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परमार्थ निकेतन पधारे हरियाणा के राज्यपाल मानस कथा में किया सहभाग


75 वें अमृत महोत्वस के अवसर पर परमार्थ निकेतन में पर्यावरण, नदियों और माँ गंगा को समर्पित मानस कथा में परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और हरियाणा के राज्यपाल माननीय श्री बंडारू दत्तात्रेय जी ने सहभाग कर सभी को सम्बोधित किया।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

ऋषिकेश, 30 मई। 75 वें अमृत महोत्वस के अवसर पर परमार्थ निकेतन में पर्यावरण, नदियों और माँ गंगा को समर्पित मानस कथा में परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और हरियाणा के राज्यपाल माननीय श्री बंडारू दत्तात्रेय जी ने सहभाग कर सभी को सम्बोधित किया। प्रतिवर्ष 30 मई को हिंदी पत्रकारिता दिवस मनाया जाता है। उल्लेखनीय है कि आज ही के दिन 1826 ई. में पंडित युगल किशोर शुक्ल जी ने हिंदी के प्रथम समाचार पत्र ‘उदंत मार्तण्ड’ के प्रकाशन का शुभारंभ किया था। ‘उदंत मार्तण्ड’ का शाब्दिक अर्थ है ‘समाचार-सूर्य‘। ‘उदंत मार्तण्ड’ का प्रकाशन प्रत्येक सप्ताह मंगलवार को किया जाता था। इतिहासकार पंडित युगल किशोर शुक्ल जी को भारतीय पत्रकारिता का जनक मानते हैं आज का दिन उन्हीं को समर्पित है। हरियाणा के राज्यपाल माननीय श्री बंडारू दत्तात्रेय जी ने कहा कि परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश में पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी के पावन सान्निध्य में मुरलीधर जी के श्री मुख से हो रही राम कथा के मंच से कहा कि श्री राम कथा का जो श्रवण करेगा उसे पुण्य मिलेगा, जो श्री राम कथा पढ़ेगा वह पावन हो जायेगा और जो राम कथा का आचरण करेगा उसका जीवन सार्थक हो जायेगा। उन्होंने कहा कि सत्य बोलना ही रामकथा का सारांश है इसलिये घर-घर में यह वातावरण बनें, राम जी के प्रति सबके हृदय में श्रद्धा हो। उन्होंने कहा कि मातायें जहां होती है वहां लक्ष्मी का वास होता है और वहां पर स्वच्छता होती है। परमार्थ निकेतन में भारी संख्या में मातायें श्रीराम कथा का श्रवण कर रही हैं मुझे विश्वास है कि अब हर घर में श्रीराम जी का जन्म होगा। माननीय राज्यपाल जी ने कहा की श्री राम कथा में मूल विचार समाहित है इसलिये प्रतिदिन परिवार में श्रीराम कथा का पठन-पाठन करवाना होगा। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी के मार्गदर्शन में परमार्थ निकेतन प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा के लिये जो सेवायें कर रहा हैं वह अद्भुत है उसके लिये सभी बधाई के पात्र हैं। परमार्थ निकेतन आश्रम समाज के लिये आदर्श है। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने मानस कथा के मंच से हरियाणा के राज्यपाल श्री दत्तात्रेय जी का स्वागत करते हुये कहा कि हरियाणा कुरूक्षेत्र की धरती, भगवान श्री कृष्ण की धरती है। कुरुक्षेत्र में ही प्रभु ने अर्जुन को श्रीमद्भगवद् गीता का दिव्य संदेश दिया था और उन्होंने न केवल शरीर और आत्मा का ज्ञान बल्कि निष्काम कर्मयोग, ज्ञान योग, भक्ति योग और ध्यान योग का भी दिव्य संदेश दिया है। आज की युवा पीढ़ी भगवान श्री राम और श्री कृष्ण के संदेशों को लेकर आगे बढ़ते रहे तो धरती पर शान्ति, समन्वय और सद्भाव स्थापित होगा।

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