केनà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤¯ इसà¥à¤ªà¤¾à¤¤ मंतà¥à¤°à¥€ आरसीपी सिंह अपने हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° के पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¸ के दौरान गायतà¥à¤°à¥€ तीरà¥à¤¥ शांतिकà¥à¤‚ज पहà¥à¤‚चे। गायतà¥à¤°à¥€ तीरà¥à¤¥ में उनका पà¥à¤·à¥à¤ªà¤—à¥à¤šà¥à¤› à¤à¥‡à¤‚टकर सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया गया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पावन गà¥à¤°à¥à¤¸à¤¤à¥à¤¤à¤¾ की समाधि में पà¥à¤·à¥à¤ªà¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ कर देश की पà¥à¤°à¤—ति हेतॠआशीष माà¤à¤—ा।
रिपोर्ट - ऑल नà¥à¤¯à¥‚ज़ बà¥à¤¯à¥‚रो
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° 12 जनवरी। केनà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤¯ इसà¥à¤ªà¤¾à¤¤ मंतà¥à¤°à¥€ आरसीपी सिंह अपने हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° के पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¸ के दौरान गायतà¥à¤°à¥€ तीरà¥à¤¥ शांतिकà¥à¤‚ज पहà¥à¤‚चे। गायतà¥à¤°à¥€ तीरà¥à¤¥ में उनका पà¥à¤·à¥à¤ªà¤—à¥à¤šà¥à¤› à¤à¥‡à¤‚टकर सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया गया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पावन गà¥à¤°à¥à¤¸à¤¤à¥à¤¤à¤¾ की समाधि में पà¥à¤·à¥à¤ªà¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ कर देश की पà¥à¤°à¤—ति हेतॠआशीष माà¤à¤—ा। इस अवसर पर केनà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤¯ इसà¥à¤ªà¤¾à¤¤ मंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ सिंह शांतिकà¥à¤‚ज अधिषà¥à¤ ातà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¥‡à¤¯à¤¾ शैलदीदी से à¤à¥‡à¤‚ट कर विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ विषयों पर मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया। शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¥‡à¤¯à¤¾ शैलदीदी ने केनà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€ और उनकी धरà¥à¤®à¤ªà¤¤à¥à¤¨à¥€ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ गिरिजा सिंह को गायतà¥à¤°à¥€ महामंतà¥à¤° लिखिल चादर à¤à¤µà¤‚ साहितà¥à¤¯ à¤à¥‡à¤‚टकर समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया। इस अवसर पर केनà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ सिंह ने कहा कि जब मैं बाराबंकी जिले में कलेकà¥à¤Ÿà¤° हà¥à¤† करता था, तब अखिल विशà¥à¤µ गायतà¥à¤°à¥€ परिवार के संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• पूजà¥à¤¯ पं. शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® शरà¥à¤®à¤¾ आचारà¥à¤¯à¤¶à¥à¤°à¥€ हमारे जनपद में आये थे। तब से मैं उनके विचारों से पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ हूà¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि जब कà¤à¥€ कोई विपदा आती है, तो पूजà¥à¤¯ आचारà¥à¤¯à¤¶à¥à¤°à¥€ का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ करता हूठऔर समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का समाधान विचारों के रूप में मà¥à¤à¥‡ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होता है। शà¥à¤°à¥€ सिंह ने कहा कि गायतà¥à¤°à¥€ परिवार निःसà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥ à¤à¤¾à¤µ से सेवा करता आ रहा है।