परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने वरà¥à¤šà¥à¤…ल रूप से नदी संवाद में मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤®à¥à¤– वकà¥à¤¤à¤¾ के रूप में सहà¤à¤¾à¤— किया। इस अवसर पर à¤à¤¾à¤°à¤¤ की नदियों को उनका सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• अविरल और निरà¥à¤®à¤² पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹ सà¥à¤²à¤ हो विषय में चिंतन मंथन किया गया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 26 जून। परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने वरà¥à¤šà¥à¤…ल रूप से नदी संवाद में मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤®à¥à¤– वकà¥à¤¤à¤¾ के रूप में सहà¤à¤¾à¤— किया। इस अवसर पर à¤à¤¾à¤°à¤¤ की नदियों को उनका सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• अविरल और निरà¥à¤®à¤² पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹ सà¥à¤²à¤ हो विषय में चिंतन मंथन किया गया। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® को समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि नदियां धरती की रूधिर वाहिकायें हैं। धरती के सौनà¥à¤¦à¤°à¥à¤¯ की कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ नदियों के बिना नहीं की जा सकती। जल की हर बंूद में जीवन है इसलिये उसका उपयोग à¤à¥€ उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° करना होगा। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि जल को बनाया तो नहीं जा सकता परनà¥à¤¤à¥ संरकà¥à¤·à¤¿à¤¤ जरूर किया जा सकता है। जल का मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¾ किसी संगठन, राजà¥à¤¯ और राषà¥à¤Ÿà¥à¤° का नहीं बलà¥à¤•à¤¿ समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ मानवता का है इसलिये यह अनà¥à¤¤à¤° नहीं किया जाना चाहिये कि कौन-सा पानी किसका है? सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° वरà¥à¤·à¤¾à¤œà¤² पर किसी का अधिकार नहीं है वैसे ही नदी और समà¥à¤¦à¥à¤° के जल को à¤à¥€ बिना सीमाओं में बांधे तथा उस पर मालिकाना अधिकार सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ किये बिना सिरà¥à¤« रख-रखाव की जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ के साथ नदी जोड़ो जैसी विशाल परियोजना पर काम शà¥à¤°à¥‚ करना होगा। नदी जोड़ो परियोजना से सूखागà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के सामने जो सà¥à¤µà¤šà¥à¤› पेयजल की समसà¥à¤¯à¤¾ है उसे दूर किया जा सकता है; इससे मॉनसून वरà¥à¤·à¤¾ पर जो किसानों की निरà¥à¤à¤°à¤¤à¤¾ है उसे काफी हद तक समापà¥à¤¤ किया जा सकता है और बिजली की पैदावार à¤à¥€ अधिक की जा सकती है तथा इससे काफी हद तक बाॠऔर सूखे की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ से निजात मिल सकती है। देश में जल पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन हेतॠनदियों को आपस में जोडना़ जरूरी है इससे जिन नदियों में जल अधिक है उस जल का उपयोग समà¥à¤¦à¥à¤° में जाने से पहले किया जा सकता है।