अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ गà¥à¤¡à¤µà¤¿à¤² सोसाइटी गढ़वाल चैपà¥à¤Ÿà¤° के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° à¤à¤®à¤à¤® सेमवाल ने उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड में लगातार à¤à¥€à¤·à¤£ रूप धारण कर रही इस आपदा के कारणों तथा उपायों के विषय में जानकारी देते हà¥à¤ कहा कि जब तक आम लोगों में परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£à¥€à¤¯ नैतिकता उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ नहीं होगी तबतक à¤à¤¸à¥€ घटनाà¤à¤‚ होती रहेंगी ।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र में अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ गà¥à¤¡à¤µà¤¿à¤² सोसायटी à¤à¤µà¤‚ राजनीति विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ विà¤à¤¾à¤— के संयà¥à¤•à¥à¤¤ ततà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¾à¤¨ में 'उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड में जंगलों की आग का à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• और वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ परिदृशà¥à¤¯' विषय पर à¤à¤• दिवसीय परिचरà¥à¤šà¤¾ का आयोजन किया गया । इस परिचरà¥à¤šà¤¾ का संचालन तथा शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठकरते हà¥à¤ शोध छातà¥à¤°à¤¾ शिवानी पांडे ने इस विषय में à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• जानकारी देते हà¥à¤ बताया कि जंगलों की आग को उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड में लोगों ने जंगलों पीआर अधिकार के लिठअंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥‹à¤‚ के खिलाफ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¥‹à¤§ के à¤à¤• हथियार के रूप में उपयोग किया था। लेकिन आज सरकारों को लापरवाही से यह आग हमारी जैव विविधता को बहà¥à¤¤ नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ पहà¥à¤‚चा रही है। अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ गà¥à¤¡à¤µà¤¿à¤² सोसाइटी गढ़वाल चैपà¥à¤Ÿà¤° के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° à¤à¤®à¤à¤® सेमवाल ने उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड में लगातार à¤à¥€à¤·à¤£ रूप धारण कर रही इस आपदा के कारणों तथा उपायों के विषय में जानकारी देते हà¥à¤ कहा कि जब तक आम लोगों में परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£à¥€à¤¯ नैतिकता उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ नहीं होगी तबतक à¤à¤¸à¥€ घटनाà¤à¤‚ होती रहेंगी । उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड की à¤à¥Œà¤—ोलिक सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ à¤à¤¸à¥€ आपदाओं को कई गà¥à¤¨à¤¾ तक बà¥à¤¾ देती हैं अतः इसके उपाय à¤à¥€ उसी हिसाब से खोजे जाने चाहिठ। पहाड़ों में चौड़ी पतà¥à¤¤à¥€ के सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के पेड़ो को लगाने से लेकर वनों को आरà¥à¤¥à¤¿à¤•à¥€ से जोड़ने तक कà¥à¤› à¤à¤¸à¥‡ कदम हो सकते हैं जिससे वनों पर आग को सीमित किया जा सकता है । उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि लोगों को आपदा से पूरà¥à¤µ सहयोगातà¥à¤®à¤• रवैया अपनाना चाहिठताकि इनकी तीवà¥à¤°à¤¤à¤¾ को कम किया किया जा सके । विà¤à¤¾à¤— के असिसà¥à¤Ÿà¥‡à¤‚ट पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° डॉ नरेश कà¥à¤®à¤¾à¤° ने वनागà¥à¤¨à¤¿ के कारणों तथा इसके समà¥à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ समाधानों पर चरà¥à¤šà¤¾ करते हà¥à¤ हिमांचल पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के साथ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड का तà¥à¤²à¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• विवरण पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया । डॉ राकेश नेगी ने कहा कि गांवो में हो रहे लगातार बदलावों, पलायन से आग लगने की घटनाà¤à¤‚ बॠरही हैं जिससे पूरी पारिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤•à¥€ तंतà¥à¤° पर बà¥à¤°à¤¾ असर पड़ रहा है। इसके लिठफिर से सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° पर दायितà¥à¤µà¥‹à¤‚ को देने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। विशà¥à¤µ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚, शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ और समाज के शिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ जागरूक लोगों को आगे आ कर गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ जनता को जंगलों की आग के नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ के बारे में जागरूक करने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। इस से à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में अचà¥à¤›à¥‡ बदलाव आयेंगे। शोध छातà¥à¤° मयंक उनियाल ने जंगलों की आग के वरà¥à¤· 2022 के आंकड़ों को लेकर इसकी à¤à¤¯à¤¾à¤µà¤¹à¤¤à¤¾ बताई तथा सरकारी इंतजामों को इस लिहाज से नाकाफी बताया। डॉ सà¥à¤à¤¾à¤· लाल ने वनागà¥à¤¨à¤¿ के विषय में जानकारी देते हà¥à¤ कहा कि इस आपदा से तà¤à¥€ राहत मिल सकती है जब सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ लोगों को साथ लेकर कोई कारà¥à¤¯à¤¯à¥‹à¤œà¤¨à¤¾ बनाये जाà¤à¤‚। इस अवसर पर सोसायटी के सदसà¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ राजनीति विà¤à¤¾à¤— के शोधारà¥à¤¥à¥€ तथा सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤• व सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤•à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤° ककà¥à¤·à¤¾à¤“ं के विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ मानविकी à¤à¤µà¤‚ सामाजिक विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ के छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤à¤‚ à¤à¥€ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे ।