यà¥à¤— दà¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾ वेद मूरà¥à¤¤à¤¿ पंडित शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® शरà¥à¤®à¤¾ आचारà¥à¤¯ के सूकà¥à¤·à¥à¤® संरकà¥à¤·à¤£ में उनके शिषà¥à¤¯ अशोक कà¥à¤®à¤¾à¤° गरà¥à¤— यà¥à¤— पà¥à¤°à¤¹à¤°à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कथा का वाचन करते हà¥à¤ समà¤à¤¾à¤¯à¤¾ कि पावन पà¥à¤°à¤œà¥à¤žà¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤£ कथा वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का समाधान और जन जन की वà¥à¤¯à¤¥à¤¾ को दूर करने वाली कथा है। आज मनà¥à¤·à¥à¤¯ जाति के सामने अनेक समसà¥à¤¯à¤¾à¤à¤‚ मà¥à¤‚ह वाहे खड़ी हैं । समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं के मूल में à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤• वाली चिनà¥à¤¤à¤¨ है। विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ ने हमें साधन सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤à¤‚ उपलबà¥à¤§ कराई हैं परनà¥à¤¤à¥ यह चिनà¥à¤¤à¤¨ ठीक उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° है जैसे शरीर को तो खूव सजाया खिलाया परनà¥à¤¤à¥ आतà¥à¤® ततà¥à¤µ को à¤à¥‚ल गà¤à¥¤
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
सिदà¥à¤§à¤¾à¤¶à¥à¤°à¤® मोहन कà¥à¤Ÿà¥€ नà¥à¤¯à¤¾à¤¸ बà¥à¤²à¤¨à¥à¤¦à¤¶à¤¹à¤° के अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤—त बने विषà¥à¤£à¥ चैतनà¥à¤¯ वृधà¥à¤¦à¤¾à¤¶à¥à¤°à¤® मामन रोड बà¥à¤²à¤¨à¥à¤¦à¤¶à¤¹à¤° मैं आयोजित पावन पà¥à¤°à¤œà¥à¤žà¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤£ कथा à¤à¤µà¤‚ गायतà¥à¤°à¥€ महायजà¥à¤ž का आयोजन आज दिनांक 26/6/22दिन रविवार को यà¥à¤— दà¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾ वेद मूरà¥à¤¤à¤¿ पंडित शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® शरà¥à¤®à¤¾ आचारà¥à¤¯ के सूकà¥à¤·à¥à¤® संरकà¥à¤·à¤£ में उनके शिषà¥à¤¯ अशोक कà¥à¤®à¤¾à¤° गरà¥à¤— यà¥à¤— पà¥à¤°à¤¹à¤°à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कथा का वाचन करते हà¥à¤ समà¤à¤¾à¤¯à¤¾ कि पावन पà¥à¤°à¤œà¥à¤žà¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤£ कथा वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का समाधान और जन जन की वà¥à¤¯à¤¥à¤¾ को दूर करने वाली कथा है। आज मनà¥à¤·à¥à¤¯ जाति के सामने अनेक समसà¥à¤¯à¤¾à¤à¤‚ मà¥à¤‚ह वाहे खड़ी हैं । समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं के मूल में à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤• वाली चिनà¥à¤¤à¤¨ है। विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ ने हमें साधन सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤à¤‚ उपलबà¥à¤§ कराई हैं परनà¥à¤¤à¥ यह चिनà¥à¤¤à¤¨ ठीक उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° है जैसे शरीर को तो खूव सजाया खिलाया परनà¥à¤¤à¥ आतà¥à¤® ततà¥à¤µ को à¤à¥‚ल गà¤à¥¤ विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ ने वायà¥à¤®à¤‚डल दूषित किया तथा इतने परमाणॠहथियार बने रखें हà¥à¤ हैं।उसी के कारण जलवायॠपरिवरà¥à¤¤à¤¨, परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संकट, खादà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¥à¤¨ उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ रासायनिक,जल पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण,वायॠपà¥à¤°à¤¦à¥‚षण, पृथà¥à¤µà¥€ की ककà¥à¤·à¤¾ के ऊपर ओजोन परत में छेद हो गये हैं-यह सà¤à¥€ समसà¥à¤¯à¤¾à¤à¤‚ विचार पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण से उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤ˆ है। इसका समाधान आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• वाली चिनà¥à¤¤à¤¨ से ही समà¥à¤à¤µ है। पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• जीवन शैली अपनायें और अनेक समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का समाधान पायें। हमारा शरीर पांच ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ से बना है । इसलिठपांचों ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ को शà¥à¤¦à¥à¤§ करने से ही समाधान समà¥à¤à¤µ है। गायतà¥à¤°à¥€ à¤à¤µà¤‚ यजà¥à¤ž हमारे आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• माता पिता हैं। गायतà¥à¤°à¥€ मंतà¥à¤° सदà¥à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करता है और विवेक जागृत करता है तथा यजà¥à¤ž हमें सदॠकरà¥à¤® करने का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ कराते हैं। मनà¥à¤·à¥à¤¯ में देवतà¥à¤µ और धरती पर सà¥à¤µà¤°à¥à¤— की कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ को साकार कराते हैं।यजà¥à¤ž के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मानव मातà¥à¤° का कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ होता है।वायॠमंडल शà¥à¤¦à¥à¤§ और परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ जलवायॠसनà¥à¤¤à¥à¤²à¤¨ को बनाठरखने में सहायक है।