परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने बात à¤à¤¾à¤°à¤¤ की पांचजनà¥à¤¯ सापà¥à¤¤à¤¾à¤¹à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤–र पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ के 75 वरà¥à¤· पर आयोजित परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संवाद में मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि के रूप में सहà¤à¤¾à¤— कर आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ किया कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ को à¤à¤¾à¤°à¤¤ की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से देखने का समय आ गया है। पांचजनà¥à¤¯ की यह यातà¥à¤°à¤¾ महाà¤à¤¾à¤°à¤¤ से महानà¤à¤¾à¤°à¤¤ तक की यातà¥à¤°à¤¾ है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 15 जून। परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने बात à¤à¤¾à¤°à¤¤ की पांचजनà¥à¤¯ सापà¥à¤¤à¤¾à¤¹à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤–र पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ के 75 वरà¥à¤· पर आयोजित परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संवाद में मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि के रूप में सहà¤à¤¾à¤— कर आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ किया कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ को à¤à¤¾à¤°à¤¤ की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से देखने का समय आ गया है। पांचजनà¥à¤¯ की यह यातà¥à¤°à¤¾ महाà¤à¤¾à¤°à¤¤ से महानà¤à¤¾à¤°à¤¤ तक की यातà¥à¤°à¤¾ है। पांचजनà¥à¤¯ और अनà¥à¤¯ आरà¥à¤—नाइजरà¥à¤¸ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दिलà¥à¤²à¥€ में आयोजित परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संवाद को समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤¯à¥‡ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ सबसे पà¥à¤°à¤®à¥à¤– विषय है उस पर चिंतन और मंथन होना नितांत आवशà¥à¤¯à¤• है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में पांचजनà¥à¤¯ को नई दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से बजाने की जरूरत है। पांचजनà¥à¤¯ कà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में बजा था, वहां महाà¤à¤¾à¤°à¤¤ हà¥à¤¯à¥€ और आज फिर पांचजनà¥à¤¯ बजेगा परनà¥à¤¤à¥ अब महानà¤à¤¾à¤°à¤¤ बनाने के लिये बजेगा। यह यातà¥à¤°à¤¾ महाà¤à¤¾à¤°à¤¤ से महानà¤à¤¾à¤°à¤¤ तक की यातà¥à¤°à¤¾ है, तब केवल कà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में पांचजनà¥à¤¯ बजा था लेकिन अब हर घर में बजेगा। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि à¤à¤• समय था जब महाà¤à¤¾à¤°à¤¤ के लिये पांचजनà¥à¤¯ बजा अब महान à¤à¤¾à¤°à¤¤ के लिये पांचजनà¥à¤¯ बज रहा है और ये इसलिये à¤à¥€ जरूरी है कि परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ का पांचजनà¥à¤¯ बजेगा तो पकà¥à¤•à¤¾ माने हमारी संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ बचेगी, पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ बचेगी और संतति बचेगी। हमारा कलà¥à¤šà¤° बचेगा, नेचर बचेगा और फà¥à¤¯à¥‚चर बचेगा इसलिये यह पांचजनà¥à¤¯ हमेशा बजता रहे। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि हमें अपने जल सà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥‹à¤‚ और परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ सेंस आफ बिलॉनà¥à¤—िंगनेस की जरूरत है। अब समय आ गया है कि जल चेतना, जन चेतना बने, जल जागरण, जन जागरण बने, जल कà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿, जन कà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿ बने तथा जल आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ जन आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ बने। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सà¤à¥€ का आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ करते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि हम सà¤à¥€ को अपने सà¥à¤¤à¤° पर सिंगल यूज पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• का उपयोग बंद करना होगा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमारा परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ सà¥à¤µà¤šà¥à¤› होगा तà¤à¥€ हम और हमारी आने वाली पीà¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ सà¥à¤°à¤¿à¤•à¥à¤·à¤¤ रह सकती हैं।