आजाद़ी के 75 वें अमृत महोतà¥à¤¸à¤µ के अवसर पर परमारà¥à¤¥ निकेेतन गंगा तट पर परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ और नदियों को समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ मानस कथा के दिवà¥à¤¯ मंच से परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी, खादà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¤‚सà¥à¤•à¤°à¤£ उदà¥à¤¯à¥‹à¤— और जल शकà¥à¤¤à¤¿ राजà¥à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€, à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार शà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤¹à¥à¤²à¤¾à¤¦ सिंह जी पटेल, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ पटेल, साधà¥à¤µà¥€ à¤à¤—वती सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी, सिसà¥à¤Ÿà¤° बिनà¥à¤¨à¥€ सरीन जी और अनà¥à¤¯ विशिषà¥à¤Ÿ अतिथियों ने सहà¤à¤¾à¤— कर सà¤à¥€ को गंगा दशहरा की शà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ की।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 9 जून। आजाद़ी के 75 वें अमृत महोतà¥à¤¸à¤µ के अवसर पर परमारà¥à¤¥ निकेेतन गंगा तट पर परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ और नदियों को समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ मानस कथा के दिवà¥à¤¯ मंच से परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी, खादà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¤‚सà¥à¤•à¤°à¤£ उदà¥à¤¯à¥‹à¤— और जल शकà¥à¤¤à¤¿ राजà¥à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€, à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार शà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤¹à¥à¤²à¤¾à¤¦ सिंह जी पटेल, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ पटेल, साधà¥à¤µà¥€ à¤à¤—वती सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी, सिसà¥à¤Ÿà¤° बिनà¥à¤¨à¥€ सरीन जी और अनà¥à¤¯ विशिषà¥à¤Ÿ अतिथियों ने सहà¤à¤¾à¤— कर सà¤à¥€ को गंगा दशहरा की शà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ की। सेवा महोतà¥à¤¸à¤µ के सातवे दिन गंगा दशहरा व साधà¥à¤µà¥€ à¤à¤—वती सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी के आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• जनà¥à¤®à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤µ के अवसर पर सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी, माननीय शà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤¹à¥à¤²à¤¾à¤¦ सिंह जी पटेल, मानस कथाकार संत शà¥à¤°à¥€ मà¥à¤°à¤²à¥€à¤§à¤° जी और शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ मीना रमावत जी ने अंगवसà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤·à¥à¤ªà¤µà¤°à¥à¤·à¤¾ कर अà¤à¤¿à¤¨à¤¨à¥à¤¦à¤¨ किया। परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि विकारों से मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ से मिले बस यही à¤à¤œà¤¨ है। अपनी बैंलेस शीट को पà¥à¤°à¤à¥ चरणों में समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ कर समाज की सेवा में सà¥à¤µà¤¯à¤‚ को समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करें यही जीवन का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ है। आज गंगा दशहरा के अवसर पर सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि माठगंगा शरीर को ही नहीं बलà¥à¤•à¤¿ आतà¥à¤®à¤¾ को à¤à¤¿à¤—ोती है। गंगा में केवल à¤à¤• डà¥à¤¬à¤•à¥€ या à¤à¤• घूट आचमन ही नहीं बलà¥à¤•à¤¿ यह तो आतà¥à¤®à¤®à¤‚थन की डà¥à¤¬à¤•à¥€ होती है इसलिये गंगा जी को सà¥à¤µà¤šà¥à¤› रखना हम सà¤à¥€ का परम करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ है। गंगा सà¥à¤µà¤šà¥à¤›à¤¤à¤¾ के लिये अपने वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° में परिवरà¥à¤¤à¤¨ लाये और सिंगल यूज पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• का उपयोग न करे और यह ‘जल आंदोलन- जन आंदोलन बने, जल शकà¥à¤¤à¤¿-जन शकà¥à¤¤à¤¿ बने, जल कà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿-जन कà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿ बने तथा जल चेतना-जन चेतना बने। आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ ऋषि और पतंजलि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के विशà¥à¤µà¤•à¤°à¥à¤®à¤¾ आचारà¥à¤¯ बालकृषà¥à¤£ जी ने कहा कि सनातन वैदिक संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को मानने वाले शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं के लिये आज का अतà¥à¤¯à¤‚त पवितà¥à¤° है। संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ से हम है और मां गंगा संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को जीवंत रखने वाली है। हमारी सनातन संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ निषà¥à¤ ा और समरà¥à¤ªà¤£ हो। शà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤¹à¥à¤²à¤¾à¤¦ सिंह जी पटेल ने कहा कि हम शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ संदेशों को सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ है फिर à¤à¥€ गलतियाठहमारे जीवन का अंग बन जाती है परनà¥à¤¤à¥ सतà¥à¤¸à¤‚ग उन गलतियों को सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¨à¥‡ का शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ मारà¥à¤— दिखाता है। सतà¥à¤¸à¤‚ग से लोक ही नहीं परलोक à¤à¥€ सà¥à¤§à¤° जाता है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि मà¥à¤à¥‡ लगà¤à¤— 35 वरà¥à¤·à¥‹ बाद आज गंगा सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ करने का अवसर पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ अगर हम गंगा को माठमानते हैं तो उसमें गंदगी न डाले। गंगा के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ माठजैसी शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ रखे और इसका संकलà¥à¤ª à¤à¥€ ले। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में à¤à¤¾à¤°à¤¤ की पà¥à¤°à¤—ति और विकास तो हो ही रहा है परनà¥à¤¤à¥ आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• विकास à¤à¥€ हो रहा है जिससे लगता है कि निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ रूप से à¤à¤¾à¤°à¤¤ माता विशà¥à¤µ गà¥à¤°à¥‚ के सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर विराजमान होगी। माननीय मंतà¥à¤°à¥€ जी ने कहा कि संकलà¥à¤ª में विकलà¥à¤ª नहीं होता। संकलà¥à¤ª में विकलà¥à¤ª खोजा गया तो महान कारà¥à¤¯ रूक जायेंगे। माठगंगा हम सà¤à¥€ को शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ संकलà¥à¤ª की शकà¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करें।