अब इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• जिहाद के विरà¥à¤¦à¥à¤§ कोई धरà¥à¤® संसद आयोजित नहीं करेगे महामंडलेशà¥à¤µà¤° यति नरसिंहानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ व उनके शिषà¥à¤¯ २०१२ से उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के देवबंद से शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤† इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• जिहाद के विरà¥à¤¦à¥à¤§ धरà¥à¤® संसद का सिलसिला आज पूरी तरह से समापà¥à¤¤ हो गया और इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• जिहाद के विरà¥à¤¦à¥à¤§ समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ विशà¥à¤µ की सबसे मजबूत आवाजों में से à¤à¤• महामंडलेशà¥à¤µà¤° यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने बà¥à¤°à¥€ तरह से पराजित और अपमानित होकर मैदान को छोड़ दिया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
अब इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• जिहाद के विरà¥à¤¦à¥à¤§ कोई धरà¥à¤® संसद आयोजित नहीं करेगे महामंडलेशà¥à¤µà¤° यति नरसिंहानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ व उनके शिषà¥à¤¯ २०१२ से उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के देवबंद से शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤† इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• जिहाद के विरà¥à¤¦à¥à¤§ धरà¥à¤® संसद का सिलसिला आज पूरी तरह से समापà¥à¤¤ हो गया और इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• जिहाद के विरà¥à¤¦à¥à¤§ समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ विशà¥à¤µ की सबसे मजबूत आवाजों में से à¤à¤• महामंडलेशà¥à¤µà¤° यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने बà¥à¤°à¥€ तरह से पराजित और अपमानित होकर मैदान को छोड़ दिया। आज हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° जेल से जितेंदà¥à¤° नारायण सिंह तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी जी के अंतरिम जमानत पर रिहा होने के बाद अपनी और उनकी दà¥à¤°à¥à¤—ति से कà¥à¤·à¥à¤¬à¥à¤§ महामंडलेशà¥à¤µà¤° यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने धरà¥à¤® संसद और हर तरह के सामाजिक जीवन को छोड़कर पूरी तरह से धारà¥à¤®à¤¿à¤• जीवन जीने का संकलà¥à¤ª लिया।महामंडलेशà¥à¤µà¤° यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज जितेंदà¥à¤° नारायण सिंह तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी जी के समà¥à¤®à¤¾à¤¨ के लिठखà¥à¤¦ à¤à¥€ à¤à¤• महीने से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ जेल रहकर आठऔर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अमृतानंद जी और अपने साथियों के साथ मिलकर जितेंदà¥à¤° नारायण सिंह तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी जी की जमानत के लिठचार महीने से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ कानूनी लड़ाई लड़ी।इस पूरी लड़ाई में हिंदू समाज की जितेंदà¥à¤° नारायण सिंह तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी जी जैसे योदà¥à¤§à¤¾ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ उदासीनता से खिनà¥à¤¨ होकर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने बचे हà¥à¤ जीवन को मां और महादेव के महायजà¥à¤ž और योगेशà¥à¤µà¤° शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ की शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¦à¥à¤à¤—वदॠगीता को समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करने का संकलà¥à¤ª लिया। महामंडलेशà¥à¤µà¤° यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अमृतानंद जी,बालयोगी जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¨à¤¾à¤¥ जी महाराज व अपने साथियों के साथ हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° जेल पर जितेंदà¥à¤° नारायण सिंह तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी का सà¥à¤µà¤¾à¤—त करने के लिठगà¤à¥¤ वहां उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने समà¥à¤®à¤¾à¤¨ व सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ की इस लड़ाई में असफल रहने के लिठजितेंदà¥à¤° नारायण सिंह तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी जी से कà¥à¤·à¤®à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की और अपने शिषà¥à¤¯à¥‹à¤‚ और साथियों से कहा की अब वो अपना बचा हà¥à¤† जीवन केवल नवयà¥à¤µà¤•à¥‹à¤‚ को शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¦à¥à¤à¤—वदॠगीता पढ़ाने और धारà¥à¤®à¤¿à¤• कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में लगायेगे।