£à¥‹à¤‚ के सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हैं। à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ राम à¤à¤• à¤à¤¸à¥‡ नायक हैं, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने धरà¥à¤® और जाति की संकीरà¥à¤£à¤¤à¤¾ के दायरे से समाज को मà¥à¤•à¥à¤¤ किया। वे वासà¥à¤¤à¤µ में समाज के à¤à¤• आदरà¥à¤¶ नायक हैं और हमेशा रहेंगे। उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड सरकार के कैबिनेट मंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤¬à¥‹à¤§ उनियाल जी ने कहा कि पà¥à¤°à¤à¥ शà¥à¤°à¥€ राम जी की कथा को परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ और जल संरकà¥à¤·à¤£ से जोड़कर उसके लाइव पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤°à¤£ से न केवल à¤à¤¾à¤°à¤¤ में बलà¥à¤•à¤¿ विशà¥à¤µ के अनेेक देशों में परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£, वृकà¥à¤·à¤¾à¤°à¥‹à¤ªà¤£ और पौधों के संरकà¥à¤·à¤£ का संदेश पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ किया जा रहा है। वासà¥à¤¤à¤µ में आज इसकी अतà¥à¤¯à¤‚त आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ और नदियों के सरंकà¥à¤·à¤£ हेतॠसà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी महाराज का हम सà¤à¥€ को सदैव मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होता हैं।