उतà¥à¤¤à¤°à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ शà¥à¤°à¤® कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ परिषदॠके अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· और राजà¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ सà¥à¤¨à¥€à¤² à¤à¤°à¤¾à¤²à¤¾ जी सपरिवार परमारà¥à¤¥ निकेतन पधारे। सà¥à¤¨à¥€à¤² à¤à¤°à¤¾à¤²à¤¾ और उनके à¤à¤¾à¤ˆ अजय à¤à¤°à¤¾à¤²à¤¾ जी ने परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी से आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ लेकर माठगंगा के पावन तट पर अपनी 25 वीं वैवाहिक वरà¥à¤·à¤—ांठमनायी। इस अवसर पर à¤à¤¾à¤°à¤¤ के सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के पूरà¥à¤µ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤§à¥€à¤¶ मà¥à¤•à¥à¤‚दकम शरà¥à¤®à¤¾ जी और पैरा बैडमिंटन इंटरनेशलन पà¥à¤²à¥‡à¤¯à¤° नीरजा गोयल à¤à¥€ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 27 जून। उतà¥à¤¤à¤°à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ शà¥à¤°à¤® कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ परिषदॠके अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· और राजà¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ सà¥à¤¨à¥€à¤² à¤à¤°à¤¾à¤²à¤¾ जी सपरिवार परमारà¥à¤¥ निकेतन पधारे। सà¥à¤¨à¥€à¤² à¤à¤°à¤¾à¤²à¤¾ और उनके à¤à¤¾à¤ˆ अजय à¤à¤°à¤¾à¤²à¤¾ जी ने परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी से आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ लेकर माठगंगा के पावन तट पर अपनी 25 वीं वैवाहिक वरà¥à¤·à¤—ांठमनायी। इस अवसर पर à¤à¤¾à¤°à¤¤ के सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के पूरà¥à¤µ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤§à¥€à¤¶ मà¥à¤•à¥à¤‚दकम शरà¥à¤®à¤¾ जी और पैरा बैडमिंटन इंटरनेशलन पà¥à¤²à¥‡à¤¯à¤° नीरजा गोयल à¤à¥€ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ में दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की सबसे पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤ªà¤¾à¤²à¤¿à¤•à¤¾ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ में से à¤à¤• है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पास à¤à¤• बहà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€, à¤à¤°à¥‹à¤¸à¥‡à¤®à¤‚द और लोकतांतà¥à¤°à¤¿à¤• नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ है तथा संविधान ही हमारी सà¤à¥€ समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का समाधान है। गंगा के पावन पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹ की तरह सà¤à¥€ के दिलों में देशà¤à¤•à¥à¤¤à¤¿, नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤ªà¤¾à¤²à¤¿à¤•à¤¾ और संविधान के समà¥à¤®à¤¾à¤¨ की धारा का पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹ हमेशा पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ होता रहे। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने सà¥à¤¨à¥€à¤² à¤à¤°à¤¾à¤²à¤¾, à¤à¤°à¤¾à¤²à¤¾ और अजय à¤à¤°à¤¾à¤²à¤¾ और उनकी धरà¥à¤®à¤ªà¤¤à¥à¤¨à¥€ को पà¥à¤·à¥à¤ª हार पहनाकर उनका अà¤à¤¿à¤¨à¤¨à¥à¤¦à¤¨ किया तथा उनकी 25 वीं वरà¥à¤·à¤—ांठपर रूदà¥à¤°à¤¾à¤•à¥à¤· का पौधा à¤à¤‚ेट किया। इस अवसर पर उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ देवीपà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¤¾à¤ ी जी, जसà¥à¤Ÿà¤¿à¤¸ हरिवंशराय जी, योगाचारà¥à¤¯ विमल बधावन , गंगा ननà¥à¤¦à¤¿à¤¨à¥€ तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¤¾à¤ ी, आचारà¥à¤¯ दीपक शरà¥à¤®à¤¾ और परमारà¥à¤¥ गà¥à¤°à¥‚कà¥à¤² के ऋषिकà¥à¤®à¤¾à¤° उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने सà¤à¥€ को जल संरकà¥à¤·à¤£ का संकलà¥à¤ª कराते हà¥à¤¯à¥‡ विशà¥à¤µ गà¥à¤²à¥‹à¤¬ का